प्रियंका गांधी का वायनाड दौरा बना चर्चा का विषय, उपचुनाव को लेकर कयास हुए तेज, पार्टी सूत्रों ने बताई खास वजह 

Priyanka Gandhis visit to Wayanad became a topic of discussion, speculations about the by-election intensified
प्रियंका गांधी का वायनाड दौरा बना चर्चा का विषय, उपचुनाव को लेकर कयास हुए तेज, पार्टी सूत्रों ने बताई खास वजह 
प्रियंका का हुआ वायनाड प्रियंका गांधी का वायनाड दौरा बना चर्चा का विषय, उपचुनाव को लेकर कयास हुए तेज, पार्टी सूत्रों ने बताई खास वजह 

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। संसद की सदस्यता गंवाने के बाद राहुल गांधी पहली बार अपने संसदीय क्षेत्र 11 अप्रैल को केरल के वायनाड पहुंचे थे। जहां पर उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं और केरल कांग्रेस इकाई के नेताओं से मुलाकात की थी। राहुल गांधी के इस दौरे पर बहन प्रियंका गांधी को भी देखा गया। जहां पर वह अपने भाई राहुल के साथ-साथ नजर आईं। हालांकि, प्रियंका को राहुल के साथ वायनाड का दौरा करते ही राजनीति गलियारों में ये चर्चाएं शुरू हो गई हैं कि कहीं कांग्रेस पार्टी और गांधी परिवार इस संसदीय क्षेत्र से प्रियंका को उपचुनाव में खड़ा करने की तो तैयारी नहीं कर रहा है।

दरअसल, इस बात को बल इसलिए भी मिलता है क्योंकि जब राहुल गांधी वायनाड गए तो प्रियंका उनके हर कार्यक्रम में नजर आईं। जानकारों का कहना है कि, अगर राहुल गांधी को कोर्ट से मिली दो साल की सजा से राहत उन्हें ऊपरी अदालत से नहीं मिलती है तो प्रियंका गांधी वायनाड से उपचुनाव लड़ सकती हैं ताकि वो अपनी भाई की विरासत बचा सकें।

भाई की विरासत बचाएंगी प्रियंका?

राहुल गांधी और प्रियंका गांधी का वायनाड दौरा खूब चर्चा में बना हुआ है क्योंकि अपनी संसदीय क्षेत्र पहुंचते ही राहुल गांधी ने रोड शो और एक कार्यक्रम को संबोधित किया और इसमें मोदी सरकार को जमकर घेरा। राहुल ने रोड शो के जरिए अपने राजनीतिक विरोधियों को एक संदेश देने की कोशिश की, कि उनके साथ वायनाड और देश की जनता खड़ी है और सरकार के खिलाफ वो ऐसे ही मुखरता से आवाज उठाते रहेंगे। राहुल गांधी ने अपने कार्यक्रम के दौरान कहा, भले ही मुझे जेल में डाल दिया जाए लेकिन मैं सच बोलता रहूंगा। इन सब से इतर प्रियंका गांधी को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं कि, वो वायनाड से उपचुनाव लड़ सकती हैं ताकि भाई का संसदीय क्षेत्र को बचा सके।

चुनाव आयोग ने उपचुनाव को लेकर क्या कहा?

हालांकि, राहुल गांधी की सदस्यता जाने के बाद वायनाड में उपचुनाव को लेकर भारतीय निर्वाचन आयोग ने कहा है कि, अभी वो संसदीय सीट पर चुनाव कराने के मुड में नहीं है क्योंकि राहुल गांधी ने कोर्ट द्वारा दी गई सजा को सूरत के सेशंस कोर्ट में चुनौती दी है। जब तक इस मामले में पूरे धुंध के बादल छंट नहीं जाते तब तक चुनाव होना मुश्किल है। 

वायनाड जाने के क्या हैं मायने?

राहुल गांधी के साथ प्रियंका के वायनाड दौरे को लेकर राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि, कांग्रेस पार्टी भले ही खुलकर न बोले लेकिन उनके मन में भी प्रियंका गांधी को लेकर विचार है की वो वायनाड से चुनाव लड़ें। हालांकि, कांग्रेस पार्टी इस वक्त वेट एंड वॉच की स्थिति बनाई हुई है क्योंकि राहुल गांधी ने मजिस्ट्रेट कोर्ट द्वारा दिए गए फैसले को सूरत की एक अदालत में चुनौती दी है और अगर राहुल के पक्ष में फैसला आता है तो सारी समस्या का हल आसानी से हो जाएगा।

वहीं अगर फैसला मन मुताबिक नहीं आता है तो प्रियंका गांधी को कांग्रेस की ओर से वायनाड के उपचुनाव में खड़ा किया जा सकता है। विश्लेषक यह भी मानते हैं कि, प्रियंका का राहुल के साथ यह दौरा एक सहानुभूति कांग्रेस पार्टी के लिए साबित होगा और वह चुनाव में खड़ा भी होती हैं तो आसानी से जीत हासिल कर लेंगी। लेकिन राहुल गांधी का पॉलिटिकल करियर में एक बड़ा मोड़ कहे तो लंबा ब्रेक लग सकता है।

राहुल के पक्ष में फैसला आने की उम्मीद

प्रियंका गांधी के वायनाड से उपचुनाव को लेकर कांग्रेस पार्टी के सूत्रों का कहना है कि, पार्टी अभी इस मसले पर कोई भी विचार नहीं कर रही है क्योंकि राहुल गांधी जी ने कोर्ट के फैसले को चुनौती दी है, पार्टी को विश्वास है कि उन्हें राहत मिल सकती है। अगर दुर्भाग्यवश फैसला मन मुताबिक नहीं आता है तो कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता और नेतृत्व इसका फैसला करेंगे कि आखिर वायनाड सीट का करना क्या है? 


 

Created On :   12 April 2023 12:26 PM IST

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