पहलगाम अटैक: पाकिस्तान नहीं आ रहा बाज, 11वें दिन भी LoC पर फायरिंग, भारतीय सेना ने दिया मुंह तोड़ जवाब

- एलओसी पर पाक की गोलीबारी
- इंडियन आर्मी ने की जवाबी कार्रवाई
- कोई घायल नहीं
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पाकिस्तान अपनी नापाक हरकतों से बाज आने का नाम ही नहीं ले रहा है। बीती 11 रातों से पाकिस्तानी सेना जम्मू-कश्मीर की नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर फायरिंग कर रही है। पाक की ओर से 4 मई की रात और 5 मई की सुबह कुपवाड़, उरी और अखनूर क्षेत्रों में सीजफायर का उल्लंघन किया गया। वहीं, भारतीय सेना ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए मुंह तोड़ जवाब दिया। सेना अधिकारी के मुताबिक, बिना उकसावे की फायरिंग में अब तक किसी के भी घायल होने की खबर नहीं है।
पहलगाम की बैसरन घाटी पर हुए आतंकी हमले के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच संबंध काफी खराब हो गए। भारत की सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ कई बड़े फैसले लिए जिससे पड़ोसी मुल्क डरा हुआ है। जिनमें से सबसे बड़ा फैसला सिंधु जल संधि को सस्पेंड करने का था। इसके बाद भारत की देखा- देखी करते हुए पाकिस्तान ने शिमला समझौते को रद्द कर दिया। अगर आप इस समझौते के बारे में अब तक नहीं जानते हैं तो चलिए समझते हैं यह कौन सा एग्रीमेंट है जिससे पीछे हटते ही पाक ने फायरिंग शुरू कर दी।
क्या है शिमला समझौता?
चलिए 4 पॉइंट्स में समझते हैं ये क्या है-
1. दोनों देशों ने तय किया था कि सरहद का सम्मान करेंगे। एलओसी को पार नहीं किया जाएगा।
2. सीमा पर बल का इस्तेमाल नहीं होगा।
3. अगर कोई भी विवाद पैदा होता है तो उसे बातचीत के जरिए सुलझाया जाएगा।
4. युद्धबंदियों को कैद नहीं किया जा सकेगा। उनकी रिहाई जरूरी है।
कब हुआ था समझौता?
भारत और पाकिस्तान के बीच यह समझौता 2 जुलाई 1972 में हिमाचल प्रदेश के शमिला में हुआ था। दरअसल, 1971 में दोनों देशों के बीच भयानक युद्ध हुआ था। जिसमें पाकिस्तान को करारी हार का सामना करना पड़ा। बड़ी बात तो यह है कि 93,000 से भी ज्यादा पाकिस्तानी सैनिकों ने इंडियन आर्मी के सामने सरेंडर किया था। इस हार के बाद भारत की तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और पाकिस्तान के तत्कालीन राष्ट्रपति जुल्फिकार अली भुट्टो ने यह एग्रीमेंट किया था।
Created On :   5 May 2025 9:00 AM IST