फर्जी ड्रग प्लांट कर केस बनाते हैं वानखेड़े, नवाब मलिक ने फोड़ा आरोपों का अज्ञात लेटर बम

NCB V/S NCP फर्जी ड्रग प्लांट कर केस बनाते हैं वानखेड़े, नवाब मलिक ने फोड़ा आरोपों का अज्ञात लेटर बम

डिजिटल ड्रग्स,मुंबई। क्रूज ड्रग्स पार्टी केस में नेश्नलिस्ट कांग्रेस पार्टी के नेता महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक औऱ एनसीबी के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े के खिलाफ आर-पार की लड़ाई के मूड में आ चुके हैं। मंत्री नवाब मलिक ने दावा किया है कि उन्हें नारकोटिक्स  नियंत्रण ब्यूरो के एक कर्मचारी ने यह गुमनाम चिट्ठी भेजी है। मंत्री मलिक ने कहा है कि मैं इस अज्ञात लेटर को नारकोटिक्स महानिदेशक को भेज रहा हूं। इसमें उनसे अनुरोध किया गया है कि इस पत्र को समीर वानखेड़े के खिलाफ की जा रही जांच में शामिल किया जाए। मंत्री मलिक ने दावा किया समीर वानखेड़े मुंबई और ठाणे में दो निजी लोगों के माध्यम से कुछ लोगों के मोबाइल फोन अवैध रूप से इंटरसेप्ट करवा रहे हैं।

आर्यन  मामले में लगाए गए गंभीर आरोप
पत्र में 24 वें नंबर पर आर्यन खान के मामले का जिक्र है। इस मामले में दावा किया है कि केस नंबर 94/2021 में क्रूज़ पर जो केस किया है उसमें सभी पंचनामे एनसीबी मुंबई के ऑफिस में लिखे गए हैं। बीजेपी के इशारे पर उनके दो कार्यकर्ताओं ने समीर वानखेड़े के साथ मिली भगत से ड्रग प्लांट कर इस केस को अंजाम दिया गया है। क्रूज पर एनसीबी के तमाम कर्मचारी अपने सामान में छिपा कर ड्रग ले गए थे और मौका मिलते ही  क्रूज के लोगों के निजी समान में रख दिया।

मलिक ने समर्थित नेताओं को भेजा पत्र

मलिक ने जो चिट्ठी ट्वीट की है उसे कथित अधिकारी ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, गृह मंत्री दिलीप वलसे पाटिल, डीजीपी संजय पांडेय, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को भी भेजा है। इस चिट्ठी में दावा किया गया है कि एनसीबी के जोनल हेड ने 26 मामलों में कथित फर्जीवाड़ा किया है।समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार मंत्री मलिक ने कहा है कि अज्ञात अधिकारी के पत्र के आधार पर हम मांग करते हैं कि जांच होनी चाहिए।
क्या समीर ने प्लांट किया ड्रग?
अज्ञात पत्र में दावा किया गया है कि इस मामले में अरबाज मर्चेन्ट के दोस्त अब्दुल से कोई ड्रग नहीं मिली थी लेकिन समीर के कहने से उस पर भी ड्रग रिकवरी दिखा दी गई है। समीर ने इस केस में अपने कार्यालय के ड्राइवर विजय को गवाह बना दिया है, जबकि कानून कहता है कि गवाह स्वतंत्र होने चाहिए। यह सारा केस फर्जी है व जो ड्रग प्राप्त हुई है समीर व उसके साथियों ने प्लांट की है।

अज्ञात चिट्ठी में दावा किया है कि समीर वानखेड़े को ऑपरेशन के दौरान कोई बॉलीवुड या मॉडल या सेलेब्रिटी मिलना चाहिए तो वह उसे जबर्दस्ती ड्रग अपने पास से रखकर केस बना देता है। इस मामले में भी ये ही हुआ है। समीर पिछले एक माह से बीजेपी के दो कार्यकर्ता केपी गोसावी व मनीष भानुशाली से संपर्क में है व क्रूज से जितने भी आदमी पकड़े गए थे उन्हें एनसीबी ऑफिस लाया गया व सारे पंचनामे एनसीबी के ऑफिस में बैठ कर बनाए गए। परंतु रिशव सचदेव, प्रतीक गावा व अमीर फर्नीचरवाला को उसी रात दिल्ली से फोन आने पर छोड़ा गया। इस मामले में समीर वानखेड़े की फोन कॉल डिटेल चेक की जानी चाहिए। चिट्ठी के आखिरी पन्ने पर दावा है कि समीर ने जब से एनसीबी मुंबई का काम संभाला है तब से किसी भी पकड़े गए आदमी से 25 खाली कागजों पर दस्तखत कराए जाते हैं। दावा किया गया है कि अगर छापा मारा जाए तो यह दस्तखत वाले खाली पन्ने बरामद हो सकते हैं।

समीर वानखेड़े ने नौकरी पाने के लिए इस्तेमाल किए जाली दस्तावेज
आर्यन खान केस में आरोप-प्रत्यारोप के बीच नवाब मलिक ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर नया दावा किया है कि समीर वानखेड़े ने नौकरी पाने के लिए जाली दस्तावेजों का इस्तेमाल कर एक योग्य दलित की नौकरी छीन ली। सर्टिफिकेट को लेकर सवाल पर नवाब मलिक ने कहा कि समीर वानखेड़े का मैंने जो जन्म प्रमाण पत्र ट्वीट किया वह ओरिजिनल है। समीर वानखेड़े के पिता ने खुद को इस्लाम में कन्वर्ट किया था। वानखेड़े को बाद में विचार आया था और उन्होंने नौकरी के लिए दलित सर्टिफिकेट का इस्तेमाल किया और एक योग्य दलित का हक छीन लिया। हालांकि बाद में समीर वानखेड़े ने कहा कि उनके पिता का नाम दाऊद नहीं ज्ञानदेव है।  

पत्र के पन्नों की लपेट में दिल्ली पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना

एनसीपी नेता ने कहा कि मुझे एक अनाम एनसीबी अधिकारी से पत्र मिला है। मैं डीजी नारकोटिक्स को यह पत्र भेजकर अनुरोध कर रहा हूं कि इस पत्र को एनसीबी के समीर वानखेड़े पर की जा रही जांच में शामिल किया जाए। हम मांग करते हैं कि जांच होनी चाहिए। उन्होंने इसके साथ चार पन्नों का एक लेटर भी संलग्न किया है, जिसमें एक अज्ञात अधिकारी के आरोप दिख रहे हैं। इस खत में समीर वानखेड़े के अलावा दिल्ली पुलिस के मौजूदा कमिश्नर राकेश अस्थाना को भी लपेटा गया है। राकेश अस्थाना इससे पहले एनसीबी के डीजी थे। खत का हवाला देते हुए नवाब मलिक ने कहा कि समीर वानखेड़े को पूर्व सीबीआई अधिकारी राकेश अस्थाना द्वारा एनसीबी में लाया गया था। 

 

Created On :   26 Oct 2021 7:34 AM GMT

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