Parliament Monsoon Session: 'भारत और पाकिस्तान के बीच किसी ने नहीं की मध्यस्थता', ट्रंप के सीजफायर वाले दावे पर बोले विदेश मंत्री एस. जयशंकर

- लोकसभा में सोमवार दोपहर 2 बजे से ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा चल रही
- विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने ट्रंप के सीजफायर वाले दावे पर जबाव दिया
- हंगामा कर रहे विपक्ष को अमित शाह ने चुप कराया
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। संसद के निचले सदन लोकसभा में सोमवार दोपहर 2 बजे से ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा चल रही है। इस दौरान विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के सीजफायर वाले दावे पर जबाव दिया। उन्होंने कहा, '22 अप्रैल से 17 जून तक ट्रम्प और प्रधानमंत्री मोदी के बीच बातचीत नहीं हुई।'
एस जयशंकर ने कहा, 9 मई को अमेरिका के उप राष्ट्रपति जेडी वेंस ने पीएम मोदी को फोन किया और बताया कि पाकिस्तान हमला करने वाला है। जिसे पर प्रधानमंत्री ने साफ कहा था कि अगर पाकिस्तान ने हमला किया, तो भारत चुप नहीं बैठेगा। ऐसा ही हुआ। भारत ने करारा जवाब दिया। इस पर कुछ कहने की जरूरत नहीं है। पाकिस्तान में जो तबाही हुई, उसकी सैटेलाइट तस्वीरें सभी ने देखीं।
उन्होंने आगे कहा- किसी भी स्टेज पर अमेरिका से बातचीत के दौरान व्यापार पर बातचीत नहीं हुई। दूसरी बात, 22 अप्रैल से 17 जून तक ट्रम्प और प्रधानमंत्री मोदी के बीच बातचीत नहीं हुई।
'किसी ने नहीं की मध्यस्थता'
विदेश मंत्री ने कहा, 'भारत का एक ही संदेश था कि हम आतंकवाद के खिलाफ अपनी रक्षा के अधिकार का इस्तेमाल कर रहे हैं। 7 मई को पाकिस्तान और पीओके स्थित जिन ठिकानों पर हमला हुआ, वे आतंकवादी हेडक्वार्टर और इंफ्रास्ट्रक्चर थे। भारत और पाकिस्तान के बीच किसी ने मध्यस्थता नहीं की।'
उन्होंने आगे कहा- 'हम परमाणु ब्लैकमेल के आगे कभी नहीं झुकेंगे। हम पाकिस्तानी सैन्य हमलों का जवाब इसलिए दे रहे हैं क्योंकि ऑपरेशन सिंदूर शुरू होने के बाद उन्होंने हमारे सैन्य ठिकानों को निशाना बनाना शुरू कर दिया था। हम पाकिस्तानी सेना पर हमले जारी रखेंगे।'
'हमने पाकिस्तान को बेनकाब किया'
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अपने संबोधन में कहा, 'हमने दुनिया को पाकिस्तान का असली चेहरा दिखाया। पहलगाम के बाद दुनिया भारत के साथ थी। हमने UNSC में अपनी बात रखी। पाकिस्तान को TRF ने बचाया। जब UN सिक्योरिटी काउंसिल TRF पर सवाल पूछ रहा था, तो पाकिस्तान उसका बचाव कर रहा था। हमारी विदेश नीति के कारण TRF को अमेरिका ने आतंकी संगठन घोषित किया।'
शाह बोले - 'विपक्ष को दूसरे देश पर भरोसा'
एस. जयशंकर के संबोधन के दौरान विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया। यह देखकर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह विपक्ष को चुप कराने के लिए दो बार उठे। उन्होंने कहा, 'भारत का विदेश मंत्री यहां बयान दे रहा है, पर विपक्ष को उन पर भरोसा नहीं है। किसी और देश पर भरोसा है। विदेश मंत्री पर भरोसा क्यों नहीं करते। इसलिए विपक्ष में बैठे हैं और आने वाले 20 साल वहीं पर बैठेंगे।'
Created On :   28 July 2025 8:23 PM IST