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- Paralympic (Shooting): Avani became the first female athlete to win a gold medal
पैरालंपिक (निशानेबाजी) : स्वर्ण पदक हासिल करने वाली पहली महिला एथलीट बनीं अवनि
हाईलाइट
- 19 वर्षीय अवनि को 2012 में एक कार दुर्घटना में रीढ़ की हड्डी में चोट लग गई थी
डिजिटल डेस्क, टोक्यो। भारत की अवनि लेखरा ने सोमवार को 249.6 के विश्व रिकॉर्ड स्कोर के साथ महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल एसएच 1 वर्ग में यहां जारी टोक्यो पैरालंपिक खेलों में देश के लिए पहला स्वर्ण पदक जीता। इसके साथ ही वह देश की पहली महिला एथलीट बनीं जिन्होंने पैरालंपिक में स्वर्ण हासिल किया। 19 वर्षीय अवनि को 2012 में एक कार दुर्घटना में रीढ़ की हड्डी में चोट लग गई थी। अवनि ने फाइनल के लिए सातवें स्थान पर क्वालीफाई किया, लेकिन फाइनल में शानदार प्रयास के साथ वह शीर्ष पर पहुंच गई।
चीन की महिला शूटर झांग कुइपिंग 248.9 स्कोर के साथ दूसरे स्थान पर रहीं जबकि यूक्रेन की इरिना शेतनिक ने कुल 227.5 अंक प्राप्त कर तीसरा स्थान हासिल किया। पैरालंपिक खेलों में निशानेबाजी में भारत का यह पहला स्वर्ण पदक है। ओवरऑल अवनि चौथी भारतीय एथलीट हैं जिन्होंने पैरालंपिक में स्वर्ण पदक जीता है। उनसे पहले तैराक मुरलीकांत पेटकर (1972), भाला फेंक एथलीट देवेंद्र झाझरिया (2004 एंड 2016) और ऊंची कूद एथलीट थंगावेलु मरिपयप्पन (2016) ने स्वर्ण पदक जीते हैं।
इसके साथ ही अवनि भारत की पहली महिला एथलीट हैं जिन्होंने ओलंपिक या पैरालंपिक में स्वर्ण हासिल किया है। पैरा एथलीट दीपा मलिक ने 2016 और पैरा टेबल टेनिस खिलाड़ी भाविना पटेल ने रविवार को रजत जीता था जबकि ओलंपिक में पीवी सिंधु और मीराबाई चानू ने भारत के लिए रजत जीते थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अवनि को बधाई देते हुए ट्वीट कर कहा, अवनि का अभूतपूर्व प्रदर्शन। स्वर्ण पदक जीतने के लिए आपको बहुत बधाई। यह आपके मेहनती स्वभाव और शूटिंग के प्रति जुनून के कारण संभव हुआ। भारतीय खेलों के लिए यह सचमुच एक विशेष पल है। भवष्यि के लिए आपको शुभकामनाएं।
अवनि के 2020 का पीरियड काफी चुनौतीपूर्ण रहा क्योंकि कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन की वजह से उनकी फिजियोथेरेपी रूटीन प्रभावित हुई। महामारी के कारण फिजियो रूटीन के अलावा उनकी शूटिंग ट्रेनिंग भी काफी प्रभावित हुई। अवनि ने 2019 में क्रोएशिया के ओसिजेक में 10 मीटर एयर राइफल इवेंट में रजत पदक जीता था।
आईएएनएस
आईसेक्ट ग्रुप भोपाल: आईसेक्ट द्वारा ग्लोबल पर्सनल डेवलपमेंट विषय पर विशेष ट्रेनिंग सेशन आयोजित
डिजिटल डेस्क, भोपाल। आईसेक्ट के एचआर एवं लर्निंग एंड डेवलपमेंट डिपार्टमेंट द्वारा एम्पलॉइज के लिए ग्लोबल पर्सनल डेवलपमेंट पर एक विशेष ट्रेनिंग सेशन का आयोजन किया गया। इसमें यूनाइटेड किंगडम के कॉर्पोरेट इंटरनेशनल ट्रेनर जुबेर अली द्वारा प्रशिक्षण प्रदान किया गया। जिसमें उन्होंने प्रशिक्षणार्थियों को अपने अनुभवों, डेमोंस्ट्रेशन, वीडियो, स्लाइड शो के माध्यम से नई स्किल्स को प्राप्त करने और अपनी पर्सनेलिटी को बेहतर बनाने के तरीके बताए। साथ ही उन्होंने पर्सनेलिटी डेवलपमेंट और अपस्किलिंग के महत्व पर बात की और बताया कि करियर ग्रोथ के लिए यह कितना आवश्यक है। इस दौरान उन्होंने सफलता के लिए नौ सक्सेस मंत्र भी दिए। इस दौरान कार्यक्रम में एचआर कंसल्टेंट डी.सी मसूरकर और अल नूर ट्रस्ट के सदस्य उपस्थित रहे।
इस पहल पर बात करते हुए आईसेक्ट के निदेशक सिद्धार्थ चतुर्वेदी ने कहा कि आईसेक्ट कौशल विकास के महत्व को समझता है इसी कारण अपने एम्पलॉइज की अपस्किलिंग के लिए लगातार विभिन्न प्रशिक्षण सेशन का आयोजन करता है। इसी कड़ी में ग्लोबल पर्सनेल डेवलपमेंट पर यह ट्रेनिंग सेशन भी एक कदम है।
स्कोप कैम्पस: खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 की मशाल रैली भीमबेटका, ओबेदुल्लागंज, मंडीदीप, भोजपुर होते हुए पहुंची रबीन्द्रनाथ नाथ टैगोर विश्वविद्यालय और स्कोप कैम्पस
डिजिटल डेस्क, भोपाल। रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय और खेल एवं युवा कल्याण विभाग रायसेन के संयुक्त तत्वावधान में खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 की मशाल रैली आयोजित की गई। यह यात्रा होशंगाबाद से पर्वतारोही भगवान सिंह भीमबेटका लेकर पहुंचे। फिर भीमबेटका से रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय ने मशाल लेकर ओबेदुल्लागंज की ओर प्रस्थान किया। ओबेदुल्लागंज में रैली का स्वागत किया गया। साथ ही ओबेदुल्लागंज में मशाल यात्रा को विभिन्न स्थानों पर घुमाया गया। तत्पश्चात यात्रा ने मंडीदीप की ओर प्रस्थान किया। मंडीदीप में यात्रा का स्वागत माननीय श्री सुरेंद्र पटवा जी, भोजपुर विधायक ने किया। अपने वक्तव्य में उन्होंने खेलों को बढ़ावा देने के लिए मप्र सरकार द्वारा की जा रही पहलों की जानकारी दी और युवाओं को खेलों को जीवन में अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया। इसके अलावा खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 में खिलाड़ियों को जीत के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने खेलों इंडिया यूथ गेम्स के आयोजन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के प्रयासों को रेखांकित किया।
साथ ही कार्यक्रम में रायसेन के डिस्ट्रिक्ट स्पोर्ट्स ऑफिसर श्री जलज चतुर्वेदी ने मंच से संबोधित करते हुए कहा कि खेलों को बढ़ावा देने के लिए सरकार की विभिन्न गतिविधियों पर प्रकाश डाला और खेलों इंडिया यूथ गेम्स के खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दीं। यहां से धावकों ने मशाल को संभाला और दौड़ते हुए भोजपुर मंदिर तक पहुंचे। मंदिर से फिर यात्रा रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय तक पहुंचती और यहां यात्रा का डीन एकेडमिक डॉ. संजीव गुप्ता द्वारा और उपकुलसचिव श्री समीर चौधरी, उपकुलसचिव अनिल तिवारी, उपकुलसचिव ऋत्विक चौबे और स्पोर्ट्स ऑफिसर सतीश अहिरवार द्वारा भव्य स्वागत किया जाता है। मशाल का विश्वविद्यालय में भी भ्रमण कराया गया। यहां से यात्रा स्कोप कैम्पस की ओर प्रस्थान करती है। स्कोप कैम्पस में स्कोप इंजीनियरिंग कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. डी.एस. राघव और सेक्ट कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. सत्येंद्र खरे ने स्वागत किया और संबोधित किया। यहां से मशाल को खेल एवं युवा कल्याण विभाग के उपसंचालक जोश चाको को सौंपा गया।