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- About 65 percent people are not satisfied with the work of the Chief Minister of Punjab
Punjab: लगभग 65 प्रतिशत लोग पंजाब के मुख्यमंत्री के काम से संतुष्ट नहीं

हाईलाइट
- लगभग 65 प्रतिशत लोग पंजाब के मुख्यमंत्री के काम से संतुष्ट नहीं
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। एबीपी-सीवोटर-आईएएनएस बैटल फॉर द स्टेट्स के अनुसार, अगले साल पांच राज्यों में होने वाले चुनाव- उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, मणिपुर और गोवा में कुल मिलाकर करीब 40 फीसदी लोग अपने-अपने मुख्यमंत्रियों के काम से काफी संतुष्ट हैं, जबकि पंजाब में 65 फीसदी लोग अपने मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के काम से संतुष्ट नहीं हैं।
सर्वेक्षण से पता चला कि कुल मिलाकर, 39.7 प्रतिशत अपने संबंधित मुख्यमंत्रियों के काम से बहुत संतुष्ट हैं, जबकि 27.2 प्रतिशत कुछ हद तक संतुष्ट हैं और 27.4 प्रतिशत बिल्कुल भी संतुष्ट नहीं हैं।
एक सवाल के जवाब में कि आप अपने मुख्यमंत्री के काम से कितने संतुष्ट हैं, पंजाब में लगभग 64.8 प्रतिशत लोगों ने कहा कि वे संतुष्ट नहीं हैं, जबकि केवल 12.6 प्रतिशत ने कहा कि वे अमरिंदर सिंह के काम से बहुत संतुष्ट हैं और 19 प्रतिशत ने कहा कि कुछ हद तक संतुष्ट हैं।
गोवा में, लगभग 24.7 प्रतिशत ने कहा कि वे बहुत संतुष्ट हैं, जबकि 53.6 प्रतिशत ने कहा कि वे कुछ हद तक संतुष्ट हैं। लगभग 20.7 प्रतिशत लोगों ने कहा कि वे मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत से बिल्कुल भी संतुष्ट नहीं हैं।
मणिपुर में, लगभग 30.1 प्रतिशत लोगों ने कहा कि वे मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह से बहुत संतुष्ट हैं, जबकि 26.6 प्रतिशत ने कहा कि वे कुछ हद तक संतुष्ट हैं, और 43.4 प्रतिशत ने कहा कि वे बिल्कुल भी संतुष्ट नहीं हैं।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्य से लगभग 43.6 प्रतिशत उत्तरदाता काफी संतुष्ट हैं, जबकि 19.1 प्रतिशत कुछ हद तक संतुष्ट हैं। उत्तर प्रदेश में लगभग 37 प्रतिशत लोगों ने कहा कि वे अपने मुख्यमंत्री से बिल्कुल भी संतुष्ट नहीं हैं।
उत्तराखंड में जहां सत्तारूढ़ भाजपा ने चार महीने में दो मुख्यमंत्री बदले हैं, वहीं करीब 36.4 फीसदी उत्तरदाता मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के काम से काफी संतुष्ट हैं। सर्वेक्षण में कुल 10.9 प्रतिशत लोगों ने कहा कि वे कुछ हद तक संतुष्ट हैं, जबकि 35.8 प्रतिशत ने कहा कि वे बिल्कुल भी संतुष्ट नहीं हैं।
सर्वेक्षण के लिए कुल नमूना आकार 690 विधानसभा सीटों को कवर करते हुए पांच राज्यों में 81,006 था। यह राज्य सर्वेक्षण पिछले 22 वर्षों में भारत में स्वतंत्र अंतर्राष्ट्रीय मतदान एजेंसी सीवोटर द्वारा आयोजित सबसे बड़े और निश्चित स्वतंत्र नमूना सर्वेक्षण ट्रैकर सीरीज का हिस्सा है।
आईएएनएस
भोपाल: स्कोप कॉलेज में विश्वस्तरीय प्रशिक्षण वर्कशाप की स्थापना
डिजिटल डेस्क, भोपाल। स्कोप कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग ने अपने छात्र -छात्राओं के भविष्य को संवारने के लिये भारत के आटोमोबाइल क्षेत्र में अग्रणी कम्पनी हीरो मोटोकार्प के साथ एक करार किया जिसमें ऑटोमोबाइल क्षेत्र में स्किल डेवलपमेंट के लिये एक विश्वस्तरीय प्रशिक्षण वर्कशाप की स्थापना संस्था के प्रांगण में की गई है। ये अपने आप में एक अद्वतीय पहल है तथा सभी अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित है। इसमें सभी नवीनतम कम्प्यूटराइज्ड मशीन के द्वारा टू-व्हीलर ऑटोमोबाइल कार्यशाला प्रशिक्षण दिया जायेगा। इस वर्कशाप में उद्घाटन के अवसर पर कम्पनी के जनरल मैनेजर सर्विसेज श्री राकेश नागपाल, श्री मनीष मिश्रा जोनल सर्विस हेड - सेंट्रल जोन, श्री देवकुमार दास गुप्ता - डी जी एम सर्विस, एरिया मैनेजर श्री राम सभी उपस्थिति थे। साथ ही संस्था के वरिष्ठ अधिकारी डॉ. अजय भूषण, डॉ. देवेंद्र सिंह, डॉ. मोनिका सिंह, अभिषेक गुप्ता आदि उपस्थित थे। संस्था के सभी शिक्षकगण तथा छात्र-छात्रायें उपस्थित थे।
कार्यक्रम की शुरूआत सरस्वती वंदना से की गई , डॉ. मोनिका सिंह ने अतिथियों का संक्षिप्त परिचय दिया। डॉ. अजय भूषण ने सभी का स्वागत किया और बताया कि आने वाला समय कौशल विकास आधारित शिक्षा का है। कर्यक्रम में आईसेक्ट ग्रुप के कौशल विकास के नेशनल हेड अभिषेक गुप्ता ने ग्रुप के बारे मे विस्तार से बताया कि किस तरह हमेशा से आईसेक्ट ग्रुप ने कौशल विकास को हमेशा प्राथमिकता से लिया है। कार्यक्रम में एएसडीसी के सीईओ श्री अरिंदम लहिरी ऑनलाइन आकर सभी को बधाई दी तथा छात्र - छात्राओं को उनके उज्जवल भविष्य के लिये शुभाषीस भी दी।
कार्यक्रम में डॉ. देवेंद्र सिंह ने बताया कि कौशल विकास आधारित शिक्षा सनातन काल से भारतवर्ष में चली आ रही है मध्यकालीन समय में कौशल विकास पर ध्यान नही दिया गया परंतु आज के तेजी से बदलते हुए परिवेश में विश्व भर में इसकी आवश्यकता महसूस की जा रही है। इसी आवश्यकता को देखते हुये स्कोप कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग में कुछ ही समय में विभिन्न क्षेत्रों के सात सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना की गई है जो की विभिन्न क्षेत्रों मे छात्र- छात्राओं के कौशाल विकास मे महत्वपूर्ण भूमिका निभायेंगे।
भोपाल: सीआरपीएफ की 93 महिला पुलिसकर्मियों की बुलेट यात्रा का रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय में हुआ आगमन
डिजिटल डेस्क, भोपाल। इंडिया गेट से जगदलपुर के लिए 1848 किमी की लंबी बुलेट यात्रा पर निकलीं सीआरपीएफ की 93 महिला पुलिसकर्मियों का रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई ने विश्वविद्यालय परिसर में आगमन पर भव्य स्वागत किया। लगभग 300 स्वयंसेवकों तथा स्टाफ सदस्यों ने गुलाब की पंखुड़ियों से पुष्प वर्षा करते हुए स्वागत किया। वहीं उनके स्वागत में एन एस एस की करतल ध्वनि से पूरा विश्वविद्यालय परिसर गुंजायमान हो उठा। इस ऐतिहासिक बाइक रैली में शामिल सभी सैन्यकर्मियों का स्वागत विश्वविद्यालय के डीन ऑफ एकेडमिक डॉ संजीव गुप्ता, डिप्टी रजिस्ट्रार श्री ऋत्विक चौबे, कार्यक्रम अधिकारी श्री गब्बर सिंह व डॉ रेखा गुप्ता तथा एएनओ श्री मनोज ने विश्वविद्यालय की तरफ से उपहार व स्मृतिचिन्ह भेंट कर किया। कार्यक्रम की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए डिप्टी कमांडेंट श्री रवीन्द्र धारीवाल व यात्रा प्रभारी श्री उमाकांत ने विश्वविद्यालय परिवार का आभार किया। इस अवसर पर लगभग 200 छात्र छात्राएं, स्वयंसेवक व एनसीसी कैडेट्स समस्त स्टाफ के साथ स्वागत में रहे मौजूद।
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