उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का इस्तीफा: विपक्षी दलों के नेताओं की अलग- अलग प्रतिक्रियाएं, कई तरह से लगाए जा रहे है कयास

- इतिहास में पहली बार उपराष्ट्रपति ने इस्तीफा दिया है
- उपराष्ट्रपति और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला दबाव में काम कर रहे हैं- गहलोत
- सत्र पूरा होने के बाद इस्तीफा दे सकते थे- सांसद माजी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे पर विपक्षी दलों के नेताओं की ओर से अलग अलग तरीके से प्रतिक्रियाएं सामने आ रही है। राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता अशोक गहलोत ने कहा यह बहुत चौंकाने वाला है। जिन स्वास्थ्य कारणों का हवाला दिया गया है इससे देश भर में चर्चा चल रही है, और हर कोई कह रहा है कि यह स्वास्थ्य के कारण नहीं हो सकता है। कोई और कारण हो सकता है, जो सामने नहीं आया है। इतिहास में पहली बार उपराष्ट्रपति ने इस्तीफा दिया है। राजस्थान के लोग सदमे में हैं क्योंकि वह राजस्थान से हैं और संसद में किसानों के लिए आवाज उठाते रहे हैं। मैंने हाल ही में कहा है कि उपराष्ट्रपति और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला दबाव में काम कर रहे हैं।
JMM सांसद महुआ माजी ने कहा ये सबके लिए आश्चर्यजनक है। जब वे सदन में आए तो ऐसा नहीं लगा कि उनकी तबीयत इस्तीफा देने लायक खराब है। इसके पहले भी तबीयत बिगड़ने पर उन्होंने केवल कुछ दिनों की छुट्टी ली फिर वे वापस आ गए। ये सत्र भी पूरा हो सकता था उसके बाद वे इस्तीफा दे सकते थे। लेकिन पहले दिन आकर रात में इस्तीफा देना और दिन भर किसी को भनक तक ना लगने देना इसको लेकर अटकलों का बाजार गर्म है। लोग तरह-तरह के क्यास लगा रहे हैं।
आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष और सांसद चंद्रशेखर आज़ाद ने कहा मैं उनके स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना करता हूं कि उनका स्वास्थ्य अच्छा रहे। उन्होंने अचानक जिस तरह से इस्तीफा दिया तो ये चिंता की बात तो है ही और सब जगह अटकलें लग रही है। लेकिन मैं आग्रह करूंगा कि उनका इस्तीफा स्वीकार किया जाए। उनका कार्यकाल अच्छा रहा है और वह किसानों के लिए हमेशा खड़े रहे हैं तो मैं राष्ट्रपति से मांग करता हूं कि उनका इस्तीफा स्वीकार किया जाए।
RJD सांसद मनोज झा ने कहा, "स्वास्थ्य कारणों से उन्होंने इस्तीफा दिया है। मुझे इस सरकार की कुछ चीजें जो बेहद परेशान करती है कि गैर पारदर्शिता इनकी पहचान बन गई है। कोई निर्णय क्यों होता है? कोई बीच कार्यकाल में अपना इस्तीफा देते हैं, ये पूरी सरकार पर प्रश्न है। अभी तक प्रधानमंत्री ने अपनी प्रतिक्रिया दी है की नहीं ये भी चिंता का विषय है।
पूर्णिया से निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने कहा लगातार उनका दो दिन बाद कार्यक्रम था अगर वह अस्वस्थ होते तो पहले इस्तीफा देते या बाद में देते। तो ये बहुत बड़ा घपला है। कहीं पर निगाहें कहीं पर निशाना है।
Created On :   22 July 2025 12:55 PM IST