चिन्मयानंद प्रकरण में वायरल हुआ वीडियो, 5 करोड़ की रंगदारी मांगने से जुड़ा होने का दावा
शाहजहांपुर, 11 सितम्बर (आईएएनएस)। पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री स्वामी चिन्मयानंद के मामले में एक नया मोड़ आ गया है। मंगलवार रात को एक और वीडियो वायरल हुआ है जिसमें एक कार में चार युवक व एक युवती आपस में बातचीत करते नजर आ रहे हैं। दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो स्वामी चिन्मयानंद से पांच करोड़ की रंगदारी मांगने के प्रकरण से जुड़ा है।
यह वीडियो कब और कहां बना है इस बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पा रही है। सूत्र बता रहे हैं कि वीडियो 24 अगस्त के बाद बना है। युवती काफी कम ऊंचाई पर हवाई जहाज देखने की बात कह रही है। कहा जा रहा कि वीडियो दिल्ली या आसपास क्षेत्र का है।
कार में बने वीडियो में ड्राइविंग सीट के बगल में बैठा युवक पीछे वाली सीट पर बैठी युवती पर नाराज हो रहा है और कह रहा है कि फोन या मैसेज करने की जरूरत क्या थी। जिसे किया वह कोई छोटा आदमी नहीं है। इतने में युवती के पास बैठा युवक कहने लगा कि उसने बोला इसलिए मैंने कर दिया। बात काटते हुए युवती कहती है, इसने कहा कि फर्जी सिम है, इस चक्कर में मैसेज कर दिया।
बात खत्म होते ही ड्राइविंग सीट के बगल वाला युवक कहता है कि वह बाप आदमी है। क्या लग रहा है कि वह रुपये दे देगा? ड्राइविंग सीट पर बैठा युवक फिर कहता है, मैसेज करने से पहले सोच लेते कि किससे रुपये मांग रहे हो। पता है पांच करोड़ रुपये कितने होते हैं।
वीडियो में बातचीत के दौरान ड्राइविंग सीट के बगल में बैठा युवक किसी सोनू का नाम भी ले रहा है। वह कह रहा कि अगर सोनू भैया को बता दिया तो पता है क्या होगा? सोनू भैया ने हाथ हटा दिया तो क्या होगा, इसका अंदाजा है तुम लोगों को?
लगभग एक मिनट 54 सेकंड के वीडियो में सारी बातचीत वायरल हुई है।
ज्ञात हो कि 22 अगस्त को स्वामी चिन्मयानंद के प्रवक्ता ओम सिंह ने चौक कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया था कि अज्ञात नंबर से चिन्मयानंद के फोन पर वाट्सएप मैसेज आया। मैसेज में कहा गया कि पांच करोड़ रुपये नहीं दिए तो तुम्हें बदनाम कर देंगे। इस प्रकरण में उसी दिन मुकदमा दर्ज कर लिया गया था।
इसके बाद 24 अगस्त को छात्रा ने फेसबुक पर वीडियो वायरल कर स्वामी चिन्मयानंद पर गंभीर आरोप लगाए थे। दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली छात्रा अपनी पीड़ा सोशल मीडिया पर डालने के साथ ही शाहजहांपुर से गायब हो गई। इस मामले का सुप्रीम कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लिया। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर उत्तर प्रदेश पुलिस की एसआइटी अब मामले की जांच कर रही है।
Created On :   11 Sept 2019 11:30 AM IST