देवबंद में हर पासपोर्ट धारक की होगी जांच

डिजिटल डेस्क, लखनऊ। यूपी पुलिस जल्द ही संवेदनशील कस्बों में रहने वाले पासपोर्ट धारकों की जांच शुरू करने जा रही है। इनमें सबसे पहले उन क्षेत्रों की जांच होगी, जहां से लगातार आतंकी कनेक्शन होने की सूचनाएं मिलती रही हैं। इस क्रम में यूपी के देवबंद समेत सहारनपुर और मुजफ्फर नगर के नाम सबसे आगे हैं। यूपी पुलिस का यह अभियान उन दो बांग्लादेशी संदिग्ध आतंकियों की गिरफ्तारी के बाद आया है, जिनके पास से देवबंद के पते का पासपोर्ट पाया गया था।
सहारनपुर के डीआईजी केएस इमैन्युअल ने कहा है कि यह जांच पड़ताल सिर्फ देवबंद या किसी खास समुदाय के लिए नहीं है। आसपास के क्षेत्रों में भी यूपी पुलिस यह वेरिफिकेशन करेगी। उन्होंने कहा, "हमें सूचना मिली है कि कुछ आतंकी इस इलाके में छिपे हो सकते हैं। पहले भी शहर में कई बार संदिग्ध लोग मिले हैं। जिन संदिग्ध बांग्लादेशी आतंकियों को मुजफ्फरनगर से पकड़ा गया है, उनका पासपोर्ट भी सहारनपुर में बना है। इसलिए हम क्षेत्र के सभी पासपोर्ट धारकों के दस्तावेज वेरिफाई करेंगे।"
डीआईजी ने बताया कि इस अभियान में विदेशी छात्रों के दस्तावेजों की भी जांच की जाएगी। गौरतलब है कि देवबंद के दारुल उलूम में सैकड़ों विदेशी छात्र पढ़ते हैं। देवबंद इस्लाम धर्म के लिए एक मान्यता वाली जगह है। यहां से समय-समय पर इस्लाम धर्मावलंबियों के लिए फतवे जारी किए जाते हैं।
बता दें कि अगस्त में यूपी एटीएस ने बांग्लादेशी नागरिक अब्दुल्ला अल मामून को पकड़ा था। वह देवबंद में कई सालों से रह रहा था। उसे मुजफ्फरनगर से गिरफ्तार किया गया था। वह आंतकवादी संगठन अंसर्रुल्ला बांग्ला टीम (ABT) का सदस्य था। इसके बाद एटीएस ने सहारनपुर में आतंकी फैजान के घर पर छापा मारा था। यहां से आतंकी गतिविधियों से जुड़े कई सुराग मिले थे। इनकी गिरफ्तारी के बाद यूपी सरकार ने राज्य में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशीयों के खिलाफ एक्शन लेने का आदेश दिया था। साथ ही उन अधिकारियों के खिलाफ भी एक्शन लेने के लिए कहा गया था, जिन्होंने बांग्लादेशी नागरिकों को आईडी कार्ड दिलाने में मदद की थी।
Created On :   31 Oct 2017 6:23 PM IST