महिला ने एक साथ 3 बच्चों को दिया जन्म, दो बेटे और एक बेटी पाकर परिवार खुश

Woman gave birth three children together, two son and one daughter
महिला ने एक साथ 3 बच्चों को दिया जन्म, दो बेटे और एक बेटी पाकर परिवार खुश
महिला ने एक साथ 3 बच्चों को दिया जन्म, दो बेटे और एक बेटी पाकर परिवार खुश

डिजिटल डेस्क, नागपुर। कहते हैं कि ऊपरवाला जब भी देता है, छप्पर फाड़के देता है। लोग एक बच्चे की चाहत में न जाने क्या-क्या करते हैं। खानदान के चिराग के लिए बड़े बुजुर्ग न जाने कौनसे-कौनसे वृत रखते हैं, भगवान के सामने मन्नते मांगते हैं, लेकिन कामठी में एक परिवार के घर ऊपरवाले ने छप्पर फाड़के खुशियां दी। जहां बेटी की मौत के बाद दूसरे बच्चे की आस छोड़ देने वाले परिवार के यहां एक साथ तीन बच्चों ने जन्म लिया। कामठी में शुक्रवार को एक निजी अस्पताल में एक महिला ने तीन बच्चों को एक साथ जन्म देने से परिवार में खुशी की लहर उमड़ पड़ी। तीनों बच्चे और मां बिलकुल स्वस्थ्य है।

जानकारी के अनुसार तिलक नगर संघ मैदान में विशाल देवचंद कुकडे (33) अपनी पत्नी पिंकी विशाल कुकडे (22) के साथ रहते हैं। विशाल पेंटिंग का काम करते हैं। आज से दो साल पहले पिंकी गर्भवती हुई थी, तब उन्हें एक बेटा पैदा हुआ था। पहला बेटा पाकर पति-पत्नी काफी खुश थे, लेकिन किसी कारणवश पिंकी की समय के पहले नागपुर के मेयो अस्पताल में डिलीवरी करनी पड़ी और जो बेटा पैदा हुआ वह पूरी तरह विकसित नहीं था, जिस कारण पैदा होने के चार दिन बाद ही उस बेटे की मौत हो गई। इससे कुकडे दंपति पूरी तरह टूट चुका था।

ऐसे में दूसरी बार गर्भवती होना पिंकी के लिए खतरे से खाली नहीं था, लेकिन कहते हैं कि ऊपरवाला कब, कैसे और किस तरह खुशियों के रास्ते खोल देगा बता नहीं सकते। पिंकी दुबारा गर्भवती हुई। इस समय कुकडे दंपति जहां खुश थे, वहीं पहले बेटे का सदमा और वह वाक्या उन्हें सताने लगा था। ऐसे में कामठी के मेहता हॉस्पिटल पहुंचे। यहां पर डॉ. राजकुमारी मेहता ने पिंकी का इलाज शुरू किया। इलाज के कुछ ही दिनांे बाद डाक्टर को पता चला कि, पिंकी की कोख में तीन जिंदगी पल रही है। ऐसे में खबर कुकडे दंपति को बताई गई। उनकी तो मानो खुशियों का ठिकाना ही नहीं रहा। इस बार विशाल और पिंकी कोई जोखिम नहीं उठाना चाहते थे। डाक्टरों ने भी अपनी पूरी कोशिश और तमाम अनुभवों को लगा दिया।

बता दें कि मेहता नर्सिंग होम में इससे पहले भी तीन बार इस प्रकार की प्रसूति हो चुकी है, जहां महिलाओं को दो से तीन बच्चे हुए हैं। यह इस अस्पताल की विशेषता कहें या फिर संयोग। शुक्रवार 20 अप्रैल को दोपहर 1.30 बजे पिंकी का ऑपरेशन शुरू हुआ। पिंकी ने दो बेटा और एक बेटी को जन्म दिया। यह खबर सुनते ही विशाल और उसके परिवार के सदस्यों में मानों खुशियों की लॉटरी लग गई। बेटा और बेटी की चाह एक साथ भगवान इस कदर पूरी करेगा इसकी उन्होंने कभी कल्पना तक नहीं की थी। प्रसूति के बाद पूरे अस्पताल में और कुकडे परिवार में खुशियों की लहर उमड़ पड़ी।

डॉ. राजकुमार मेहता ने बताया कि, जच्चा-बच्चा चारों स्वस्थ हैं। एक बेटा 2 किलो का, दूसरा बेटा 1.50 किलो का और बेटी 2 किलो 400 ग्राम की है। सभी इतने स्वस्थ हैं कि उन्हें अलग से किसी मशीन या दवा की जरूरत नहीं पड़ी। पिंकी की प्रसूति में डा. एहतेशाम काजमी, डा. प्रवीण जोहरे, डा. पितंबर मसराम, डा. सुरेखा पुजगे और मेहता नर्सिंग होम की महिला स्टॉफ ने भरपूर सहयोग किया। आज दिनभर इस खबर को लेकर शहर में चर्चाएं रही। हर कोई कुकडे दंपति और डा. मेहता को बधाई देने अस्पताल पहुंच रहा था।

Created On :   20 April 2018 11:13 PM IST

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