एक महीने के भीतर कोरोना के खतरे को लेकर अधिक गंभीर हुए भारतीय : सर्वे

Indians become more serious about the threat of corona within a month: Survey
एक महीने के भीतर कोरोना के खतरे को लेकर अधिक गंभीर हुए भारतीय : सर्वे
एक महीने के भीतर कोरोना के खतरे को लेकर अधिक गंभीर हुए भारतीय : सर्वे

नई दिल्ली, 23 अप्रैल (आईएएनएस)। कोरोनावायरस महामारी के बढ़ते खतरे को लेकर गंभीरता बढ़ी है। संकट कितना अधिक है और इसे कितनी गंभीरता से लिए जाने की आवश्यकता है, इसको लेकर अधिकांश भारतीय में तेजी देखी जा रही है। आईएएनएस/सी-वोटर के सर्वे में गुरुवार को यह बात सामने आई।

मेरा मानना है कि कोरोनावायरस से खतरा अतिशयोक्तिपूर्ण है, कुल 54.4 प्रतिशत उत्तरदाताओं का कहना है कि यह कथन गलत है या वे इस कथन से ²ढ़ता से असहमत हैं। वहीं 37.9 प्रतिशत का कहना है कि वह इस अभिकथन से सहमत हैं।

38.4 प्रतिशत ने कहा कि वे खतरे को बेहद गंभीरता से देखते हैं, जबकि 16 प्रतिशत ने कहा कि वे बस इसे सिर्फ गंभीर मानते हैं। उन्होंने क्रमश: बयान से ²ढ़ता से असहमत और सिर्फ असहमत होने की बात कही।

इस बीच, 23.4 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने अत्यधिक आत्मसंतुष्टि दिखाई, जो ²ढ़ता से इस बात से सहमत हैं कि वायरस से खतरा वास्तव में अतिशयोक्तिपूर्ण है। वहीं, सिर्फ 14.5 फीसदी ने कहा कि वे बयान से सिर्फ सहमत हैं।

सर्वे में 16 मार्च से लेकर 21 अप्रैल के बीच का समय लिया गया है।

पिछले एक महीने में, अधिक से अधिक भारतीय कोविड-19 के खतरे के प्रति सचेत हुए हैं। उदाहरण के लिए 16 मार्च को ट्रैकर के शुरू होने के समय सिर्फ 21.3 प्रतिशत ने कहा कि वे इस कथन से असहमत हैं कि वायरस का खतरा अतिशयोक्तिपूर्ण है। हालांकि, एक महीने से अधिक समय के बाद 21 अप्रैल को यह संख्या 38.4 प्रतिशत हो गई।

-- आईएएनएस

Created On :   23 April 2020 7:30 AM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story