Green Crackers: नॉर्मल पटाखों से कितने ज्यादा सेफ हैं ग्रीन पटाखे? जिनको सुप्रीम कोर्ट ने जलाने की दी परमिशन

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिवाली का खास त्योहार आने वाला है। इस त्योहार में मिठाई, लाइट्स के अलावा पटाखों का इंतजार सभी को रहता है। इस दिन सभी लोग पटाखे जलाते हैं। लेकिन दिवाली के समय पटाखों के ज्यादा इस्तेमाल से वायु प्रदूषण और नॉइज प्रदूषण जैसी स्थिति पैदा होती है और पर्यावरण गंभीर रूप से खराब होता है। इसी बीच सुप्रीम कोर्ट ने पटाखों को लेकर एक बड़ा फैसला सुनाया है। सुप्रीम कोर्ट ने दिवाली पर ग्रीन पटाखे जलाने की छूट दे दी है। ये छूट एक भारी जश्न से ज्यादा अहम नहीं मानी जा रही है। राज्य सरकार ने पटाखों पर सख्ती अपनाते हुए रोक लगाई है और ग्रीन पटाखे जलाने की अनुमति दी है। ऐसे में कई लोगों के मन में ये सवाल आ रहा होगा कि ग्रीन पटाखों में ऐसा क्या है, जिससे लोगों को परेशानी नहीं होगी?
पटाखों से कैसे होता है प्रदूषण?
पटाखों में सल्फर, ऑक्सीडाइजर, स्टेबलाइजर, रिड्यूसिंग एजेंट और अन्य तरह के रंग मिलाए जाते हैं। इसमें एंटीमोनी, सल्फाइड, बेरियम, नाइट्रेट, लिथियम, तांबा, एल्यूमिनियम और स्ट्रांशियम जैसे कई अन्य रसायन भी मौजूद होते हैं, जिनको जलाने पर जहरीली गैस निकलती है। इन गैसों के चलते ही हवा की एयर क्वालिटी इंडेक्स खराब होती है। दिवाली के दिनों में आसमान काला हो जाता है और भारी धुंध भी देखने को मिलती है। ऐसे में चलिए जानते हैं ग्रीन पटाखों में क्या खासियत है।
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ग्रीन पटाखे पर्यावरण के लिए कैसे सुरक्षित हैं?
ग्रीन पटाखों की बात करें तो, उनको इको-फ्रेंडली माना जाता है। इन पटाखों को बनाने में हानिकारक केमिकल्स इस्तेमाल नहीं होते हैं। इसमें उनकी जगह हानिकारिक तत्वों का इस्तेमाल होता है, जिससे पर्यावरण को खास नुकसान नहीं पहुंचता है। साथ ही ग्रीन पटाखे आकार में भी छोटे होते हैं, जिससे आवाज भी कम आती है। इसलिए ये पटाखे हार्ट पेशेंट्स को भी परेशान नहीं करेंगे। लेकिन ये पटाखे नॉर्मल पटाखों से थोड़े से महंगे होते हैं। लेकिन पर्यावरण की दृष्टि से ये एक जिम्मेदारी भरा कदम माना जा रहा है।
कितने तरह के ग्रीन पटाखे हैं मौजूद?
ग्रीन पटाखे कई तरह के पाए जाते हैं। इसमें से कुछ पटाखों में अरोमा का उपयोग होता है, जिससे जहरीली गैस की जगह खुशबू निकले। इसके अलावा कई ऐसे भी पटाखे हैं, जो अब तक मार्केट में नहीं आए हैं। लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि, वे भी जल्द ही मार्केट में आएंगे।
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क्या सेहत के लिए अच्छे हैं ग्रीन पटाखे?
दिल्ली टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी की 2022 की रिसर्च के मुताबिक, ग्रीन पटाखे पर्यावरण के लिए तो ठीक हैं लेकिन वे सेहत के लिहाज से बिल्कुल भी अच्छे नहीं हैं। ग्रीन पटाखों में से पीएम 2.5 और पीएम 10 से भी ज्यादा खतरनाक पार्टिकल्स बाहर आते हैं, जो सांस के जरिए शरीर में जाकर परेशानी पैदा कर सकते हैं।
क्या है ग्रीन पटाखों की कीमत?
ग्रीन पटाखों की कीमत के बारे में जानें तो, ये नॉर्मल पटाखों से थोड़े महंगे होते हैं। अगर आपको एक फुलजड़ी 200 तक की मिल रही है तो आपको ग्रीन फुलजड़ी करीब 400 तक की मिल सकती है। ऐसा माना जा रहा है कि नॉर्मल पटाखों से इसकी कीमत जस्ट डबल हो सकती है।
Created On :   15 Oct 2025 1:34 PM IST