इस्लामाबाद में फर्जी बिजली बिलों के जरिए करोड़ों की धोखाधड़ी

Fraud of crores through fake electricity bills in Islamabad
इस्लामाबाद में फर्जी बिजली बिलों के जरिए करोड़ों की धोखाधड़ी
इस्लामाबाद में फर्जी बिजली बिलों के जरिए करोड़ों की धोखाधड़ी
हाईलाइट
  • बिलिंग विभाग बीते चार वर्षो से उपभोक्ताओं को चूना लगाता रहा

डिजिटल डेस्क, इस्लामाबाद। पाकिस्तान की एक संसदीय समिति ने शुक्रवार को उपभोक्ताओं से फर्जी बिल के जरिए धोखाधड़ी कर करोड़ों रुपये एकत्रित करने के मामले में इस्लामाबाद इलेक्ट्रिक सप्लाई कंपनी (आईएस्को) के अधिकारियों से पूछताछ की। इसके तहत एक दिन में 4.3 करोड़ रुपये का गबन पाया गया। आईएस्को का बिलिंग विभाग बीते चार वर्षो से उपभोक्ताओं को चूना लगाता रहा, लेकिन न ही कंपनी के प्रबंधक और न ही ऑडिट विभाग इस घोटाले का पता लगा पाया।

आईएस्को के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) शाहिद इकबाल ने ऊर्जा पर सीनेट स्टैंडिंग कमेटी से कहा कि फर्जी स्टांप बिजली बिल के जरिए ऊर्जा उपभोक्ताओं से धोखाधड़ी की गई और एक दिन में 4.3 करोड़ रुपये का गबन पाया गया। उन्होंने कहा, घोटाला बीते चार वर्षो से चल रहा था और हमने घोटाले में संलिप्त वित्त विभाग के अधिकारियों को हटा दिया है।

उन्होंने यह भी खुलासा किया कि घोटाले में कुछ उपभोक्ता भी शामिल हैं क्योंकि वे राजस्व कार्यालय में 30 प्रतिशत छूट के साथ बिल जमा करवाते थे। सर्किल-1 के राजस्व कार्यालय के प्रमुख को इस फर्जीवाड़े में शामिल पाया गया है। बीते दो वर्षो में 23.9 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की गई क्योंकि इस राशि को कंपनी के खाते में जमा नहीं कराया गया। दोषी राजस्व अधिकारी को गिरफ्तार कर लिया गया है।

सीईओ ने कहा कि संघीय जांच एजेंसी मामले को देख रही है और इसकी जांच कर रही है। वहीं संसदीय समिति के अध्यक्ष फीदा मुहम्मद खान ने सीईओ से पूछा, क्या आईएस्को उस वक्त सो रही थी जब इसके कर्मचारी एक दिन में लाखों की ठगी कर रहे थे। इसका मतलब है अन्य बिजली कंपनियों में भी इसी तरह के घोटाले हो रहे होंगे।

सांसद नौमन वजीर खट्टक ने ऊर्जा विभाग को सभी बिजली वितरण कंपनियों को उनके रिकार्ड की जांच करने और इसकी जानकारी समिति को देने के आदेश देने के लिए कहा।

 

Created On :   14 Sep 2019 1:31 PM GMT

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