जब रैली से बनना था मंदिर तो 25 साल पहले क्यों दी करसेवकों की बलि: शिवसेना
- आरएसएस प्रमुख कर चुके हैं कानून बनाने की मांग
- शिव सेना ने पूछा
- कौन सा पंचांग देखकर तय की तारीख
- हुंकार रैली से नहीं होने वाला मंदिर का निर्माण: शिव सेना
डिजिटल डेस्क, मुंबई। भाजपा की सहयोगी शिवसेना ने अयोध्या में होने वाली आरएसएस की रैली पर निशाना साधा है। अपने मुखपत्र सामना में शिवसेना ने कहा कि हुंकार रैली निकालकर ही राम मंदिर का निर्माण होने वाला है तो 25 साल पहले करसेवकों की बलि क्यों दी गई? बता दें कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ ने घोषमा की थी कि वो राम मंदिर निर्माण के लिए 25 नवंबर को हुंकार रैली का आयोजन करने जा रहा है। इस घोषणा पर ही शिवसेना ने तंज कसा है।
शिवसेना ने कहा कि जिस हुंकार रैली का आयोजन आरएसएस कर ही है, उसकी तारीख किस पंचांग को देखकर तय की गई है? ई लोगों के घर के कैलेंडर और पंचांग ये सुनकर फड़फड़ा उठे हैं कि शिवसेना अयोध्या जाने वाली है। जब तक हम नहीं निकले थे, सब चुप बैठे हुए थे। अब सब जाग उठे हैं। हम राम जी को जेल से रिहा करने जा रहे हैं, न कि शक्ति प्रदर्शन करने।
बता दें कि कई पार्टियां राम मंदिर के मुद्दे पर भाजपा को घेर चुकी हैं। भाजपा से राम मंदिर पर कानून बनाने की मांग खुद आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत भी कर चुके हैं। बता दें कि सोमवार को अयोध्या के राम जन्मभूमि बाबरी मस्जिद केस पर जल्द सुनवाई से इनकार कर दिया था। चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने कहा था कि हमने जनवरी के पहले हफ्ते में सुनवाई के लिए तारीख तय की है। इस मामले में जल्दी की कोई जरूरत नहीं है।
Created On :   12 Nov 2018 4:08 PM IST