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कॉमनवेल्थ गेम्स 2022: राष्ट्रमंडल गेम्स में मातृभाषा से भारतीय महिला क्रिकेटरों को प्रशंसकों से बातचीत करने में मिल रही मदद

हाईलाइट
- आगामी कार्यक्रम में दो समूहों में 8 टीमें होंगी
डिजिटल डेस्क, बर्मिघम। भारत को हमेशा से एक क्रिकेट-प्रेमी देश माना जाता रहा है, जहां क्रिकेटरों को प्रशसंकों द्वारा भगवान का दर्जा दिया जाता है। लंबे समय से, पुरुष क्रिकेट ने न केवल महिला क्रिकेट बल्कि दूसरे खेलों पर ही दबदबा बनाया है।हालांकि, यह चलन अब बदलने लगा है, क्योंकि महिला क्रिकेट ने लोगों के बीच अपनी जगह बनानी शुरू कर दी है। हाल के दिनों में, भारतीय महिलाओं द्वारा लगातार प्रदर्शन के कारण महिला क्रिकेट ने दुनिया भर में सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा है।
2017 में एकदिवसीय विश्व कप हो या 2020 में टी20 विश्व कप, भारतीय महिलाएं दोनों स्पर्धाओं में फाइनल में पहुंचीं, जिससे दुनिया को दिखाया कि वे एक ताकत हैं।क्रिकेट के मैदान पर भारतीय महिला क्रिकेटरों के कारनामों ने उनके प्रशंसकों के साथ जोड़ा है। आगामी राष्ट्रमंडल खेलों में भारतीय पक्ष का प्रतिनिधित्व करने वाली भारत के स्टार ऑलराउंडर हरलीन देओल और मोना मेशरम कू ऐप पर प्रशंसकों के साथ सक्रिय रूप से बातचीत की और इस आयोजन में भारत की संभावनाओं के बारे में बताया।
भारत की पूर्व क्रिकेटर रीमा मल्होत्रा, नेहा तंवर और निकिता भुवा कू के बहुभाषी कू का उपयोग प्रशंसकों के साथ अपनी मातृभाषा में बातचीत करने के लिए कर रही हैं, इस प्रकार, यह सुनिश्चित करना कि दूरस्थ क्षेत्रों के लोग अपने पसंदीदा क्रिकेटरों से भाषा की बाधा को तोड़कर जुड़ सकें। इस समावेशी विशेषता ने यूजर्स को अपनी मूल भाषा में बात करने और उन्हें अपने प्रशंसकों के करीब लाने में मदद की है।
सामान्य तौर पर क्रिकेट एक नए शिखर पर पहुंच रहा है, क्योंकि यह 1998 के बाद पहली बार राष्ट्रमंडल गेम्स का हिस्सा बनने के लिए पूरी तरह तैयार है। 1998 में पहली बार खेलों में क्रिकेट प्रवेश किया। जहां दक्षिण अफ्रीका ने शॉन पोलक, माइक रिंडेल और जैक्स कैलिस के मजबूत प्रदर्शन के दम पर ऑस्ट्रेलिया को हराकर स्वर्ण पदक जीता।
आगामी कार्यक्रम में दो समूहों में 8 टीमें होंगी, जिसमें प्रत्येक समूह की शीर्ष दो टीमें सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई करेंगी। भारतीय महिला टीम को ग्रुप ए में बारबाडोस के साथ ऑस्ट्रेलिया और कट्टर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के खिलाफ रखा गया है।
हरमनप्रीत कौर की अगुवाई वाली भारतीय टीम वल्र्ड टी20 चैंपियन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जीत के साथ अपने अभियान की शुरूआत करना चाहेगी। कप्तान खेलों से पहले भारत की संभावनाओं के बारे में आश्वस्त है और उन्होंने कहा कि पोडियम फिनिश करना चाहते हैं। उपकप्तान स्मृति मंधाना भी खेलों को लेकर उत्साहित हैं और अपने देश के लिए पदक जीतने के लिए उत्सुक हैं। अरबों भारतीयों के मजबूत समर्थन के साथ, भारतीय महिला टीम पोडियम फिनिश के साथ इतिहास रचने और दुनिया भर के प्रशंसकों को खुश करने की कोशिश करेगी।
(आईएएनएस)
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आईसेक्ट ग्रुप भोपाल: आईसेक्ट द्वारा ग्लोबल पर्सनल डेवलपमेंट विषय पर विशेष ट्रेनिंग सेशन आयोजित
डिजिटल डेस्क, भोपाल। आईसेक्ट के एचआर एवं लर्निंग एंड डेवलपमेंट डिपार्टमेंट द्वारा एम्पलॉइज के लिए ग्लोबल पर्सनल डेवलपमेंट पर एक विशेष ट्रेनिंग सेशन का आयोजन किया गया। इसमें यूनाइटेड किंगडम के कॉर्पोरेट इंटरनेशनल ट्रेनर जुबेर अली द्वारा प्रशिक्षण प्रदान किया गया। जिसमें उन्होंने प्रशिक्षणार्थियों को अपने अनुभवों, डेमोंस्ट्रेशन, वीडियो, स्लाइड शो के माध्यम से नई स्किल्स को प्राप्त करने और अपनी पर्सनेलिटी को बेहतर बनाने के तरीके बताए। साथ ही उन्होंने पर्सनेलिटी डेवलपमेंट और अपस्किलिंग के महत्व पर बात की और बताया कि करियर ग्रोथ के लिए यह कितना आवश्यक है। इस दौरान उन्होंने सफलता के लिए नौ सक्सेस मंत्र भी दिए। इस दौरान कार्यक्रम में एचआर कंसल्टेंट डी.सी मसूरकर और अल नूर ट्रस्ट के सदस्य उपस्थित रहे।
इस पहल पर बात करते हुए आईसेक्ट के निदेशक सिद्धार्थ चतुर्वेदी ने कहा कि आईसेक्ट कौशल विकास के महत्व को समझता है इसी कारण अपने एम्पलॉइज की अपस्किलिंग के लिए लगातार विभिन्न प्रशिक्षण सेशन का आयोजन करता है। इसी कड़ी में ग्लोबल पर्सनेल डेवलपमेंट पर यह ट्रेनिंग सेशन भी एक कदम है।
स्कोप कैम्पस: खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 की मशाल रैली भीमबेटका, ओबेदुल्लागंज, मंडीदीप, भोजपुर होते हुए पहुंची रबीन्द्रनाथ नाथ टैगोर विश्वविद्यालय और स्कोप कैम्पस
डिजिटल डेस्क, भोपाल। रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय और खेल एवं युवा कल्याण विभाग रायसेन के संयुक्त तत्वावधान में खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 की मशाल रैली आयोजित की गई। यह यात्रा होशंगाबाद से पर्वतारोही भगवान सिंह भीमबेटका लेकर पहुंचे। फिर भीमबेटका से रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय ने मशाल लेकर ओबेदुल्लागंज की ओर प्रस्थान किया। ओबेदुल्लागंज में रैली का स्वागत किया गया। साथ ही ओबेदुल्लागंज में मशाल यात्रा को विभिन्न स्थानों पर घुमाया गया। तत्पश्चात यात्रा ने मंडीदीप की ओर प्रस्थान किया। मंडीदीप में यात्रा का स्वागत माननीय श्री सुरेंद्र पटवा जी, भोजपुर विधायक ने किया। अपने वक्तव्य में उन्होंने खेलों को बढ़ावा देने के लिए मप्र सरकार द्वारा की जा रही पहलों की जानकारी दी और युवाओं को खेलों को जीवन में अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया। इसके अलावा खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 में खिलाड़ियों को जीत के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने खेलों इंडिया यूथ गेम्स के आयोजन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के प्रयासों को रेखांकित किया।
साथ ही कार्यक्रम में रायसेन के डिस्ट्रिक्ट स्पोर्ट्स ऑफिसर श्री जलज चतुर्वेदी ने मंच से संबोधित करते हुए कहा कि खेलों को बढ़ावा देने के लिए सरकार की विभिन्न गतिविधियों पर प्रकाश डाला और खेलों इंडिया यूथ गेम्स के खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दीं। यहां से धावकों ने मशाल को संभाला और दौड़ते हुए भोजपुर मंदिर तक पहुंचे। मंदिर से फिर यात्रा रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय तक पहुंचती और यहां यात्रा का डीन एकेडमिक डॉ. संजीव गुप्ता द्वारा और उपकुलसचिव श्री समीर चौधरी, उपकुलसचिव अनिल तिवारी, उपकुलसचिव ऋत्विक चौबे और स्पोर्ट्स ऑफिसर सतीश अहिरवार द्वारा भव्य स्वागत किया जाता है। मशाल का विश्वविद्यालय में भी भ्रमण कराया गया। यहां से यात्रा स्कोप कैम्पस की ओर प्रस्थान करती है। स्कोप कैम्पस में स्कोप इंजीनियरिंग कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. डी.एस. राघव और सेक्ट कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. सत्येंद्र खरे ने स्वागत किया और संबोधित किया। यहां से मशाल को खेल एवं युवा कल्याण विभाग के उपसंचालक जोश चाको को सौंपा गया।