बिहार विधानसभा चुनाव 2025: तीन चुनावों में हर बार तीन अलग-अलग दलों को राजापाकर विधानसभा सीट से मिला विजय का मौका

तीन चुनावों में हर बार तीन अलग-अलग दलों को राजापाकर विधानसभा सीट से मिला विजय का मौका
2008 में परिसीमन आयोग की सिफारिशों के बाद अस्तित्व में आई राजापाकर विधानसभा अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है। इसके बाद हुए तीन चुनावों में हर बार तीन अलग-अलग दलों को विजय का मौका दिया है, 2010 में जेडीयू, 2015 में आरजेडी, 2020 में कांग्रेस नेता यहां से निर्वाचित हए। अबकी चुनाव में यहां जीत के समीकरण गठबंधन दलों की स्थिति पर निर्भर है।

डिजिटल डेस्क, पटना। 243 विधानसभा सीट वाले बिहार में राजा पाकर विधानसभा सीट वैशाली जिले में आती है। जो हाजीपुर लोकसभा सीट का हिस्सा है। 2008 में परिसीमन आयोग की सिफारिशों के बाद अस्तित्व में आई राजापाकर विधानसभा अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है। इसके बाद हुए तीन चुनावों में हर बार तीन अलग-अलग दलों को विजय का मौका दिया है, 2010 में जेडीयू, 2015 में आरजेडी, 2020 में कांग्रेस नेता यहां से निर्वाचित हए।

अबकी चुनाव में यहां जीत के समीकरण गठबंधन दलों की स्थिति पर निर्भर है। राजा पाकर में 22.41% अनुसूचित जाति, 6.70% मुस्लिम मतदाता है। राजा पाकर एक पूर्णतः ग्रामीण क्षेत्र है, जहां शहरी मतदाताओं की संख्या शून्य है।

शिक्षा,स्वास्थ्य, सड़क, सिंचाई की बेसिक सुविधाओं की कमी है। बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी के चलते हजारों कीतादाद में लोग पलायन कर जाते है। पलायन यहां की सबसे बड़ी समस्या है। क्षेत्र को हर साल मौसमी मार झेलनी पड़ती है। समतल भूमि कृषि के लिए अत्यंत उपयुक्त है, लोगों की मुख्य आजीविका खेती है,जो क्षेत्र की अर्थव्यवस्था में अहम भूमिका निभाती है।

बिहार में दो चरणों में 6 नवंबर और 11 नवंबर को वोटिंग होगी, नतीजे 14 नवंबर को आएंगे। आज 17 नवंबर को पहले चरण के नामांकन की आखिरी तारीख है। दूसरे चरण के लिए नामांकन की अंतिम तारीख 20 अक्टूबर रही।

Created On :   5 Nov 2025 5:20 PM IST

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