ओबीसी पर बीजेपी की नजर, केशव-स्वतंत्र देव संभालेंगे मोर्चा

BJPs eyes on OBC, Keshav-Swatantra Dev will handle the front
ओबीसी पर बीजेपी की नजर, केशव-स्वतंत्र देव संभालेंगे मोर्चा
यूपी चुनाव ओबीसी पर बीजेपी की नजर, केशव-स्वतंत्र देव संभालेंगे मोर्चा

डिजिटल डेस्क, लखनऊ। उत्तर प्रदेश में 2022 विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी की रणनीति सियासी और जातीय समीकरणों को साधने की है। जिसके लिए पार्टी ने ओबीसी को एकजुट करने का निर्णय लिया है। बीजेपी ने ओबीसी को साधने की जिम्मेदारी यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह को दी है। जो ओबीसी समुदाय को जोड़ने की मुहिम चलाने जा रहे हैं। बीजेपी की नजर यूपी के गैर-यादव पिछड़ा वर्ग पर है। जो 2014 से बीजेपी के साथ मजबूती से खड़ा रहा है। 


मेरठ से होगी सम्मेलन की शुरुआत 

बीजेपी ने लक्ष्य रखा है कि वह 2022 के यूपी चुनाव में 350 प्लस सीटों को जीतेगी और 50 फीसदी से अधिक वोटबैंक को हासिल करेगी। बीजेपी यह अच्छे से जानती है कि पिछड़ा और अति पिछड़ा के बिना उसका इस लक्ष्य तक पहुंचना असंभव है। इसीलिए इस वोट बैंक को साधने की रणनीति बनाई है, जिसके लिए बीजेपी 31 अगस्त को मेरठ से ओबीसी सम्मेलन शुरू करने जा रही है।  बीजेपी के ओबीसी मोर्चा को इसकी जिम्मेदारी दी गई है। बीजेपी इस सम्मेलन में ओबीसी समुदाय को योगी सरकार वा केंद्र की मोदी सरकार की जनहित योजनाओं और बीजेपी के संगठन में पिछड़ा वर्ग को मिले सम्मान को बताएगी। बीजेपी ने अपने पिछड़ा वर्ग के सबसे बड़े चेहरों को यह जिम्मेदारी दी है। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह के नेतृत्व में इस सम्मेलन के होने की योजना बनी है। इसके अलावा इस सम्मेलन में योगी-मोदी के कैबिनेट में शामिल ओबीसी मंत्रियों को बुलाया जाएगा।

 

बता दें कि उत्तर प्रदेश के 2017 विधानसभा चुनाव को जीतने के बाद, बीजेपी ने 2019 लोकसभा चुनाव से पहले गैर-यादव ओबीसी को साधने के लिए 2018 में करीब एक से डेढ़ महीने तक पिछड़ी जनजाति, पिछड़ी जातियों, के सम्मेलनों के आयोजन किए थे, जिनमें मौर्य, कुशवाहा, कुर्मी, यादव, निषाद समेत कई पिछड़ी जातियों को शामिल किया गया था। बीजेपी को इसका पूरा लाभ चुनाव में मिला था। बीजेपी इसी आजमाई रणनीति के साथ 2022 के दंगल में उतरना चाहती है।

 

18 सितंबर को बड़ा ओबीसी कार्यक्रम

मेरठ, मथुरा, काशी और अयोध्या में ओबीसी के बड़े सम्मेलन करने की योजना बनाई गई है। 18 सितंबर को अयोध्या में ओबीसी मोर्चा की एक बड़ी कार्यसमिति कराने की तैयारी की गई है जिसमें यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ, स्वतंत्रदेव सिंह, भूपेन्द्र यादव समेत केंद्र के तमाम ओबीसी मंत्री के शामिल होने की खबर है। सूत्रों की माने तो गृहमंत्री अमित शाह सभी को पिछड़ो को साधने का गुरु मंत्र देते नजर आयेंगे।

 

स्वतंत्र देव और केशव मोर्य के सहारे पिछड़ो को साधेगी बीजेपी

बीजेपी ने यूपी में ओबीसी सम्मेलन कराने की तैयारी कर ली है। पिछड़े और अति पिछड़े वर्ग की प्रमुख जातियों के अलग-अलग सम्मेलनों को कराया जाएगा, जिनका केशव मौर्य और स्वतंत्रदेव सिंह नेतृत्व करेंगे। यूपी बीजेपी में ये दोनों ओबीसी समुदाय के बड़े नेता हैं। स्वतंत्रदेव सिंह कुर्मी समुदाय से आते हैं जबकि केशव मोर्य कुशवाहा समुदाय से आते हैं। सूबे में इन दोनों समुदाय की बड़ी भागेदारी है। गैर-यादव ओबीसी वोटबैंक में कुशवाह और कुर्मी की बड़ी संख्या है। कुर्मी को साधने के लिए बीजेपी ने स्वतंत्रदेव सिंह को प्रदेश अध्यक्ष बनाया है तो कुशवाह समुदाय से डिप्टी सीएम केशव मोर्य से लेकर स्वामी प्रसाद मोर्य तक बीजेपी के पास हैं। यूपी में कुर्मी और मोर्य की जनसंख्या करीब 13 फीसदी है। जिनको साधकर बीजेपी ने 2017 और 2019 का चुनाव उत्तर प्रदेश में जीता था।

 

Created On :   30 Aug 2021 10:50 AM GMT

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