आतंकियों के गढ़: श्रीनगर के दाचीगाम में भारतीय सेना ने जिस लिदवास इलाके में आतंकियों को ढेर किया,वहां से बायसरन 40 किमी , त्राल 20 किमी दूर

- पिछले वर्ष सोनमर्ग सुरंग हमले में शामिल था जिबरान
- मुठभेड़ स्थल से एम4 कार्बाइन असॉल्ट राइफल बरामद
- पुलवामा का त्राल इलाका आतंकियों के ठिकाने वाला सबसे सक्रिय इलाका
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। श्रीनगर के दाचीगाम में भारतीय सेना ने जिस लिदवास इलाके में तीन आतंकियों को ढेर किया है, हालांकि अभी तक सेना की ओर से आधिकारिक रूप से इनकी पहचान जाहिर नहीं की है, लेकिन सैन्य सूत्रों के मुताबिक मारा गया एक आतंकी पहलगाम आतंकी हमले का मुख्य साजिशकर्ता सुलेमान उर्फ आसिफ है। दो अन्य की पहचान जिबरान और हमजा अफगानी के रूप में हुई है। आपको बता दें जिबरान पिछले साल सोनमर्ग सुरंग हमले में शामिल था। मुठभेड़ स्थल से अमेरिका निर्मित एक एम4 कार्बाइन असॉल्ट राइफल, एके सीरीज की दो राइफल समेत गोला-बारूद बरामद हुए हैं।
जहां ये मुठभेड़ हुई ,वहां से पुलवामा जिले का त्राल जंगल के रास्ते करीब 20 किलोमीटर ही दूर है। त्राल आतंकियों का गढ़ है। पुलवामा जिले का त्राल इलाका आतंकियों के ठिकाने वाला सबसे सक्रिय इलाका है। यही नहीं, यह मुठभेड़ स्थल पहलगाम के बायसरन से 40 किलोमीटर दूर है।
आपको बता दें आतंकियों ने बायसरन में 25 पर्यटकों और एक स्थानीय निवासी की हत्या कर दी थी। आपको बता दें ऑपरेशन महादेव में भारतीय सेना ने तीन आतंकियों को मार गिराया था। ऑपरेशन महादेव वाला मुठभेड़ स्थल दाचीगाम वन क्षेत्र श्रीनगर से 25 किमी दूर है। पुलवामा आतंकियों का गढ़ रहा है। अब भी यहां आतंकी षड्यंत्रों की साजिश रचे जा रहे हैं। पुलवामा हमला करने वाले भी पुलवामा में ही आकर छिपे थे, जिन्हें लोकल लेवल पर पर पनाह मिली। पुलवामा के ही त्राल का रहने वाला बुरहान वानी, रियाज नायकू जैसे आतंकी रहे हैं।
Created On :   29 July 2025 2:55 PM IST