उप्र : लॉकडाउन में तस्करी तो रुकी मगर महंगे दामों पर अभी भी मिल रही है शराब
लखनऊ, 9 अप्रैल (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश में लॉकडाउन के दौरान शराब तस्करी भले ही बड़े पैमाने पर नहीं हो रही हो, लेकिन प्रदेश में शराब अभी भी महंगे दामों पर खरीदी जा रही है।
देश में 22 मार्च को जनता कर्फ्यू के साथ लॉकडाउन शुरू हुआ, जिसके बाद से बहुत कम लोगों को शराब की तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, राज्य के विभिन्न जिलों में लॉकडाउन के दौरान शराब की तस्करी के लिए मुश्किल से एक दर्जन लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
लखनऊ के पाड़ा इलाके में एक अप्रैल को दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया था, जो शराब तस्करी के गिरोह से जुड़े हुए थे। इस दौरान इनका तीसरा साथी भागने में सफल रहा।
उनके कब्जे से 96 पाउच देशी शराब के साथ दो पेटी शराब बरामद की गई।
चंदौली जिले में बुधवार को चोरों ने एक शराब के ठेके पर सेंध लगाई और लाखों रुपये की शराब के साथ फरार हो गए।
घटना अलीनगर में हुई, जहां चोर पीछे के गेट से दुकान में घुस गए।
दुकान के मालिक अवधेश जायसवाल ने कहा, वे आधे घंटे से अधिक समय तक दुकान में रहे और शराब की बोतलों के साथ दराज में रखी नकदी भी ले गए।
चोरों को इस बात का अंदाजा नहीं था कि दुकान बंद होने के बावजूद सीसीटीवी कैमरे काम कर रहे हैं। पूरी वारदात सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है और अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है।
पुलिस को उम्मीद है कि जल्द ही चोरों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा, क्योंकि फुटेज में उनके चेहरे साफ दिखाई दे रहे हैं।
इस बीच एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि सघन चेकिंग की वजह से लॉकडाउन के दौरान बड़े पैमाने पर शराब की तस्करी नहीं हो पा रही है।
हालांकि शराब के नियमित उपभोक्ताओं का दावा है कि उनका पसंदीदा ब्रांड राज्य की राजधानी में आसानी से उपलब्ध है, मगर यह काफी महंगे दामों पर मिल रहा है।
आमतौर पर 600 रुपये में बिकने वाली रॉयल स्टैग की एक बोतल वर्तमान में 1,600 रुपये में उपलब्ध है, जबकि ब्लेंडर्स प्राइड जिसकी कीमत 800 रुपये है, उसे 2,200 रुपये में बेचा जा रहा है।
सूत्रों का कहना है कि वैसे तो शराब की दुकानें बाहर से बंद हैं, मगर चुपके से जानकार ग्राहकों को शराब अभी भी उपलब्ध कराई जा रही है।
Created On :   9 April 2020 7:30 PM IST