मूर्ती का बवाल पहुंचा जादवपुर यूनिवर्सिटी, पुलिस और छात्रों में झड़प
डिजिटल डेस्क, कोलकाता। त्रिपुरा में व्लादिमीर लेनिन की मूर्ति तोड़े जाने से शुरू हुआ विवाद फिलहाल थमता दिखाई नहीं दे रहा है। त्रिपुरा की आग अब कोलकाता के विश्वविद्यालय तक पहुंच गई है। ताजा मामला कोलकाता की जादवपुर यूनिवर्सिटी का है, जहां गुरुवार को छात्रों के एक गुट ने श्यामा प्रसाद मुखर्जी की मूर्ती को तोड़ने की कोशिश की। जिसके बाद हिंदू जागरण मंच से जुड़े छात्रों ने इसका विरोध किया। मामला बढ़ता देख पुलिस को दखल देना पड़ा। इस दौरान छात्रों और पुलिस के बीच झड़प भी हुई।
श्यामा प्रसाद मुखर्जी की प्रतिमा पर कालिख
जानकारी के मुताबिक बुधवार को जादवपुर यूनिवर्सिटी के छात्रों ने लेनिन की मूर्ति तोड़े जाने के विरोध में कोलकाता के केवड़ातला उद्यान में स्थापित डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी की प्रतिमा पर कालिख पोती और मूर्ति को तोड़ने का प्रयास किया था। इसके विरोध में हिंदू जागरण मंच से जुड़े छात्रों ने यूनिवर्सिटी में गुरुवार को प्रदर्शन करने का फैसला किया था। जब छात्र प्रदर्शन करने पहुंचे तो यूनिवर्सिटी के गेट पर इन छात्रों की लेफ्ट समर्थक छात्रों के साथ बहस हो गई। ये मामला इतना बढ़ गया कि पुलिस को बीच में आना पड़ा। इस दौरान छात्रों की पुलिस के साथ झड़प भी हुई। जिसके बाद पुलिस ने श्यामा प्रसाद मुखर्जी की प्रतिमा का चेहरा बिगाड़ने और क्षतिग्रस्त करने के आरोप में 7 लोगों को गिरफ्तार कर लिया। इनमे 6 पुरुष और एक महिला शामिल है।
ऐसे शुरू हुआ विवाद
गौरतलब है कि त्रिपुरा में बीजेपी की प्रचंड जीत के बाद कई जगह हिंसा की बात सामने आई थी। इस दौरान त्रिपुरा में दो जगह लेनिन की मूर्ति तोड़ी गई थी, इसके बाद तमिलनाडु में पेरियार, पश्चिम बंगाल में श्यामा प्रसाद मुखर्जी और उत्तर प्रदेश के मेरठ में बाबा साहेब अंबेडकर की मूर्ति तोड़े जाने का मामला सामने आया था। तमिलनाडु में हथौड़े की मदद से पेरियार की मूर्ति क्षतिग्रस्त कर दी गई। घटना के बाद पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने जिन दो लोगों को गिरफ्तार किया है उनमें से एक का संबंध भाजपा से बताया जा रहा है। उसके बाद दक्षिण कोलकाता में श्यामा प्रसाद मुखर्जी की मूर्ति पर काली स्याही फेंके जाने की घटना सामने आई थी।
Created On :   8 March 2018 11:14 PM IST