उपचुनावों को लेकर सियासी गणित बैठा रहे हैं नेता

Leaders are doing political math regarding by-elections
उपचुनावों को लेकर सियासी गणित बैठा रहे हैं नेता
मध्यप्रदेश सियासत उपचुनावों को लेकर सियासी गणित बैठा रहे हैं नेता

डिजिटल डेस्क, भोपाल। मध्यप्रदेश में एक लोकसभा सीट और तीन विधानसभा सीट पर 30 अक्टूबर को मतदान होना है। चुनावी प्रचार का रथ थमते ही नेता लोगों के द्वार पर दस्तक देने लगे हैं। पिछले दिनों भाजपा और कांग्रेस दोनों ने ही खूब प्रचार किया। दोनों ही पार्टियों ने अपने शासन काल की उपलब्धियां और दूसरी पार्टी की गलतियों का खूब बखान किया। लेकिन ‘ये पब्लिक है ये सब जानती है’ वाला गाना फिर से चरितार्थ हो रहा है। इसके कारण नेताओं की धड़कन भी बढ़ गई है। इन चारों सीटों पर 55 प्रत्याशी मैदान में है। लेकिन हमेंशा की तरह मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच ही है।

इन सीटों पर उपचुनाव की तैयारी पूरी

आपको बता दें कि मप्र की एक लोकसभा सभा सीट खंडवा और जोबट, पृथ्वीपुर और रैगांव विधानसभा सीट पर 30 अक्टूबर को उपचुनाव होगा। भाजपा नेता नंदकुमार सिंह चौहान के निधन से खंडवा लोकसभा सीट खाली थी। पृथ्वीपुर सीट कोरोना की दूसरी लहर में कांग्रेस विधायक बृजेंद्र प्रताप सिंह के निधन से खाली हो गई थी। जोबट विधानसभा सीट कांग्रेस विधायक कलावती भूरिया के निधन से और रैगांव विधानसभा सीट भाजपा विधायक जुगल किशोर बागरी के निधन से खाली हो गई थी।
 

ज्ञानेश्वर पाटिल और राजनारायण सिंह पुरनी के बीच मुकाबला

गौरतलब है कि खंडवा लोकसभा सीट पर भाजपा ने ज्ञानेश्वर पाटिल को उतार कर फिर से जीत हासिल करने का दावा किया है। ज्ञानेश्वर पाटिल ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की उपस्थिति में चुनावी पंर्चा भरा था। ज्ञानेश्वर पाटिल 1987 में पहली बार अखिल भारतीय विद्यार्थी परिशद से जुड़े। वर्ष 2001 में उन्हें भाजपा पंचायत राज प्रकोष्ठ का प्रदेश महामंत्री बनाया गया। वह साल 2000 से 2005 तक पूर्व निमाड़ खंडवा सीट से जिला पंचायत के अध्यक्ष भी रहे। इसके बाद वह 2012 में भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष बने। वर्श 2014 तक वह इस पद पर बने रहे। वहीं कांग्रेस ने इस सीट से राजनारायण सिंह पुरनी को खड़ा किया है। राजनारायण सिंह पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के बहुत करीबी माने जाते हैं। वह मांधाता सीट से तीन बार विधायक पद का चुनाव जीत चुके हैं।  

सुलोचना रावत को टक्कर देंगे महेश पटेल

अलीराजपुर जिले की जोबट विधानसभा सीट पर भाजपा ने सुलोचना रावत को मैदान में उतारकर उपचुनाव को दिलचस्प बना दिया है। सुलोचना रावत कांग्रेस की ओर से तीन बार विधायक पद के लिए चुनी गईं और राज्यमंत्री के पद पर भी आसीन रह चुकी हैं। सुलोचना अब भाजपाई हो गई हैं। वहीं कांग्रेस ने महेश पटेल को मैदान में उतारा है। महेश पटेल वर्तमान में कांग्रेस के जिला अध्यक्ष हैं। चूंकि सुलोचना भाजपा में आ चुकी हैं तो जनता दल बदल की राजनीति को भी भांप रही है।  

इस सीट पर महिला उम्मीदवारों का होगा टक्कर

सतना जिले की रैगांव विधानसभा सीट जुगल किशोर बागरी के निधन से खाली हो गई थी। इस सीट पर भाजपा ने प्रतिमा बागरी को जिम्मेदारी सौंपी है। प्रतिमा भाजपा के जिला संगठन की महामंत्री रह चुकी हैं। वहीं कांग्रेस ने कल्पना वर्मा पर भरोसा जताकर मैदान में उतारा है। कल्पना के ससुराल पक्ष में उनके बाबा विधायक पद पर आसीन रह चुके हैं। कल्पना वर्तमान में सतना से जिला पंचायत सदस्य के पद पर हैं।

पृथ्वीपुर सीट से नितेंद्र को चुनौती देंगे शिशुपाल यादव

मध्यप्रदेश के निवाड़ी जिले में आने वाली पृथ्वीपुर विधानसभा सीट कांग्रेस के बृजेंद्र सिंह राठौर के निधन के चलते खाली हो गई थी अब उनके बेटे नितेंद्र सिंह मैदान में उतरे हैं। नितेंद्र अपने पिता के साथ चुनावी मैनेजमेंट बखूबी संभालते रहे हैं। वहीं भाजपा ने शिशुपाल यादव को उताकर इस बार कांग्रेस से यह सीट छीनने की तैयारी कर ली है। 2018 के विधानसभा चुनावों में शिशुपाल समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़े थे। किंतु अब वह भाजपाई हो गए हैं। उन्होंने कांग्रेस के नितेंद्र सिंह को चुनौती देने की पूरी तैयारी कर ली है।

 

Created On :   28 Oct 2021 4:09 PM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story