योगी सरकार ने CBI को सौंपी देवरिया शेल्टर होम कांड की जांच
- देवरिया शेल्टर होम केस की चांज अब CBI के जिम्मे।
- मामले में ADG क्राइम के नेतृत्व में एक SIT भी गठित होगी।
- सीएम योगी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा जिलाधिकारी की लापरवाही के चलते हुई घटना।
डिजिटल डेस्क, लखनऊ। देवरिया के एक बालिका गृह में लड़कियों के साथ यौन शोषण का मामला सामने आने के बाद यूपी सरकार एक्शन मोड में है। सरकार ने इस पूरे मामले की जांच अब CBI को सौंप दी है। सरकार ने इसके साथ ही ADG क्राइम के नेतृत्व में एक SIT भी गठित की है। यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने खुद यह बात मीडिया को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताई। सीएम योगी ने कहा, "हम देवरिया शेल्टर होम केस CBI को ट्रांसफर कर रहे हैं। इसके साथ ही हमने ADG क्राइम के नेतृत्व में SIT भी गठित की है।"
We are handing over the #DeoriaShelterHomeCase to the CBI, and under ADG Crime a SIT is being set up: CM Yogi Adityanath pic.twitter.com/WuuImnbu6C
— ANI UP (@ANINewsUP) August 7, 2018
सीएम योगी ने कहा, "CBI ने 2015-16 में कहा था कि इस शेल्टर होम में वित्तीय अनियमितताएं हैं। 2017 में जब हमारी सरकार आई तो हमने इस शेल्टर होम को बंद करने का आदेश दे दिया। जिला प्रशासन ने समय पर एक्शन नहीं लिया। इसीलिए जिला अधिकारी का ट्रांसफर कर दिया गया है। हमने यह भी फैसला लिया है कि इस मामले में हम उनके खिलाफ चार्जशीट भी फाइल करेंगे।"
CBI had said in 2015-16 there were financial irregularities here, when we came to power in 2017 we ordered its closure. District administration did not act on time, so DM was transferred and today we have decided to chargesheet him: CM Yogi Adityanath on #DeoriaShelterHomeCase pic.twitter.com/NzgtCBGhzT
— ANI UP (@ANINewsUP) August 7, 2018
गौरतलब है कि बिहार के मुजफ्फरपुर की तरह ही देवरिया के एक बालिका गृह में लड़कियों के साथ यौन शोषण का मामला सामने आया है। एक बच्ची की शिकायत से यह पूरा मामला सामने आया है। फिलहाल बालिका गृह से सभी लड़कियों को निकालकर सुरक्षित जगह पहुंचाया गया है, वहीं संस्था को सील कर दिया गया है।
मामले सामने आने के बाद योगी सरकार ने अपर मुख्य सचिव महिला कल्याण रेणुका कुमार और एडीजी अंजू गुप्ता के नेतृत्व में जांच कमेटी देवरिया भेजी थी, जिसने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि विंध्यवासिनी बालिका गृह 2009 से संचालित था। संस्थान में सीबीआई के द्वारा मुकदमा भी चलाया जा रहा है। रिपोर्ट में डीएम और बाल कल्याण समिति की लापरवाही भी सामने आई है।
Created On :   7 Aug 2018 11:46 PM IST