राज्यसभा में AAP के उम्मीदवारों पर किसने क्या कहा, यहां पढ़ें

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (AAP) ने राज्यसभा के लिए अपने तीनों उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इन नामों की घोषणा की। AAP की ओर से संजय सिंह, सुशील गुप्ता और नारायण दास गुप्ता के नाम राज्यसभा के लिए तय किये गए है। इन नामों के सामने आने के बाद अरविंद केजरीवाल के पूर्व सहयोगियों ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। AAP के पूर्व नेता कपिल मिश्रा ने जहां AAP के उम्मीदवारों को डीलर करार दिया है। वहीं AAP के पूर्व थिंक टैंक रहे योगेन्द्र यादव और प्रशांत भूषण ने भी पार्टी के इस फैसले पर आश्चर्य जताया है।
डीलर को मिला टिकट
एक न्यूज चैनल से बात करते हुए AAP के पूर्व लीडर कपिल मिश्रा ने कहा कि AAP ने लीडर को नहीं बल्कि एक डीलर को राज्यसभा के लिए चुना है। उन्होंने AAP पर पैसे वालों को टिकट देने का आरोप लगाया है, वहीं वालेंटियर्स की उपेक्षा करने की निंदा भी की। मिश्रा ने कहा कि अब सभी लोगों को पता चल गया होगा कि AAP में क्या चल रहा है।
हैरान हूं, स्तब्ध हूं, शर्मसार भी
AAP के पूर्व थिंक टैंक रहे योगेंद्र यादव भी पार्टी के इस फैसले पर स्तब्ध और शर्मिंदा हैं। उन्होंने ट्वीट किया, "पिछले तीन साल में मैंने ना जाने कितने लोगों को कहा कि अरविंद केजरीवाल में और जो भी दोष हों, कोई उसे ख़रीद नहीं सकता। इसीलिए कपिल मिश्रा के आरोप को मैंने ख़ारिज किया। आज समझ नहीं पा रहा हूँ कि क्या कहूँ? हैरान हूँ, स्तब्ध हूँ, शर्मसार भी।"
पिछले तीन साल में मैंने ना जाने कितने लोगों को कहा कि अरविंद केजरीवाल में और जो भी दोष हों, कोई उसे ख़रीद नहीं सकता। इसीलिए कपिल मिश्रा के आरोप को मैंने ख़ारिज किया। आज समझ नहीं पा रहा हूँ कि क्या कहूँ? हैरान हूँ, स्तब्ध हूँ, शर्मसार भी। https://t.co/KIhc8P56Ka
— Yogendra Yadav (@_YogendraYadav) January 3, 2018
पार्टी का पतन हो गया
AAP के आधार स्तंभ में से एक रहे वकील प्रशांत भूषण ने भी इस फैसले को AAP का घोर पतन करार दिया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, "जिन लोगों को AAP ने राज्यसभा टिकट दिया है, उनका लोकसेवा से कोई लेना-देना नहीं है। न ही वे किसी भी क्षेत्र के विशेषज्ञ हैं। वॉलेनटियर्स की अनदेखी करना यह दिखाता है कि पार्टी का अब पतन हो चुका है।"
AAP giving Rajya Sabha tickets to people who have not distinguished themselves in public servicehave no expertise on anything to qualify for the RS, by ignoring the voices of volunteers, is the final denouement of a party which started with such promiseis now totally degenerate https://t.co/oM5yve7k43
— Prashant Bhushan (@pbhushan1) January 3, 2018
Created On :   3 Jan 2018 5:25 PM IST