लेह में एयरफोर्स ने किया प्रेग्नेंट महिला का रेस्क्यू, एयर लिफ्ट कर बचाया
डिजिटल डेस्क, लेह । इन दिनों बर्फ से ढके भारत के लेह में इंडियन एयरफोर्स ने वो कारनामा कर दिखाया है जिसे जान आप देश के जवानों पर गर्व महसूस करेंगे। यहां -4 डिग्री तापमान में एयरफोर्स के जवानों ने गर्भवती महिला को एयरलिफ्ट कर अस्पताल पहुंचाया। घटना लेह के कुर्गियाक की है। इलाके में भारी बर्फबारी के कारण गर्भवती महिला को खराब मौसम के बीच एयरलिफ्ट कर उसकी जान बचाई है। बताया जा रहा है कि लेह में तीन महीने की गर्भवती महिला स्टैन्जिन लाटोन की अचानक तबीयत खराब हो गई। पूरे इलाके में भारी बर्फबारी के कारण अस्पताल ले जाना मुश्किल था। जिसके बाद परिजनों ने वायुसेना से मदद मांगी।
कैसे दिया गया ऑरेशन को अंजाम
एयरफोर्स के अधिकारियों के मुताबिक गुरुवार को लेह स्थित आईएएफ के सियाचिन पायनियर्स चॉपर यूनिट को एक गर्भवती महिला को अस्पताल पहुंचाने की सूचना मिली। उन्होंने बताया कि एयरफोर्स ने बेहद खराब मौसम में बीमार महिला 35 वर्षीय स्टानजिन लाटोन को अस्पताल पहुंचाने को चुनौती के रूप में लिया। स्टानजिन लाटोन लेह के शिनकुन लघाटी के कुरगिआक गांव में रहती हैं।
स्टानजिन की जान बचाने के लिए एयरफोर्स के जांबाज पायलटों ने चीता हेलिकॉप्टर से उड़ान भरी और कुरगिआक से उन्हें एयर लिफ्ट किया। अधिकारियों ने बताया कि मौसम भी धीरे-धीरे अपना रूख बदल रहा था। बावजूद इसके वायुसेना के जाबांजो ने महिला के साथ-साथ उसके पेट में पल रहे तीन महीने के गर्भ को बचाने के लिए कुदरत के इस कहर से भी लड़ने की ठान ली।
फिर क्या था वायुसेना के विंग कमांडर एसआई खान और फ्लाइट लेफ्टिनेंट प्रवीण के नेतृत्व वाले विमान में विंग कमांडर एस के प्रधान और स्क्वाड्रॉन लीडर ए बेडेकर के दल ने खराब मौसम के बीच सफलतापूर्वक पादम में लैंड किया। इस पूरे बचाव अभियान का विडियो अब सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। लोग एयरफोर्स की जमकर प्रसंशा कर रहे हैं।
#SavingLives -16Feb18, ‘SiachenPioneers’ AFSLeh, undertook challenging #CASEVAC of a 3 mnths pregnant, 35 year old, StanzinLaton, suffering from Dysphagia, from village Kurgiak beyond Padam. The crew professionally negotiated adverse weather saved her life. Details on Facebook. pic.twitter.com/Wj281yAyYP
— Indian Air Force (@IAF_MCC) February 17, 2018
हेलिकॉप्टर को वापस लौटने में भी आई मुश्किलें
एयरफोर्स ने बताया कि गांव के अत्यधिक ऊंचाई पर होने के कारण वहां ऑक्सीजन की कमी थी और बीमार महिला को सांस लेने में भी दिक्कत हो रही थी। एयरफोर्स के हेलिकॉप्टर को वापस लौटने में और ज्यादा मुश्किलों का सामना करना पड़ा। बचावकार्य के दौरान हवाएं तेज हो गईं और प्रकाश भी तेजी से कम हो गया। इस कठिन परिस्थिति के बावजूद एयरफोर्स के पायलट ने पेशेवर तरीके से काम को सफलतापूर्वक अंजाम दिया और महिला की जान बचाई। बता दें, पाकिस्तान और चीन की सीमा से सटा लेह का ये इलाका इन दिनों बर्फ से ढंका हुआ है। सड़क मार्ग से यहां पहुंचना बेहद कठिन है।
Created On :   17 Feb 2018 2:11 PM IST