MP News: स्वच्छता सर्वेक्षण- 2025 की तैयारी... 75 नगरीय निकायों की बनी सुपर 75 श्रेणी, प्राथमिकता के आधार पर करेंगे 23 कार्य

स्वच्छता सर्वेक्षण- 2025 की तैयारी... 75 नगरीय निकायों की बनी सुपर 75 श्रेणी, प्राथमिकता के आधार पर करेंगे 23 कार्य
स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 में कम अंकों से उत्कृष्ठ प्रदर्शन से चूकने वाले 75 नगरीय निकायों की एक सूची नगरीय प्रशासन विभाग ने तैयार की है। अलग-अलग संभागों के निकायों को स्वच्छता सर्वेक्षण 2025 के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। इसके लिए विस्तृत कार्य योजना बनाई गई है।

डिजिटल डेस्क, भोपाल। स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 में कम अंकों से उत्कृष्ठ प्रदर्शन से चूकने वाले 75 नगरीय निकायों की एक सूची नगरीय प्रशासन विभाग ने तैयार की है। अलग-अलग संभागों के निकायों को स्वच्छता सर्वेक्षण 2025 के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। इसके लिए विस्तृत कार्य योजना बनाई गई है। जिसमें हर निकाय को बताई गई प्राथमिकता के आधार पर 23 कार्यों पर ध्यान देना होगा। 2024 के सर्वेक्षण के परिणामों के आधार पर 20 हजार से कम आबादी, 20-50 हजार आबादी और 50 हजार से 3 लाख की आबादी में उत्कृष्ठ प्रदर्शन वाले शहर शामिल हैं। इसमें शहरों को अपने कमजोर क्षेत्रों को सुधारने का मौका दिया गया है। निकायों नगर निगम इसमें शामिल नहीं हैं।

75 शहरों में भोपाल के 18, जबलपुर के 7, रीवा के 6, सागर के 8 उज्जैन के 19, इंदौर के 10, और ग्वालियर के 7 शहरों को चिन्हित किया गया है। शहरों के बेहतर प्रदर्शन के लिए इन शहरों को विभाग द्वारा बताए कार्यों को करने के निर्देश दिए गए हैं। कार्यों की प्राथमिकता 1,2 और 3 अंकों को आधार बनाकर की गई है। 1 अंक में रखे गए कार्य को प्राथमिकता के आधार पर करना है। यानी जिसकी वजह से बेहतर प्रदर्शन करने से निकाय चूके हैं उस कार्य को पहले करना है और प्रतिदिन करना होगा। वहीं दूसरी प्राथमिकता वाले कार्य को 2 अंक दिया गया है जिसमें बताए गए समय या फिर हफ्ते में एक बार ध्यान देना है। तीसरी प्राथमिकता में वो कार्य हैं जिन्हे एक अंतराल के बाद करना होगा। 25 नवंबर, 25 दिसंबर और 26 जनवरी को किए गए कार्यों की समीक्षा राज्य व संभाग स्तरीय वरिष्ठ अधिकारी या फिर राज्य व संभाग पीएमयू की टीम करेगी।

मूल्यांकन के अनुसार निकायों की मासिक रैकिंग तैयार की जाएगी। अगर निकायों ने इसमें बेहतर काम किया तो इनको लिस्ट में रखा जाएगा , अन्यथा 75 की श्रेणी से हटा दिया जाएगा। सूची में शामिल निकायों के अलावा भी दूसरे निकायों को मौका दिया जा सकता है। संभागीय संयुक्त संचालक और पीओ- डीयूडीए निकायों की नियमित निगरानी, समीक्षा और सहायता करेंगे। 23 कार्य सूची में शत प्रतिशत कचरा हटाना, कचरे को प्रथक करना, कचरा प्रसंस्करण इकाई का रखरखाव, नियमित प्रसंस्करण, ट्विन बिन प्रबंधन, शौचालयों का मानक अनुरूप ऱखरखाव, साफ - सफाई, सौंदर्यीकरण, खुले मे शौंच और मूत्र त्याग निगरानी, सार्वजनिक शौचालयों का रखरखाव, कचरा स्थानों की निगरानी, आरआरआर केंद्रों की निगरानी, सामुहिक सहभागिता, सामाजिक कार्यों का प्रकाशन, पहले के कचरे की समाप्ति, स्कूलों में जानकारी, वेंडर समन्वय, सफाई मित्रो की क्षमता बढ़ाना, नागरिकों की भागीदारी, नियमित कार्यक्रम, वेस्ट टू वेल्थ पहल को समर्थन, पॉलीथीन प्रतिबंध और सी एण्ड डी वेस्ट मैनेजमेंट शामिल है।

क्या है लक्ष्य?

स्वच्छता सर्वेक्षण 2025 में देश में 25 रैंकिंग लाना

कचरा मुक्त श्रेणी में कम से कम 3 स्टार लाना

ओडीएफ ++ या वाटर + परिणाम लाना

बेहतर स्वच्छता सेवा के साथ कचरा प्रशंसकरण करना

सूची में शामिल शहर

संभाग - शहर का नाम

भोपाल - बैतूल-1,हरदा-1, नर्मदापुरम -6, रायसेन- 1, राजगढ़- 3, सीहोर-3, विदिशा-3

जबलपुर - छिंदवाड़ा-2, जबलपुर -1, मंडला-1, नरसिंहपुर-1, पांढुर्रा-1

रीवा - अनूपपुर -2,शहडोल-2, सीधी-1, उमरिया-1

सागर - छतरपुर-1, दमोह-1, पन्ना-1, सागर- 4

Created On :   27 Nov 2025 11:01 PM IST

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