Asian Athletics 2025: खत्म हुआ 36 सालों सूखा, 3000 मीटर स्टीपलचेज अविनाश साबले ने भारत को जीताया गोल्ड, ज्योति याराजी ने 100 मीटर हर्डल रेस में स्वर्ण पदक पर जमाया कब्जा

- 3000 मीटर स्टीपलचेज अविनाश साबले ने भारत को जीताया गोल्ड
- ज्योति याराजी ने 100 मीटर हर्डल रेस में स्वर्ण पदक पर जमाया कब्जा
- 36 साल पहले यानी साल 1989 में दीना राम ने भारत को जीताया था गोल्ड
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक विजेता अविनाश साबले ने गुरुवार 29 मई को इतिहास रच दिया है। एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप में पुरुषों की 3000 मीटर स्टीपलचेज में अविनाश ने स्वर्ण पदक जीत भारत के 36 सालों के लंबे इंतजार को खत्म कर दिया है। साउथ कोरिया के गुमी में खेले गए सीजन में अविनाश साबले ने 8.20.92 सेकेंड का समय लेकर रेस खत्म किया और टॉप पोजिशन हासिल की।
इस प्रतियोगिता में भारत ने साल 1989 में आखिरी बार स्वर्ण पदक जीता था। उस दौरान भारतीय फील्ड एथलीट ने स्वर्ण पदक अपने नाम किया था। इसी के साथ अविनाश 36 सालों बाद एशियाई चैंपियनशिप में 3000 मीटर स्टीपलचेज जीतने वाले पहले भारतीय पुरुष बन गए हैं। बता दें, 2019 में दोहा में रजत जीतने के बाद महाद्वीपीय मीट में उनका यह दूसरा पदक है।
मुकाबले में साबले ने शुरुआत से ही दबदबा बना लिया था। हालांकि, जापान के युतारो नीनाए ने अंतिम लैप में कुछ समय के लिए बढ़त बना ली थी। लेकिन साबले ने शानदार खेल का प्रदर्शन करते हुए अंतिम चरणों में उनसे आगे निकलकर एक यादगार जीत हासिल की। मैच में जापान के युतारो नीनाए ने 8.24.41 सेकंड के समय के साथ रजत पदक जीता। वहीं, कतर के जकारिया इलाहलामी ने 8.7.12 सेकंड में कांस्य पदक जीता।
अविनाश के अलावा ज्योति याराजी ने 100 मीटर हर्डल रेस में भारत को जीत दिलाई। एशियाई खेलों की रजत पदक विजेता ने 12.96 सेकंड के चैम्पियनशिप रिकॉर्ड के साथ स्वर्ण पदक जीता। प्रतियोगिता में उन्होंने जापान की तनाका और चीन की वू को पीछे छोड़ा। उनके इस प्रयास से भारत को इस प्रतियोगिता में अपना चौथा पदक हासिल हुआ।
Created On :   29 May 2025 10:29 PM IST