बिहार विधानसभा चुनाव 2025: NDA में कब होगा सीट शेयरिंग पर फैसला? JDU नेता राजीव रंजन प्रसाद ने कर दिया साफ

NDA में कब होगा सीट शेयरिंग पर फैसला? JDU नेता राजीव रंजन प्रसाद ने कर दिया साफ

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बिहार में इसी साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं। सभी पार्टियां अपनी-अपनी रणनीतियों पर जोर-शोर से काम कर रही हैं।वहीं, लोगों के मन में सबसे ज्यादा उत्सुकता सीट बंटवारे को लेकर है। सभी यह जानना चाहते हैं कि उम्मीदवारों के नाम की घोषणा कब होगी? किस पार्टी के खाते में कितनी सीटें आएंगी? इतने सवालों के बीच जनता दल (यूनाइटेड) के नेता राजीव रंजन ने सीट शेयरिंग फार्मूला को लेकर बड़ा बयान दिया है। तो चलिए जानते हैं उन्होंने शनिवार (4 अक्टूबर) को मीडिया से बात करते हुए क्या-क्या कहा?

सीट बंटवारे पर JDU नेता का बड़ा बयान

जेडीयू नेता राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि एनडीए के सभी दल एक मजबूत सूत्र में बंधे हैं। कौन सी सीट किसके पास जाएगी, इन सभी जिज्ञासाओं का समाधान बहुत जल्द हो जाएगा। गठबंधन के तौर पर एनडीए ने पहले कभी किसी को असंतुष्ट होने का मौका नहीं दिया। सबको सम्मानजनक हिस्सेदारी मिले, सबकी भावनाओं का सम्मान हो, गठबंधन अब तक इसी सिद्धांत पर काम करता आया है। हम मिलकर लड़ेंगे। अगली सरकार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही बनेगी।

सीट बंटवारे पर नहीं हुई कोई चर्चा-पशुपति पारस

राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के प्रमुख पशुपति पारस ने महागठबंधन में सीटों के बंटवारे को लेकर शुक्रवार को बड़ा बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि सीटों के बंटवारे पर अभी कोई चर्चा नहीं हुई है। चुनाव की अधिसूचना जारी होने के बाद महागठबंधन में सीटों के बंटवारे पर चर्चा होगी। चिराग पासवान के बारे में उन्होंने कहा, "अगर चिराग पासवान मुख्यमंत्री बनते हैं, तो हमें खुशी होगी। वह हमारे परिवार के सदस्य हैं। जनता फैसला करेगी। बिहार की जनता सोच-समझकर फैसला लेती है। जनता जिसे वोट देगी, वही मुख्यमंत्री बनेगा।

EC पर कन्हैया कुमार का निशाना

कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार ने कहा था कि चुनाव आयोग बिहार आ रहा है, यह चुनावी साल है और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करना चुनाव आयोग की जिम्मेदारी है। हालांकि, हम चुनाव आयोग से लगातार जो सवाल पूछ रहे हैं, उनमें से किसी का भी जवाब नहीं मिला है। इस बात की निष्पक्ष समीक्षा होनी चाहिए कि जिन लोगों के नाम हटाए गए हैं, वे असली मतदाता हैं या नहीं। जिनके नाम गलत तरीके से हटाए गए हैं, उनके नाम वापस जोड़ने के लिए एक समय सीमा होनी चाहिए।

Created On :   4 Oct 2025 10:58 AM IST

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