फिर होगा किसान आंदोलन: फिर सड़कों पर उतरेंगे किसान, MSP और कर्ज माफी सहित इन मांगों को लेकर है सरकार से नाराजगी
- अन्नदाताओं से सरकार ने किया झूठा वादा- एसकेएम
- जल्द से जल्द मांगों को पूरा करें सरकार- किसान
- अन्नदाताओं के साथ सरकार ने झूठ बोला- किसान
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में एक बार फिर किसान आंदोलन देखने को मिल सकता है। सुंयक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने कहा है कि वे लंबित मांगों को लेकर फिर से आंदोलन शुरू करेंगे। किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी और किसान कर्ज माफी को लेकर आंदोलन करने वाले हैं। एसकेएम के नेताओं ने मीडिया से कहा कि सरकार ने उनकी मांगों को अनदेखा किया है। ऐसे में वह फिर से आंदोलन करेंगे। किसानों ने जल्द से जल्द सरकार से मांगों को पूरा करने का आग्रह किया है।
अन्नदाताओं से सरकार ने किया झूठा वादा
गुरुवार को संयुक्त किसान मोर्चा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि वह न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी और किसानों का ऋण माफी सहित अन्य मांगों को लेकर आंदोलन करेंगे। एसकेएम ने आगे कहा कि वह अपनी मांगों को लेकर प्रधानमंत्री और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष को अपना ज्ञापन सौंपेंगे। वर्ष 2020-21 के किसान आंदोलन का नेतृत्व करने वाले एसकेएम ने बीते आम सभा की बैठक की। इसके एक दिन बाद यानि गुरुवार को आंदोलन करने की घोषणा की। किसान संगठन का कहना है कि अन्नदाताओं के साथ सरकार ने झूठ बोला है।
किसानों ने की बड़ी तैयारी
एसकेएम ने कहा- आम सभा ने भारत सरकार के कृषि विभाग के सचिव द्वारा हस्ताक्षरित एसकेएम के साथ केंद्र सरकार के नौ दिसंबर 2021 के समझौते को लागू बात की। लेकिन वह पूरा नहीं हुआ है। किसानों ने आगे कहा कि इसी के चलते किसानों की आजीविका को प्रभावित हुई है। जिससे चलते वह किसानों की प्रमुख मांगों को लेकर आंदोलन फिर से शुरू करेंगे। एसकेएम ने कहा कि संगठन सभी सांसदों को अपनी मांगों को लेकर अद्यतन मांग पत्र सौंपेंगे। अपने मांग पत्र के समर्थन में देशभर में प्रदर्शन कर नौ अगस्त की तारीख को 'भारत छोड़ो दिवस' की जगह 'कॉरपोरेट भारत छोड़ो दिवस' के रूप में मनाएंगे।
Created On :   11 July 2024 12:18 PM GMT