योग, मूवीज और किताबों में खुद को व्यस्त रख रही हैं रितु फोगाट
डिजिटल डेस्क, सिंगापुर। कोविड-19 महामारी के कारण जहां दुनिया भर में खेल गतिविधियां स्थगित हैं, ऐसे में सभी ग्लोबल एथलीट्स यह मुश्किल समय अपने घर पर बिता रहे हैं। लेकिन भारत की स्टार एथलीट रितु फोगाट घर से दूर रहते हुए खुद को व्यस्त रखने के प्रयास में जुटी हैं। रितु इन दिनों सिंगापुर में हैं और वह यहीं रहकर खुद को वैश्विक लाकडाउन में व्यस्त और फिट रखने का प्रयास कर रही हैं।
25 साल की रितु ने बीते साल वन चैम्पियनशिप में कदम रखा था और यहां वह शानदार चमक दिखाते हुए लगातार दो जीत हासिल कर चुकी हैं। उन्होंने इस साल फरवरी में अनुभवी प्रतिद्वंद्वी चीन की वू चियाओ चेन को हराया था। इसके बाद से वह अपने स्किल्स पर काम करते हुए अपने फन को तराशने में जुटी हैं और साथ ही साथ वह मानसिक शक्ति के लिए योग को भी सहारा ले रही हैं।
2016 कामनवेल्थ चैम्पियनशिप की स्वर्ण पदक विजेता रितु ने कहा, ऐसे में जबकि लॉकडाउन जारी है, मेरे लिए घर से बाहर जाना संभव नहीं है। इसी को देखते हुए मैंने अपने लिए अपने वर्कआउट रिजीम के साथ-साथ एसा शेड्यूल बनाया है कि मैं खुद को व्यस्त और फिट रख सकूं।
उन्होंने कहा, मैंने अपने वर्कआउट शेड्यूल में ट्रेडमिल पर दौड़ना, वेटलेफ्टिंग करना, बैग्स पंच करना और रोप का उपयोग करना शामिल किया है। साथ ही साथ मैं मानसिक शक्ति में इजाफा करने के लिए योग का भी सहारा ले रही हूं। मैंने मानसिक शक्ति हासिल करने के लिए ही सिंगापुर को अपना बेस बनाया है। अपने दैनिक ट्रेनिंग रुटीन के अलावा रितु फोगाट खाली समय में किताबें पढ़ने और मूवीज देखती हैं।
रितु ने कहा, ट्रेनिंग के अलावा मेरे पास जो भी समय बचता है, मैं फिल्में देखती हूं और किताबें पढ़ती हूं। अभी मैं द सिक्रेट में व्यस्त हूं। आमतौर पर मुझे अपने लिए समय नहीं मिलता लेकिन बंदी ने मुझे अपने लिए समय निकालने का शानदार मौका दिया है। पढ़ने के अलावा मैं कई सारी मूवीज देख रही हूं। मैंने इस दौरान द चैम्पियंस जैसी कई स्पोटर्स डाक्यूमेंट्रीज भी देखी हैं। यह मेरी जीवन में पहला एसा मौका है जब मैं इतनी सारी मूवीज देख रही हूं।
दिग्गज कुश्ती कोच महावीर सिंह फोगाट की बेटी रितु भारत की पहली मिक्स्ड मार्शल आर्ट विश्व चैम्पियन बनना चाहती हैं और अपने इस सपने को सच करने के लिए वह दिन-रात मेहनत कर रही हैं। रितु हालांकि यह भी मानती हैं कि इस चुनौतीपूर्ण समय में परिवार से दूर रहना आसान नहीं है।
उन्होंने कहा, मां के हाथों बने घर के खाने की याद आ रही है। अपने लिए खाना बनाना चुनौतीपूर्ण है, लेकिन मैं किसी तरह से काम चला ले रही हूं। मैं दिन में कम से कम एख बार रोटी और सब्जी बनाती हूं। साथ ही समय बिताने के लिए अपनी बहन के साथ आनलाइन लूडो भी खेलती हूं।
Created On :   22 April 2020 3:31 PM IST