बिहार विधानसभा चुनाव 2025: सिकटा विधानसभा सीट से आरजेडी के अलावा हर प्रमुख दल को मिली जीत, एनडीए की तुलना में इंडिया गठबंधन मजबूत

सिकटा विधानसभा सीट से आरजेडी के अलावा हर प्रमुख दल को मिली जीत, एनडीए की तुलना में इंडिया गठबंधन मजबूत
1951 में अस्तित्व में आई सिकटा विधानसभा सीट पर 18 बार चुनाव हुआ है, जिनमें कांग्रेस ने 6 बार, निर्दलीयों ने 3 बार, जनता दल ने दो बार जीत दर्ज की है। स्वतंत्र पार्टी, सीपीआई ,चंपारण विकास पार्टी, बीजेपी, एसपी और जेडीयू और भाकपा माले ने एक -एक बार चुनाव जीता है। यहां की राजनीति में दल बदलू नेताओं का दबदबा है। यहां की जनता ने आरजेडी को कभी जीतने का मौका नहीं दिया है।

डिजिटल डेस्क, पटना। 243 विधानसभा सीटों वाले बिहार में सिकटा विधानसभा सीट पश्चिम चंपारण जिले में आती है। सिकटा विधानसभा क्षेत्र पूरी तरह ग्रामीण क्षेत्र है। यहां शहरी वोटर्स ना के बराबर है। आर्थिक अर्थव्यवस्था के लिहाज से विधानसभा क्षेत्र कृषि पर आधारित है। औद्योगिक विकास के हिसाब से इलाका पिछड़ा हुआ है, बेरोजगारी सबसे बड़ी समस्या है। इलाका नेपाल सीमा से सटा हुआ है।

2020 में सीपीआई एमएमल एल के बिरेंद्र प्रसाद गुप्ता, 2015 में जेडीयू के खुर्शीद फिरोज अहमद, 2010 में निर्दलीय उम्मीदवार दिलीप वर्मा ,2005 में जेडीयू के बैद्धनाश प्रसाद महतो ,2000 में एसएपी से बैधनाथ प्रसाद महतो ने चुनाव जीता। मुस्लिम मतदाता करीब 30 फीसदी,एससी मतदाता 14 फीसदी , एसटी वोटर्स करीब 4 फीसदी है।

1951 में अस्तित्व में आई सिकटा विधानसभा सीट पर 18 बार चुनाव हुआ है, जिनमें कांग्रेस ने 6 बार, निर्दलीयों ने 3 बार, जनता दल ने दो बार जीत दर्ज की है। स्वतंत्र पार्टी, सीपीआई ,चंपारण विकास पार्टी, बीजेपी, एसपी और जेडीयू और भाकपा माले ने एक -एक बार चुनाव जीता है। यहां की राजनीति में दल बदलू नेताओं का दबदबा है। यहां की जनता ने आरजेडी को कभी जीतने का मौका नहीं दिया है।

बिहार में दो चरणों में 6 नवंबर और 11 नवंबर को वोटिंग होगी, नतीजे 14 नवंबर को आएंगे। आज 17 नवंबर को पहले चरण के नामांकन की आखिरी तारीख है। दूसरे चरण के लिए नामांकन की अंतिम तारीख 20 अक्टूबर है।

Created On :   17 Oct 2025 1:52 PM IST

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