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दैनिक भास्कर हिंदी: गोवा में फिर शुरू होगा पर्यटन, हमारे मॉडल को उद्धव ठाकरे भी अपना रहे : प्रमोद सावंत (इंटरव्यू)

हाईलाइट
- गोवा में फिर शुरू होगा पर्यटन, हमारे मॉडल को उद्धव ठाकरे भी अपना रहे : प्रमोद सावंत (इंटरव्यू)
नई दिल्ली, 2 जून(आईएएनएस)। जब देश में लॉकडाउन हुआ तो गोवा में कोविड 19 की टेस्टिंग के इंतजाम नहीं थे। कोरोना वायरस की जांच के लिए सैंपल को हवाई जहाज से मुंबई या पुणे भेजना पड़ता था। मगर, यह पेशे से आयुर्वेदिक चिकित्सक रहे मुख्यमंत्री डॉ. प्रमोद सावंत की कोशिशों का नतीजा था कि कुछ ही समय में गोवा में कोविड अस्पताल से लेकर सात लैब तैयार हो गईं।
यह गोवा मॉडल की सफलता का सबसे बड़ा सबूत है कि देश में सबसे ज्यादा कोरोना वायरस का कहर झेल रहे महाराष्ट्र की सीमा से सटे होने के बावजूद गोवा में अब तक सिर्फ 70 मामले ही हैं।
काबिलेगौर है कि अप्रैल में कोरोना से मुक्त होने वाला गोवा देश का पहला राज्य बन गया था। हालांकि, अंतरराज्यीय परिवहन शुरू होने के बाद फिर से राज्य में कोरोना की चपेट में आया।
लेकिन, मुख्यमंत्री डॉ. प्रमोद सावंत की बनाई अचूक रणनीति को भेदने में कोरोना वायरस सफल नहीं हो सका है। देश में चर्चा का विषय बन चुके गोवा मॉडल को आज महाराष्ट्र भी जिलास्तर पर लागू कर काम कर रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. प्रमोद सावंत ने आईएएनएस को दिए इंटरव्यू में कहा कि राज्य में जल्द ही पर्यटन फिर से शुरू होगा। इसके लिए गृह मंत्रालय और पर्यटन मंत्रालय के एसओपी (स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर) का इंतजार किया जा रहा है।
महाराष्ट्र की सीमा से सटे होने के बावजूद गोवा में कोरोना का असर कम देखने को मिला है? इस सवाल पर मुख्यमंत्री डॉ. प्रमोद सावंत ने कहा, गोवा संभवत: देश का इकलौता राज्य रहा, जिसने लॉकडाउन के पहले दिन से ही 24 घंटे काम करने वाला वॉर रूम स्थापित कर कोरोना के खिलाफ लड़ाई की शुरुआत की। मुख्य सचिव की अध्यक्षता में रोजाना बैठकें होती हैं। मैं भी समय-समय पर इसमें भाग लेता हूं।
उन्होंने कहा, मुझे बहुत खुशी और संतोष है कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने भी गोवा मॉडल का संज्ञान लेते हुए महाराष्ट्र में जिला स्तर पर लागू करने का निर्देश दिया है। यह कोरोना से निपटने के लिए गोवा मॉडल की सफलता का सबसे बड़ा सबूत है। लॉकडाउन लगने के समय राज्य में परीक्षण की सुविधा नहीं थी। लेकिन सरकार ने तेज गति से कोविड अस्पताल सहित हर तरह की सुविधाएं स्थापित करने में सफलता हासिल कीं।
कोरोना मुक्त होने वाला देश का पहला राज्य बनने के बाद फिर कैसे गोवा कोरोना की चपेट में आ गया? यह पूछे जाने पर गोवा के मुख्यमंत्री डॉ. प्रमोद सावंत ने कहा कि सात संक्रमित व्यक्तियों के ठीक होने के बाद गोवा कुछ समय के लिए कोविड 19 मुक्त हो गया था। जिसके बाद से राज्य ने और अधिक सतर्कता बरतनी शुरू कर दी थी। राज्य में आने वाले हर व्यक्ति की टेस्टिंग का प्रोटोकॉल लागू हुआ। जिससे राज्य की सीमा में दाखिल होने वाले हर संक्रमित व्यक्ति की जल्द से जल्द पहचान हो सकी।
मुख्यमंत्री ने कहा, अंतरराज्यीय परिवहन शुरू होने के बाद बाहर फंसे राज्य के लोगों का आवागमन शुरू हुआ। राज्य में प्रवेश करते समय ही पॉजिटिव केसेज की पहचान की गई। इसलिए, यहां महत्वपूर्ण बात यह है कि राज्य में हमने हर तरह की सावधानियां बरतकर सामुदायिक संक्रमण( कम्युनिटी स्प्रेड) को रोक रखा है।
प्रमोद सावंत ने कहा, गृहमंत्रालय की ओर से समय-समय पर जारी गाइडलाइंस का हम पालन कर रहे हैं। हालांकि, कई बार सावधानियों के लिहाज से हम गृहमंत्रालय से भी ज्यादा कठोर नियम-कायदे अपनाते हैं। गोवा के लोगों ने इस दिशा में सरकार का काफी साथ दिया है। अब हमारा प्रोटोकॉल है कि जो भी गोवा में दाखिल होगा, उसे 48 घंटे के भीतर आईसीएमआर से प्रमाणित लैब से जारी कोविड 19 निगेटिव सर्टिफिकेट पेश करना होगा या फिर उसे टेस्टिंग के लिए जाना होगा।
मुख्यमंत्री डॉ. प्रमोद सावंत ने राज्य सरकार के प्रयासों की जानकारी देते हुए बताया कि 29 मार्च तक गोवा में कोई टेस्टिंग लैब नहीं थी। जांच के लिए सभी नमूने फ्लाइट से मुंबई या पुणे भेजे जाते थे। लेकिन तेज गति से काम करते हुए गोवा की सरकार ने इलाज और टेस्टिंग के बुनियादी ढांचे पर काम शुरू किया। अब गोवा में कोरोना वायरस की जांच करने वालीं सात लैब संचालित हो रहीं हैं।
प्रमोद सावंद ने कहा, हर संकट से निपटने के लिए हम तैयार रहना चाहते हैं। साथ ही इन्फ्लुएंजा जैसी बीमारियों की पहचान करने के लिए पूरे राज्य में घर-घर जांच-पड़ताल की गई है। ताकि कोविड 19 की आशंका को खारिज किया जा सके।
लॉकडाउन के कारण गोवा की रीढ़ मानी जाने वाली पर्यटन इंडस्ट्री टूट चुकी है। पर्यटन को पटरी पर लाने से जुड़े प्लान के बारे में पूछे जाने पर मुख्यमंत्री डॉ. प्रमोद सावंत कहते हैं कि पहले सुनामी, भूकंप, विनाशकारी बाढ़ और युद्ध दुनिया के कुछ ही हिस्सों तक सीमित थे, इसलिए दूसरे देश भी मदद करते थे। लेकिन इस महामारी के कारण सभी देश आर्थिक संकट से गुजर रहे हैं। जब ऐसी परिस्थितियां होती हैं तो सबसे ज्यादा नुकसान टूरिज्म इंडस्ट्री का होता है। फिर भी मुझे भरोसा है कि जिस तरह से कोरोना के खिलाफ लड़ाई में गोवा की सकारात्मक छवि बनी है, उससे राज्य में पर्यटन फिर से शुरू होगा। सरकार के साथ मिलकर पर्यटन उद्योग के सभी हितधारक काम करेंगे।
राज्य में पर्यटन के दरवाजे फिर से खुलने पर विदेशी पर्यटकों के आने पर कोरोना का खतरा बढ़ने के सवाल पर मुख्यमंत्री डॉ. प्रमोद सावंत ने कहा, जहां तक कोरोना के खतरे का सवाल है तो अर्थव्यवस्था को खोलते समय हर मोर्चे पर सरकार सावधानियां बरतेगी। हालांकि, मुझे विश्वास है कि इसकी वैक्सीन जल्द उपलब्ध होगी और कोरोना इतिहास बन जाएगा। बहुत जल्द दुनिया में गतिविधियां सामान्य होंगी।
उन्होंने कहा, पर्यटन और खनन गोवा की अर्थव्यवस्था के मुख्य आधार हैं। हमने एक आर्थिक कमेटी का भी गठन किया है, जो पहले से ही टूरिज्म सहित हर सेक्टर को फिर से जिंदा करने के लिए रिपोर्ट दे चुकी है। हम टूरिज्म सेक्टर को खोलने के लिए गृहमंत्रालय और पर्यटन मंत्रालय के मानक संचालन प्रक्रिया(एसओपी) का इंतजार कर रहे हैं। राज्य भी पर्यटन के लिए अलग से नियम-कायदे बनाएगा।
गोवा के मुख्यमंत्री ने फिल्म अभिनेत्री पूजा बेदी के उन आरोपों पर भी जवाब दिया, जिसमें उन्होंने क्वारंटाइन सेंटर में अव्यवस्थाएं होने की बात कही थी। इस पर प्रमोद सावंत ने कहा, मैं सबका सम्मान करता हूं। आपको यह समझना होगा कि हम सभी को समान सुविधाएं प्रदान करते हैं, किसी के साथ कोई भेद नहीं करते। मुझे लगता है कि वह उच्चस्तरीय आराम सुविधाएं चाहतीं थीं। हमें एक बात समझनी होगी कि हम संकट की स्थिति से गुजर रहे हैं, ऐसे में कोरोना के खिलाफ लड़ाई के इंतजाम में सरकार का सहयोग करना होगा न कि व्यक्तिगत पसंद-नापसंद देखनी चाहिए।
गोवा में कोरोना वायरस के इलाज आदि से जुड़ी सुविधाओं के बारे में मुख्यमंत्री डॉ. प्रमोद सावंत ने चर्चा की। उन्होंने कहा कि गोवा मेडिकल कॉलेज के अलावा एक ईएसआई अस्पताल को कोविड अस्पताल बनाया गया है। दो सौ बेड और ऑक्सीजन सपोर्ट आदि की पूरी व्यवस्था है। हमारी मेडिकल टीम बेहद सक्षम और समर्थ है। किसी भी संकट से निपटने के लिए पूरी तरह से सक्षम है।
लॉकडाउन के समय गोवा में आठ हजार से ज्यादा विदेशी नागरिक फंसे थे। मुख्यमंत्री डॉ. प्रमोद सावंत ने बताया कि एक वरिष्ठ आईएएस अफसर को इस ऑपरेशन में लगाकर 35 देशों के नागरिकों को उनके वतन वापस भेजने की व्यवस्था हुई। प्रमोद सावंत ने कहा, हम अतिथि देवो भव की भावना के साथ काम करते हैं। लॉकडाउन में विदेशियों की सुविधाओं का ख्याल कर गोवा ने उनके दिल में जगह बनाई। कई दूतावासों ने इसके लिए गोवा सरकार की सराहना भी की।
विशेष पैकेज के सवाल पर मुख्यमंत्री डॉ. प्रमोद सावंत ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत और प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज के जरिए मोदी सरकार ने हर वर्ग की समस्याओं का समाधान करने की कोशिश की है। जहां तक गोवा की बात है तो केंद्र सरकार राज्य की जरूरतों का हमेशा से ध्यान रखती आई है। उम्मीद है कि सरकार आगे भी इसी तरह गोवा की मदद करेगी।
प्रमोद सावंत ने कहा, हमें लोगों के जीवन और आजीविका दोनों की रक्षा करने की जरूरत है। मुझे विश्वास है कि पीएम नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व और मार्गदर्शन में हम इस महामारी से लड़ेंगे और इस युद्ध को जीतेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में चल रही कोरोना के खिलाफ लड़ाई को मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने सफल बताया। उन्होंने कहा, देश में लॉकडाउन सही दिशा में उठाया गया कदम रहा। पूरी दुनिया प्रधानमंत्री के निर्णय की प्रशंसा कर रही है। केंद्र सरकार ने आपदा प्रबंधन अधिनियम लागू करके देश में महामारी की स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सक्रिय कदम उठाए। प्रधानमंत्री मोदी ने विभिन्न प्लेटफॉर्मो के माध्यम से स्थिति की व्यक्तिगत निगरानी की है। प्रधानमंत्री मोदी लगातार मुख्यमंत्रियों से संवाद करते रहे। दुनिया की स्थिति को देखते हुए मैं कह सकता हूं कि भारत एक बेहतर स्थिति में है।
भोपाल: रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय को मिला बेस्ट फिजियो रिसर्च एक्सिलेंस यूनिवर्सिटी अवार्ड
डिजिटल डेस्क, भोपाल। रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय भोपाल को हाल ही में आयोजित द्वितीय अंतर्राष्ट्रीय फिजियोथेरेपी कांफ्रेंस फिजियो एक्सिलेंस 2023 में ‘‘बेस्ट फिजियो रिसर्च एक्सिलेंस यूनिवर्सिटी’’ अवार्ड से सम्मानित किया गया। यह अवार्ड हुजूर से निर्वाचित विधायक माननीय श्री रामेश्वर शर्मा जी के हाथों विश्वविद्यालय के फिजियोथेरेपी विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. अविनाश सिंह ने लिया। इस मौके पर डॉ. अविनाश ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय निरंतर फिजियोथेरेपी के क्षेत्र में अनुसंधान एवं आधुनिक शिक्षा प्रणाली से विद्यार्थियों को शिक्षित कर रहा है। यह अवार्ड हमें और हमारे विद्यार्थियों को रिसर्च के क्षेत्र में नये आयाम रचने के लिये सदैव प्रेरित करता रहेगा।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के फिजियोथेरेपी विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. अविनाश को ‘बेस्ट एकेडीमिशियन अवार्ड’, डॉ. मेघा सिंह एवं डॉ. भारती डेहरिया को ‘सिग्निफिकेंट कन्ट्रीब्यूशन अवार्ड’ एवं डॉ. रीता आर्या को ‘यंग अचीवर्स अवार्ड’ से सम्मानित किया गया। इस कांफ्रेंस में 24 राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय वक्ताओं ने 600 से अधिक शोधार्थियों से अपने अनुभव साझा किये।
विश्वविद्यालय की प्रो-चांसलर डॉ अदिती चतुर्वदी वत्स, कुलपति डॉ. ब्रम्हप्रकाश पेठिया और कुलसचिव डॉ. विजय सिंह ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए विभाग को बधाई दी।
भोपाल: सेक्ट कॉलेज की एनएसएस यूनिट का सात दिवसीय विशेष शिविर आयोजित
डिजिटल डेस्क, भोपाल। सेक्ट महाविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा सात दिवसीय विशेष शिविर का आयोजन ग्राम नरेला हनुमंत में किया जा रहा है। शिविर के तृतीय दिवस में स्वयंसेवकों ने सुबह उठकर प्रभात फेरी की, उसके पश्चात योग व्यायाम और पीटी करके शारीरिक स्वास्थ्य और रन फॉर यूनिटी करके परियोजना कार्य किया। परियोजना कार्य में ग्राम में भ्रमण कर प्रत्येक व्यक्तियों से बात की और गांव की समस्या को जाना। फिर आसपास की साफ सफाई करते हुए बौद्धिक सत्र के दौरान माननीय मुख्य अतिथि आईसेक्ट के कॉर्पोरेट एचआर सुमित मल्होत्रा द्वारा छात्र एवं छात्राओं को जीवन में मैनेजमेंट और लाइफ को कैसे बैलेंस पर वक्तव्य दिया। उन्होंने बताया कि लाइफ में प्रत्येक चीज की क्या वैल्यू होती है। सांस्कृतिक कार्यक्रम में स्वयंसेवकों द्वारा अलग-अलग संस्कृति पर सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए और प्रथम द्वितीय और तृतीय दिवस में बच्चों ने राष्ट्रीय सेवा योजना के बारे में विस्तार से सीखा।
भोपाल: रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय में इंटरनेशनल वेब कॉन्फ्रेन्स का आयोजन
डिजिटल डेस्क, भोपाल। रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय के शिक्षा एवं विधि संकाय और गुरूकुल कांगडी (डीम्ड टू बी यूनिवर्सिटी), हरिद्वार के संयुक्त तत्वावधान में दो दिवसीय इंटरनेशनल वेब कॉन्फ्रेन्स का आयोजन किया गया। वेब कॉन्फ्रेन्स ग्लोबल ट्रेंडस इन मार्डन एजूकेशन विषय पर आधारित थी। इस अवसर पर डॉ. कल्याना चक्रवर्थी, विजीटिंग प्रोफेसर, लाईफ स्किल्स कोच एंड फॉउन्डर चेयरमेन- के.ए.एस.एस, हैदराबाद, प्रो. अली अल इस्सा, फुल प्रोफेसर ऑफ क्रिटिकल एप्लाइड लिंग्युस्टिक्स, डिपार्टमेंट ऑफ करिकुलम एंड इंस्ट्रक्शन, कॉलेज ऑफ एजूकेशन, सुल्तान कबूस, यूनिवर्सिटी सल्तनत ऑफ ओमान, प्रो. जी. दामोदर, कुलपति, चैतन्य डीम्ड टू बी यूनिवर्सिटी, वारंगल, डॉ. जोसेफ डिसेना दयाग, फेकल्टी, फिलीपींस, सेंटर फॉर प्रिपरेटरी स्टडीज, एस.क्यू.यू और डॉ. किरण मिश्रा, अधिष्ठाता, शिक्षा संकाय आरएनटीयू विशेषरुप से सम्मिलित हुए।
प्रथम दिवस के मौके पर डॉ. कल्याना चक्रवर्थी ने कहा कि शिक्षक वेबीनार में अपने श्रेष्ठ शोध कार्य को प्रस्तुत करते हैं। अतः यहां यह आवश्यकता है कि अपने शोधकार्य को ऑनलाईन प्लेटफार्म पर संरक्षित किया जाये जिससे अन्य पाठक लाभान्वित हो सकें। वहीं प्रो. अली अल इस्सा ने भी अपने विचार साझा किये। कार्यक्रम में शोध विद्वानों द्वारा शोध पत्रों को प्रस्तुत किया गया।
द्वितीय दिवस पर प्रो. जी. दामोदर ने कोर्स डिजाइन एवं डिजीटल मटेरियल्स पर अपना उद्बोधन दिया। उन्होने कक्षा कक्ष में उपयोग होने वाले सभी डिजीटल मटेरियल्स की चर्चा की। साथ-ही-साथ उन्होंने सामान्य शिक्षक और अच्छे शिक्षकों की विशेषताओं पर प्रकाश डाला। वहीं डॉ. जोसेफ डिसेना दयाग ने नवीनतम सॉफ्टवेयर एवं तकनीकों पर अपने विचार साझा किये।
इस दौरान शोधार्थियों द्वारा शोधपत्रों को प्रस्तुत किया गया। प्रो. (डॉ.) ब्रजेश कुमार शर्मा, आरएनटीयू ने कॉन्फ्रेन्स के क्रियाकलापों को संक्षेप में प्रस्तुत किया। साथ ही साथ उन्होंने बताया कि इन दोनों दिवसों में 70 शोधपत्र प्राप्त हुए। उनमें से 30 शोधपत्रों को प्रस्तुतीकरण के लिये चयन किया गया।
कार्यक्रम के शुभारंभ अवसर पर डॉ. नाईस जमीर, विभागाध्यक्ष, विधि संस्था ने वेब कॉन्फ्रेन्स में सम्मिलित शिक्षकों, शोध विद्वानों एवं विद्यार्थियों का स्वागत किया। वहीं कार्यक्रम की समन्वयक डॉ. किरण मिश्रा, अधिष्ठाता, शिक्षा संकाय आरएनटीयू ने कॉन्फ्रेन्स के सभी मुद्दों पर प्रकाष डाला। डॉ. रेखा गुप्ता, प्राध्यापक, शिक्षा विभाग आरएनटीयू ने कॉन्फ्रेन्स में सहयोग प्रदान किया। अंत में डॉ. पूजा चतुर्वेदी, प्राध्यापक, प्रबंधन संकाय एवं उप कुलसचिव (अकादमिक) और डॉ. नीलेश शर्मा, प्राध्यापक एवं अधिष्ठाता, विधि संस्था आरएनटीयू ने सभी उपस्थित सदस्यों का धन्यवाद प्रस्तुत किया।
मदर्स डे: FlowerAura ने लांच किआ अपना Mother’s Day 2023 गिफ्ट कलेक्शन
डिजिटल डेस्क, भोपाल। इस अत्यधिक प्रतिस्पर्धी बाज़ार में गिफ्टिंग कंपनी के लिए विश्वसनीयता बनाए रखना अनिवार्य है। एक गिफ्टिंग ब्रांड के लिए, कोई भी त्यौहार एक बूस्टर डोज़ की तरह काम करता है और राजस्व और स्थिर विकास को बढ़ावा देता है। गिफ्टिंग ब्रांड FlowerAura, Mother’s Day त्यौहार के लिए अपने अभूतपूर्व कलेक्शन के साथ तैयार है जो हर किसी के चेहरे पर मुस्कान लाएगा।
हाल ही में मीडिया से बातचीत में FlowerAura के संस्थापकों ने आगामी अवसर के लिए कंपनी की रणनीतियों और तैयारियों के बारे में बात की। "मदर्स डे साल के सबसे प्रतीक्षित अवसरों में से एक है, क्योंकि यह हर किसी के जीवन में अत्यधिक महत्व रखता है। गिफ्टिंग ब्रांड के रूप में, हम अपने ग्राहकों के अनुभवों को बेहतर बनाना चाहते हैं और Mother’s Day के त्यौहार को यादगार बनाना चाहते हैं। सभी उपहारों को इस विशेष अवसर के भावुक मूल्य को ध्यान में रखते हुए क्यूरेट किया गया, यही कारण है कि हमारे पास एक माँ के विभिन्न व्यक्तित्वों के आधार पर श्रेणियों में Mother’s Day Gifts हैं, जैसे कामकाजी माँ के लिए उपहार, एक गृहिणी मां के लिए उपहार, और आध्यात्मिक मां के लिए उपहार। हमारे पास Mother’s Day के 250+ SKUs हैं और हम आने वाले दिनों में कुछ और SKUs और लेकर आएंगे|” , ”FA Gifts Pvt. Ltd. के सह-संस्थापक श्री श्रेय सहगल ने कहा।
FlowerAura ने माताओं के लिए उपहारों के अपने कलेक्शन को बढ़ाया है और विश्वसनीय डिलीवरी के माध्यम से प्यार से लिपटे उपहार देने के लिए पूरी तरह तैयार है। स्टेटमेंट बैग, फैशन ज्वेलरी, परफ्यूम, होम डेकोर प्रोडक्ट्स, और पर्सनलाइज्ड गिफ्ट्स मदर्स डे गिफ्ट्स की कुछ कैटेगरी हैं जो ब्रांड प्रदान करता है। FlowerAura के एक अन्य सह-संस्थापक, श्री हिमांशु चावला ने मीडिया प्रवक्ता के साथ बातचीत करते हुए कहा, "हमने अपने ग्राहकों को सबसे सुविधाजनक अनुभव प्रदान करने का प्रयास करते हुए अपनी डिलीवरी सेवाओं को उत्कृष्ट बनाने के लिए बहुत सोचा और प्रयास किया है। लोग हमेशा महत्वपूर्ण त्योहारों का जश्न मनाने के लिए केक लाते हैं, इसलिए हम Mother’s Day cake की एक विशाल श्रृंखला लेकर आए हैं जो बेहतरीन सामग्री का उपयोग करके बेक किए गए हैं और सीधे ओवन से डिलीवर किए जाएंगे।" ब्रांड केक के लिए क्षति-मुक्त और इजी-टू-हैंडल पैकेजिंग प्रदान करता है।
ब्रांड अपने ग्राहकों को same-day, mid-night, fixed time, early morning और express delivery का विकल्प प्रदान करता है। इस साल मदर्स डे और भी उल्लेखनीय होगा, क्योंकि FlowerAura अपने ग्राहकों को पूर्णता प्रदान करने के लिए तैयार है।
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