अंधविश्वासी ससुरालवालों ने गर्भवति को जमकर पीटा, कहा- पूर्णिमा की रात गर्भ ठहरने पर होती है बेटी
डिजिटल डेस्क, पुणे। कोख में बेटी पल रही हैं, इस शक में एक पति ने बहन और मां के साथ मिलकर पत्नी को बुरी तरह पीटा। शनिवार रात थरेगांव में मामला सामने आया। जिसके बाद गर्भवति महिला ने मामले की शिकायत थाने में दर्द कराई। पुलिस ने बताया कि 24 वर्षीय स्वाति संजय पवार ने वाकड़ पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई कि पति संजय पवार, सास सुमन पवार और ननंद अर्चना यादव ने उसके साथ मारपीट की है। स्वाति पति और ससुरालवालों के साथ थेरगांव स्थित कैलाश नगर में किराए के मकान में रहती हैं। जब गर्भवती हुई, तो खुश होने के बजाए पति और ससुरालवालों ने उसे शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित करना शुरू कर दिया।
कई दिनों से कर रहे थे प्रताड़ित
स्वाति के साथ जमकर मारपीट की गई। उसकी हालत पर किसी को तरस नहीं आया। इसके पीछे अंधविश्वास बताया जा रहा है। शिकायत के मुताबिक स्वाति के ससुरालवाले अंधविश्वास करते हैं। उनका कहना है कि पुर्णिमा की रात वो गर्भवती हुईं थी, तो बेटी ही पैदा होगी। परिवार का मानना है कि पूर्णिमा की रात गर्भ ठहरने पर बेटी ही होती है। इसलिए वे कई दिनों से स्वाति को प्रताड़ित कर रहे थे। शनिवार को हद हो गई। स्वाति को गर्भपात करने के लिए कहा गया, उसकी पीठ और पेट पर लातें मारी गई। उसके साथ बुरा बर्ताव किया गया। परेशान होकर गर्भवति महिला ने थाने जाकर शिकायत दर्ज करवाई।
स्वाति को गर्भपात करने के लिए कहा
थाने जाने पर स्वाति की शिकायत तो दर्ज कर ली गई। हालांकि अभी तक इस मामले में किसी की भी गिरफ्तारी नहीं हुई है। इस घटना ने एक बार फिर साफ कर दिया कि लाख प्रचार के बाद भी बेटे की चाह लोगों के मनों से कम नहीं हो रही। बेटे की चाह में किसी भी हद तक अपराध किया जाता है। मामला अंधविश्वास से जुड़ा है। जिसके तहत पीड़ित के ससुरालवाले उसे प्रताड़ित कर रहे थे। उसे शारीरिक ही नहीं बलकि मानसिक रूप से भी प्रताड़ित किया गया। अंधविश्वास के चलते कहा गया कि पूर्णिमा की रात गर्भ ठहरने पर बेटी ही होती है। आधुनिक युग में इस तरह की बेतुकी बातों पर विश्वास कर गर्भवति को बुरी तरह पीटा गया। पुलिस भी हाथ पर हाथ धरे बैठी नजर आ रही है।
Created On :   16 April 2018 3:51 PM GMT