MP News: परासिया में वन अधिकारियों ने 30 लाख का फर्जी भुगतान किया, केस दर्ज

परासिया में वन अधिकारियों ने 30 लाख का फर्जी भुगतान किया, केस दर्ज

डिजिटल डेस्क, भोपाल। ईओडब्ल्यू ने बुधवार को परासिया, छिंदवाड़ा में वन अधिकारियों द्वारा 30 लाख का फर्जी भुगतान करने के मामले में भी केस दर्ज किया गया है। ईओडब्ल्यू ने जांच में पाया कि वनपाल के पुत्र की कम्पनी को फर्जी भुगतान किया गया। वनपाल के पुत्र के नाम मजदूरी का भी फर्जी भुगतान किया। इसके आरोप में अनादि बुधोलिया उप वन मंडलाधिकारी परासिया, वन मंडल पश्चिम सामान्य, छिन्दवाड़ा, कीर्ति बाला गुप्ता परिक्षेत्र अधिकारी, सांवरी, छिन्दवाड़ा, हीरालाल सनोड़िया वन परिक्षेत्र अधिकारी सांवरी और सुशील चौबे, संचालक अवनी कन्स्ट्रक्शन छिन्दवाड़ा को आरोपी बनाया गया है।

आरोपियों ने साठगांठ कर कैम्पा फंड के अंतर्गत कराये जाने वाले कार्यो मे फॉरेस्टर चेतराम के पुत्र सुशील चौबे को फर्जी मजदूर बताकर और इसी फर्जी मजदूर सुशील चौबे की फर्म अवनी कंस्ट्रक्शन के खातों मे निर्माण कार्य व बाउण्ड्रीवाल आदि निर्माण कार्यो की स्वीकृत राशि का फर्जी भुगतान किया। एक ही कार्य के लिये एक ही मजदूर को एक ही दिनांक मे 2 बार भुगतान किया। अनाधि बुधोलिया अपने सेवाकाल के 19 वर्षो मे से 17 वर्ष एक ही वन मण्डल मे पदस्थ रहा है। वन पाल के पुत्र सुशील चौबे को वन विभाग द्वारा 2,71,379 मजदूरी का फर्जी भुगतान किया गया जबकि सुशील चौबे की अवनी कन्स्ट्रक्शन को कैम्पा व अन्य मद से कुल राशि 23,21,199 का भुगतान वन विभाग के अधिकारियों ने भुगतान किया। सांवरी परिक्षेत्र मे बाउण्ड्री वाल निर्माण के लिये स्वीकृत 15 लाख रूपयें मे से 6,97,643/- रूपये के बिल भी पाये गये व शेष राशि का गबन करना पाया गया। इस काम की स्वीकृति होने के पूर्व ही 2,22,176 रूपये भुगतान कर दिया। साथ ही वन मण्ड़ल परासिया द्वारा 4 कैमरे की डीवीआर व सीसीटीवी कैमरा के लिए स्थानीय सप्लायर मेसर्स डिजिटल एक्स छिन्दवाड़ा को कोटेशन से अधिक 52,534 का भुगतान कार्य स्वीकृति के पूर्व अधिकारियों ने कर दिया।

मंडला में बेलखेड़ी के सरपंच-सचिव ने 22 लाख का गबन किया

ईओडब्ल्यू ने मंडला जिले की जनपद पंचायत बीजाडांडी की ग्राम पंचायत बेलखेडी के सरपंच बीरन सिंह काकोडिया और सचिव मिथलेश उददे के खिलाफ केस दर्ज किया है। दोनों पर बिना कार्य कराये 22,87,370 रुपए का गबन करने का आरोप है। ईओडब्ल्यू ने दोनों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया है। ईओडब्ल्यू को ग्रामीणों ने तत्कालीन सरपंच बीरन सिंह काकोडिया व सचिव मिथलेश द्वारा ग्राम बेलखेडी व ग्राम बीरमपुर में होने वाले विकास कार्येा में अनुचित रूप से बिना कार्य कराये पैसे निकालने की शिकायत की थी। जांच में पाया गया कि वर्ष 2014 से वर्ष 2022 तक विभिन्न निर्माण कार्यो की राशि का शासन के द्वारा आंवटन किया गया था। इस दौरान बीरन सिंह सरपंच और मिथलेश ने फर्जी कार्य कागजों पर दिखाकर बिना 22 लाख 87 हजार 370 रूपये का गबन किया। सरपंच और सचिव ने अपने 6 वर्ष के कार्यकाल में शासन की विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत गांव में सीसीरोड,चौपाल सभा निर्माण, पुलिया एवं नाली निर्माण, पंचायत भवन मरम्मत के विभिन्न 9 प्रकार के कार्यो के लिये स्वीकृत उपरोक्त राशि को बिना कार्य कराये संयुक्त हस्ताक्षर कर निकाल लिया।

Created On :   27 Nov 2025 11:12 PM IST

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