गुजरात मंत्रिमंडल विस्तार: भूपेंद्र की जंबो कैबिनेट, हर तबके को साधने की पूरी कोशिश, पाटीदार और आदिवासी फेस पर फोकस, क्या दो साल बाद होने वाले चुनाव पर है नजर?

डिजिटल डेस्क, अहमदाबाद। गुजरात में शुक्रवार को मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व में नए मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ। गुजरात सरकार के नए मंत्रिमंडल ने गांधीनगर स्थित महात्मा मंदिर में शपथ ग्रहण समारोह हुआ। नए मंत्रिमंडल में हर्ष संघवी ने गुजरात के नए डिप्टीए सीएम के रूप में शपथ ली। जबकि, जितेंद्र वाघानी और अर्जुन मोढवाडिया ने गांधीनगर में गुजरात कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ग्रहण की। इस मंत्रिमंडल में हर तबके को साधने की पूरी कोशिश की गई है। भूपेंद्र पटेल ने अपने मंत्रिमंडल में पाटीदार समाज के चेहरों को जगह दी है तो आदिवासी और एससी चेहरे भी कैबिनेट में नजर आएंगे। कैबिनेट में नए और पुराने चेहरों का तालमेल बिठाने की भी पूरी कोशिश की गई है। जिसे देखकर ये माना जा रहा है कि भूपेंद्र पटेल ने दो साल बाद होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए तैयारी शुरू कर दी है।
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भूपेंद्र सरकार का हुआ मंत्रिमंडल विस्तार
दरअसल, गुजरात सरकार के नए मंत्रिमंडल में 25 मंत्रियों ने शपथ ली। इसमें 6 पुराने चेहरों को जगह दी गई। जबकि जामनगर उत्तर से विधायक रीवाबा जडेजा को भी मंत्रिमंडल में शामिल किया गया। बता दें, 35 वर्षीय रीवाबा जडेजा क्रिकेटर रवींद्र जडेजा की पत्नी हैं। इसके अलावा मोरबीसे विधायक कांति अमृतिया को भी मंत्रिमंडल में मौका दिया गया। कांति अमृतिया पाटीदार समाज से ताल्लुक रखती है। वह 6 बार की विधायक रह चुकी हैं।
इसके अलावा सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी पी.सी. बरंडा को भी मंत्रिमंडल में शामिल किया गया। वह अरावली से विधायक हैं। वहीं, कच्छ जिले के अंजार से विधायक त्रिकम छंगा ने भी मंत्री पद की शपथ ली। वह अहीर समाज से आते हैं। त्रिकम कच्छ जिला पंचायत के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। मंत्रिमंडल में नवसारी के गणदेवी से विधायक नरेश पटेल को भी मंत्रिमंडल में शामिल किया गया। वह पहले भी मंत्रि रह चुके हैं। नरेश पटेल अनुसूचित जाति से ताल्लुक रखते हैं। इसके अलावा वाव विधायक स्वरूपजी ठाकोर को भी मंत्रिमंडल में शामिल किया गया। जबकि, डीसा विधायक प्रवीण माली ने मंत्री पद की शपथ ली।
गुजरात सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार में मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के अलावा त्रिकम बिजल छंगा, स्वरूपजी सरदारजी ठाकोर, प्रवीण माली, ऋषिकेश पटेल, पीसी बरंडा, दर्शना वाघेला, कांतिलाल अमृतिया, कुंवरजीभाई बावलिया, रिवाबा जडेजा, अर्जुन मोढवाडिया, डॉ. प्रद्युम्न वाजा, कौशिक वेकारिया, परषोत्तम सोलंकी, जीतेंद्र वाघाणी, रमण सोलंकी, कमलेश पटेल, संजय सिंह महीडा, रमेश कटारा, प्रफुल पानसेरिया, हर्ष संघवी, मनीषा वकील और ईश्वर सिंह पटेल का नाम नए जगह दी गई। फिलहाल, गुजरात के 9 पुराने मंत्रियों को हटाया गया है, जबकि छह पुराने चेहरों को नए मंत्रिमंडल में जगह दी गई है।
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मंत्रिमंडल से साधे सियासी समीकरण
कुल मिलाकर देखा जाए तो नए मंत्रिमंडल में मुख्यमंत्री समेत आठ पाटीदार मंत्रियों को शामिल किया गया है। इसके अलावा आठ ओबीसी विधायकों, चार आदिवासी नेताओं, तीन अनुसूचित जाति विधायकों, एक अनाविल ब्राह्मण कनुभाई को मौका दिया गया है। वहीं, जैन समुदाय से हर्ष संघवी को जगह मिली है। क्षत्रिय समुदाय से रीवाबा जडेजा को जगह मिली है। हार्दिक पटेल, अल्पेश ठाकोर और दो आंदोलनकारियों को जगह नहीं मिली है।
इसके अलावा गुजरात के नए मंत्रिमंडल से राघवजी पटेल, बलवंतसिंह राजपूत, कुबेरभाई डिंडोर, मुलुभाई बेरा, भानुबेन बाबरिया, जगदीश विश्वकर्मा, मुकेश पटेल, भीखूसिंह परमार, कुंवरजीभाई हलपति, बच्चू खाबर को मंत्रिमंडल से हटा दिया गया।
बता दें, गुजरात सरकार के नए मंत्रिमंडल विस्तार को विधानसभा चुनाव 2027 की तैयारी के मद्देनजर देखा जा रहा है। इसमें खासतौर से जातीय और क्षेत्रीय संतुलन का ध्यान रखा गया है। गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत, सीएम भूपेंद्र पटेल और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा मंत्रिमंडल विस्तार के शपथ ग्रहण समारोह में पहुंचे। मालूम हो कि, 16 अक्टूबर को भूपेंद्र पटेल सरकार के सभी 16 मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया था।
Created On :   17 Oct 2025 4:27 PM IST