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क्रिकेट : बिना जोखिम के क्रिकेट खेलना चाहता था : हार्दिक पांड्या

हाईलाइट
- पांचवें नंबर पर आकर पांड्या ने अपना पहला टी20 अर्धशतक बनाया
डिजिटल डेस्क, साउथेम्प्टन। भारत के हरफनमौला खिलाड़ी हार्दिक पांड्या ने खुलासा किया कि साउथेम्प्टन में पहले टी20 में इंग्लैंड के खिलाफ 51 रनों की अपनी पारी के दौरान, वह बिना जोखिम उठाए क्रिकेट खेलना चाह रहे थे। पांचवें नंबर पर आकर पांड्या ने अपना पहला टी20 अर्धशतक बनाया, 33 गेंदों में 51 रन बनाए, जिसमें छह चौके और छक्के लगे, जिससे भारत अपने 20 ओवरों में 198/8 पर पहुंच गया।
पांड्या का दिन अच्छा रहा, जब उन्होंने अपनी गेंदबाजी में 4/33 ले लिया, इंग्लैंड के बल्लेबाजों को परेशान किया और एक विस्फोटक बल्लेबाजी क्रम को चकनाचूर कर दिया, जिससे भारत को 50 रन से जीत और तीन मैचों की श्रृंखला में 1-0 की बढ़त दिलाई। पांड्या ने कहा, यह बहुत आसान था। यह हर किसी का एक सचेत प्रयास है कि हम यह सुनिश्चित करेंगे कि हम खुद को अभिव्यक्त करना चाहते हैं और हम खेल आनंद लेना चाहते हैं। यह भारतीय क्रिकेट के लिए एक अच्छा संकेत है, क्योंकि सभी बल्लेबाजों ने सकारात्मक इरादा दिखाया।
उन्होंने आगे कहा, व्यक्तिगत रूप से, मैं बिना जोखिम लिए क्रिकेट खेलना चाह रहा था। लेकिन मुझे पता था कि विकेट अच्छा था। आईपीएल में ऊपर के क्रम में बल्लेबाजी करने से मुझे मदद मिली है। मैंने अपने पूरे जीवन में छक्के लगाए हैं, लेकिन अब मुझे चौके लगाने से ज्यादा खुशी मिलती है।
पांड्या के हरफनमौला प्रयासों के कारण उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच का पुरस्कार मिला। लेकिन जिस चीज ने उन्हें खुश किया, वह उनके स्पेल में 146 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी थी, जिसने किशन को हैरान कर दिया। उसी के बारे में पूछे जाने पर, पंड्या ने सहयोगी स्टाफ द्वारा की गई कड़ी मेहनत को श्रेय दिया। पांड्या ने तब खुलासा किया कि उन्होंने अपने फिटनेस स्तर पर काम करने के लिए डर्बीशार और नॉर्थम्पटनशायर के खिलाफ अभ्यास टी20 को छोड़ दिया था।
उन्होंने आगे कहा, आयरलैंड दौरे के बाद मैंने ब्रेक नहीं लिया। मैंने छह दिनों के लिए कड़ी मेहनत की। मैंने कल केवल प्रशिक्षण में कौशल पर काम किया, क्योंकि यह पहले जिम और दौड़ने का काम करना था। छह दिनों के उस ब्लॉक में, मैंने जो विशिष्ट प्रशिक्षण किया था, खिलाड़ियों के रूप में हमें अच्छा करने में मदद मिली। पांड्या ने भविष्य में भारत के लिए खेलने की इच्छा रखने वाले क्रिकेटरों को कड़ी मेहनत करने और स्पष्ट इरादों के साथ एक अच्छा इंसान बनने की सलाह दी।
(आईएएनएस)
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आईसेक्ट ग्रुप भोपाल: आईसेक्ट द्वारा ग्लोबल पर्सनल डेवलपमेंट विषय पर विशेष ट्रेनिंग सेशन आयोजित
डिजिटल डेस्क, भोपाल। आईसेक्ट के एचआर एवं लर्निंग एंड डेवलपमेंट डिपार्टमेंट द्वारा एम्पलॉइज के लिए ग्लोबल पर्सनल डेवलपमेंट पर एक विशेष ट्रेनिंग सेशन का आयोजन किया गया। इसमें यूनाइटेड किंगडम के कॉर्पोरेट इंटरनेशनल ट्रेनर जुबेर अली द्वारा प्रशिक्षण प्रदान किया गया। जिसमें उन्होंने प्रशिक्षणार्थियों को अपने अनुभवों, डेमोंस्ट्रेशन, वीडियो, स्लाइड शो के माध्यम से नई स्किल्स को प्राप्त करने और अपनी पर्सनेलिटी को बेहतर बनाने के तरीके बताए। साथ ही उन्होंने पर्सनेलिटी डेवलपमेंट और अपस्किलिंग के महत्व पर बात की और बताया कि करियर ग्रोथ के लिए यह कितना आवश्यक है। इस दौरान उन्होंने सफलता के लिए नौ सक्सेस मंत्र भी दिए। इस दौरान कार्यक्रम में एचआर कंसल्टेंट डी.सी मसूरकर और अल नूर ट्रस्ट के सदस्य उपस्थित रहे।
इस पहल पर बात करते हुए आईसेक्ट के निदेशक सिद्धार्थ चतुर्वेदी ने कहा कि आईसेक्ट कौशल विकास के महत्व को समझता है इसी कारण अपने एम्पलॉइज की अपस्किलिंग के लिए लगातार विभिन्न प्रशिक्षण सेशन का आयोजन करता है। इसी कड़ी में ग्लोबल पर्सनेल डेवलपमेंट पर यह ट्रेनिंग सेशन भी एक कदम है।
स्कोप कैम्पस: खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 की मशाल रैली भीमबेटका, ओबेदुल्लागंज, मंडीदीप, भोजपुर होते हुए पहुंची रबीन्द्रनाथ नाथ टैगोर विश्वविद्यालय और स्कोप कैम्पस
डिजिटल डेस्क, भोपाल। रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय और खेल एवं युवा कल्याण विभाग रायसेन के संयुक्त तत्वावधान में खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 की मशाल रैली आयोजित की गई। यह यात्रा होशंगाबाद से पर्वतारोही भगवान सिंह भीमबेटका लेकर पहुंचे। फिर भीमबेटका से रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय ने मशाल लेकर ओबेदुल्लागंज की ओर प्रस्थान किया। ओबेदुल्लागंज में रैली का स्वागत किया गया। साथ ही ओबेदुल्लागंज में मशाल यात्रा को विभिन्न स्थानों पर घुमाया गया। तत्पश्चात यात्रा ने मंडीदीप की ओर प्रस्थान किया। मंडीदीप में यात्रा का स्वागत माननीय श्री सुरेंद्र पटवा जी, भोजपुर विधायक ने किया। अपने वक्तव्य में उन्होंने खेलों को बढ़ावा देने के लिए मप्र सरकार द्वारा की जा रही पहलों की जानकारी दी और युवाओं को खेलों को जीवन में अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया। इसके अलावा खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 में खिलाड़ियों को जीत के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने खेलों इंडिया यूथ गेम्स के आयोजन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के प्रयासों को रेखांकित किया।
साथ ही कार्यक्रम में रायसेन के डिस्ट्रिक्ट स्पोर्ट्स ऑफिसर श्री जलज चतुर्वेदी ने मंच से संबोधित करते हुए कहा कि खेलों को बढ़ावा देने के लिए सरकार की विभिन्न गतिविधियों पर प्रकाश डाला और खेलों इंडिया यूथ गेम्स के खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दीं। यहां से धावकों ने मशाल को संभाला और दौड़ते हुए भोजपुर मंदिर तक पहुंचे। मंदिर से फिर यात्रा रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय तक पहुंचती और यहां यात्रा का डीन एकेडमिक डॉ. संजीव गुप्ता द्वारा और उपकुलसचिव श्री समीर चौधरी, उपकुलसचिव अनिल तिवारी, उपकुलसचिव ऋत्विक चौबे और स्पोर्ट्स ऑफिसर सतीश अहिरवार द्वारा भव्य स्वागत किया जाता है। मशाल का विश्वविद्यालय में भी भ्रमण कराया गया। यहां से यात्रा स्कोप कैम्पस की ओर प्रस्थान करती है। स्कोप कैम्पस में स्कोप इंजीनियरिंग कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. डी.एस. राघव और सेक्ट कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. सत्येंद्र खरे ने स्वागत किया और संबोधित किया। यहां से मशाल को खेल एवं युवा कल्याण विभाग के उपसंचालक जोश चाको को सौंपा गया।
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