उप्र : पंचायतीराज विभाग के पूर्व निदेशक पर अभियोग दर्ज करवाने के निर्देश
- उप्र : पंचायतीराज विभाग के पूर्व निदेशक पर अभियोग दर्ज करवाने के निर्देश
लखनऊ, 3 फरवरी (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को एक बार फिर से भ्रष्टाचार पर प्रहार किया है। उन्होंने पंचायतीराज विभाग में परफॉर्मेस ग्रांट की धनराशि आवंटित करने में धांधली को लेकर पूर्व निदेशक अनिल कुमार दमेले पर अभियोग दर्ज करवाने के आदेश दिए हैं।
इस मामले में पहले से ही अपर निदेशक राजेंद्र सिंह, मुख्य वित्त एवं लेखाधिकारी केशव सिंह, अपर निदेशक (पं) एसके पटेल, उप निदेशक (पं) गिरिश चंद्र रजक समेत 12 जिलों के पंचायती राज अधिकारियों, सहायक विकास अधिकारियों, संबंधित ग्राम पंचायत अधिकारियों व सचिवों के विरुद्ध विभिन्न धाराओं में अभियोग दर्ज हैं। मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा ट्वीट कर यह जानकारी दी गई है।
बताया गया है कि निदेशक पंचायतीराज के पद पर रहते हुए अनिल कुमार दमेले (अब सेवानिवृत्त) ने केंद्र सरकार की गाइडलाइन व शासनादेशों की अनदेखी कर अपात्र ग्राम पंचायतों को परफॉर्मेस ग्रांट जारी कर दिया। विजिलेंस रिपोर्ट के मुताबिक, 31 जनपदों के 1798 ग्राम पंचायतों में से 1123 ग्राम पंचायतों को अनियमित रूप से परफॉर्मेस ग्रांट की धनराशि आवंटित की गई है। इसमें राजेंद्र सिंह, अपर निदेशक (पं़), केशव सिंह, मुख्य वित्त एवं लेखाधिकारी, एसके पटेल, अपर निदेशक (पं), गिरीश चंद्र रजक, उपनिदेशक (पं) के खिलाफ पहले ही अभियोग दर्ज है।
इस मामले में जनपद स्तर के अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ भी जांच हो रही है। इसमें जिला पंचायतराज अधिकारी, रामकेवल सरोज, चंद्रिका प्रसाद- बाराबंकी, अरविंद कुमार सिंह- वाराणसी, लालजी दुबे- गाजीपुर, अमरजीत सिंह- सहारनपुर, मिही लाल यादव- इटावा, शीतला प्रसाद सिंह- देवरिया, दिनेंद्र प्रकाश शर्मा- महाराजगंज, अनिल कुमार सिंह- आजमगढ़, राधाकृष्ण भारती- गोरखपुर, राजेंद्र प्रसाद मथुरा, धनंजय जायसवाल-आगरा, शहनाज अंसारी- अलीगढ़ व संबंधित जनपदों के सहायक विकास अधिकारियों व संबंधित ग्राम पंचायत अधिकारियों व सचिवों के विरुद्ध विभिन्न धाराओं में अभियोग दर्ज हैं।
Created On :   3 Feb 2020 11:31 PM IST