क्या भारत के खिलाफ पाक, बांग्लादेश, चीन कर रहे युद्ध की तैयारी?: ओवैसी ने केंद्र सरकार को किया आगाह, कहा - ऑपरेशन सिंदूर के बाद फिर से हो सकता है बड़ा हमला

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। एआईएमआईएम पार्टी के चीफ असुद्दीन ओवैसी सोमवार को परभणी में आयोजित एक रैली में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने रैली को संबोधित करते हुए भाजपा पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि बांग्लादेशी प्रवासियों की घुसपैठ का राग आलापने वाली भाजपा बांग्लादेश और पाकिस्तान के बीच बढ़ती नजदीकियों और चीन द्वारा बनाए जा रहे वायुसैनिक अड्डे जैसी गंभीर मुद्दों को दरकिनार कर रही है।
पाक,चीन और बांग्लादेश को लेकर ओवैसी का दावा
इस दौरान ओवैसी ने दावा करते हुए कहा कि पाकिस्तान और बांग्लादेशी नेता मुलाकातें कर रहे हैं, चीन वायुसैनिक हवाईअड्डे बना रहा है, अगर अब युद्ध हुआ तो ये तीनों तरफ से भारत पर हमला करेंगे, लेकिन बीजेपी का इस तरफ कोई ध्यान ही नहीं है।
ओवैसी ने भाजपा को घेरते हुए आगे कहा कि बीजेपी नेता भारत के पड़ोसी देशों की सीमाओं पर पनप रही स्थिति को समझने में नाकाम साबित हो रहे हैं। एआईएमआईएम चीफ ने सवाल उठाते हुए कहा, 'वे (बीजेपी नेता) बांग्लादेशियों के भारत में अवैध रूप से बसने की बात करते रहते हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, खुफिया एजेंसियां और सीमा सुरक्षा बल ये सब क्या कर रहे हैं?
इतना ही नहीं बल्कि ओवैसी ने यह भी दावा किया कि बांग्लादेश में मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार के सत्ता में आने के बाद बांग्लादेश और पाकिस्तान की नौसेनाएं संयुक्त युद्ध अभ्यास कर रही हैं। उन्होंने कहा, 'पाकिस्तानी नेता अपने बांग्लादेशी समकक्षों से मिल रहे हैं और बांग्लादेश सीमा पर चीन अपना वायुसैनिक अड्डा बना रहा है। अगर युद्ध छिड़ता है, तो यह तीन मोर्चों तक फैल जाएगा। इन खतरों पर विचार करने के बजाय बीजेपी के कार्यकर्ता सिर्फ बांग्लादेश से अवैध आव्रजन के बारे में बात करते रहते हैं।'
महाराष्ट्र की फडणवीस सरकार को घेरा
इसके अलावा ओवैसी ने महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को मराठी भाषा के मुद्दे पर घेरा। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में मराठी भाषा की प्राथमिकता का समर्थन करने वाले लोगों के विरोध के बाद राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को स्कूलों में त्रि-भाषा फॉर्मूले के क्रियान्वयन से जुड़े दो सरकारी आदेशों को रद्द करना पड़ा। ओवैसी ने कहा कि विविधता भारत की पहचान और विशेषता है।
ओवैसी ने आगे कहा, "महाराष्ट्र में मराठी भाषा की प्राथमिकता का समर्थन करने वाले लोगों के विरोध के बाद राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को स्कूलों में त्रि-भाषा फॉर्मूले के क्रियान्वयन से जुड़े दो सरकारी आदेशों को रद्द करना पड़ा। ओवैसी ने कहा कि विविधता भारत की पहचान और विशेषता है।
उन्होंने आगे कहा, "राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) का कहना है कि भारत की एक भाषा, एक संस्कृति और एक ही विचारधारा होगी, लेकिन अगर ऐसा हुआ, तो भारत एक तानाशाह राज्य बन जाएगा। हम ऐसा नहीं होने देंगे। भारत विभिन्न रंगों का प्रतिनिधित्व करता है और हम यह सुनिश्चित करेंगे कि यह वैसा ही बना रहे।" ओवैसी ने अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) के आरक्षण के लिए आंदोलन कर रहे मराठा कार्यकर्ता मनोज जरांगे के प्रति अपना समर्थन भी व्यक्त किया।
Created On :   30 Jun 2025 7:45 PM IST