उप्र : शोकपूर्ण माहौल में केन आरती उत्सव मनाने पर डीएम की आलोचना
बांदा, 28 नवंबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में बस-ट्रक हादसे में 9 लोगों की मौत होने के अगले ही दिन शोकपूर्ण माहौल में यहां केन आरती उत्सव मनाया गया। इस आयोजन पर जिलाधिकारी की जमकर आलोचना हो रही है। कई सामाजिक संगठन इसे डीएम की नासमझी बता रहे हैं।
बांदा के जिलाधिकारी हीरालाल भले ही वाराणसी की गंगा आरती की तर्ज पर केन आरती को अपनी उपलब्धि के तौर पर पेश कर रहे हों, लेकिन सोमवार को सैमरी नाला के पास बस-ट्रक हादसे में नौ लोगों की मौत और बबेरू में ट्रक की चपेट में आए सिपाही राजकिशोर की मौत के गम के बीच मंगलवार को केन आरती के दौरान जिलाधिकारी ने नौका विहार का आनंद लिया और सेल्फी भी ली। सामाजिक संगठनों ने डीएम हीरालाल की आलोचना शुरू कर दी है।
बुंदेलखंड किसान यूनियन के केंद्रीय अध्यक्ष विमल कुमार शर्मा ने गुरुवार को कहा, एक तरफ दर्जनों परिवार हादसे के गम में डूबे थे। मृतकों के चिता की आग भी ठंडी नहीं हुई थी और जिलाधिकारी बेशर्मी की हद पार कर मंगलवार की शाम पूरे अमले के साथ केन आरती के बहाने मौज-मस्ती कर रहे थे।
उन्होंने कहा, इस आयोजन को कुछ दिनों के लिए टाला जा सकता था। यह संवेदनहीनता की पराकाष्ठा नहीं तो और क्या है?
शर्मा ने आरोप लगाया कि केन आरती कर जिलाधिकारी ने जिले में हो रहे रेत के अवैध खनन से लोगों का ध्यान भटकाने की कोशिश की है।
वहीं, नदी-तालाब बचाओ अभियान के संयोजक सुरेश रैकवार ने भी आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा, नदी या तालाब की आरती-पूजन अच्छी पहल है, लेकिन जब शवों के ढेर लगे हों तो डीएम को नासमझी नहीं दिखाना चाहिए।
एक अन्य सामाजिक संगठन पब्लिक एक्शन कमेटी की प्रमुख श्वेता मिश्रा ने भी डीएम की आलोचना की है और कहा कि ऐसे अति संवेदनहीन जिलाधिकारी को तत्काल प्रभाव से चलता कर दिया जाना चाहिए।
गौरतलब है कि सोमवार को सैमरी नाला के पास बस और ट्रक की सीधी भिड़ंत में 9 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई थी और 15 लोग घायल हो गए थे। इस घटना के अगले दिन जिलाधिकारी ने केन आरती और नौका विहार का आयोजन किया था, जिसमें जिले के तकरीबन सभी आला अफसरान शामिल थे।
Created On :   28 Nov 2019 8:30 PM IST