विधानसभा चुनाव-2023: एक अफसर के चक्कर में कांग्रेस ने क्यों अटकाई एक सीट, निशा बांगरे की किस खूबी पर कांग्रेस कर रही भरोसा

एक अफसर के चक्कर में कांग्रेस ने क्यों अटकाई एक सीट, निशा बांगरे की किस खूबी पर कांग्रेस कर रही भरोसा
  • निशा बांगरे का इस्तीफा सरकार ने नहीं किया मंजूर
  • कांग्रेस ने उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी किया
  • आमला सीट से कांग्रेस की प्रत्याशी हो सकती हैं निशा बांगरे

डिजिटल डेस्क,भोपाल। विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने अब तक 229 सीटों में अपने प्रत्याशियों के नामों का ऐलान कर दिया है। केवल एक ही सीट बची है जिस पर प्रत्याशी घोषित नहीं किया गया, यह बैतूल जिले की आमला विधानसभा सीट है। जानिए इस सीट को होल्ड करने के पीछे की खास वजह

प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने दूसरी सूची में 88 नामों का ऐलान किया जिसमें तीन प्रत्याशियों के नाम बदला है। कुल मिलाकर 229 सीटों में कांग्रेस अपने प्रत्याशी तय कर चुकी है। केवल एक ही सीट बची हुई है जिसे लेकर प्रदेश में खूब चर्चा हो रही है।

आमला की सीट क्यों रोकी?

कांग्रेस ने बैतूल जिले की आमला सीट पर प्रत्याशी के नाम का ऐलान नहीं किया है। 230 सीटों वाली विधानसभा में कांग्रेस ने इसी सीट को होल्ड पर रखा हुआ है। जिसके पीछे की मुख्य वजह है मध्यप्रदेश सरकार की अधिकारी निशां बांगरे। यह वहीं निशा बांगरे है जो आमला से चुनाव लड़ना चाहती है लेकिन अभी भी उनका इस्तीफा मंजूर नहीं हुआ है। माना जा रहा है कि निशा के आंदोलन को कांग्रेस ने जिस तरह से समर्थन दिया है वो पार्टी की ओर से आधिकारिक प्रत्याशी हो सकती है। सूत्रों की मानें तो कांग्रेस ने उनसे टिकट के लिए वादा भी कर चुकी है।

कौन है निशा बांगरे?

निशा बांगरे का जन्म मध्यप्रदेश के बालाघाट जिले में हुआ था। उन्होंने इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी कर गुरूग्राम के एक मल्टीनेशनल कंपनी में नौकरी की। लेकिन सिविल सर्विस की तरफ झुकाव होने की वजह से ज्यादा समय नौकरी नहीं कर पाई। 2016 में सिविल परीक्षा पास करने के बाद निशा बांगरे का एमपी में डीएसपी के पद पर चयन हुआ। बाद में साल 2017 में उनका चयन डिप्टी कलेक्टर के पद पर हो गया। उनकी पहली पोस्टिंग बैतूल जिले के आमला क्षेत्र में ही हुई थी। वहीं अपने पद से इस्तीफा देने से पहले निशा बांगरे छतरपुर जिले के लवकुश नगर में एसडीएम थी।

शादी भी रही चर्चा का केंद्र

निशा बांगरे का पारिवारिक जीवन भी सुर्खियों में रहा है। निशा की शादी भी चर्चा का केंद्र रही है। उन्होंने संविधान को साक्षी मानकर शादी की थी। उनके पति एक मल्टीनेशनल कंपनी में अधिकारी है और उनका एक 3 साल का बेटा भी है।

इस्तीफा नहीं किया गया मंजूर

बता दें निशा बांगरे और सरकार के बीच इस्तीफे को लेकर विवाद की स्थिति बनी हुई है। सरकार ने निशा का इस्तीफा मंजूर नहीं किया जिसके खिलाफ वह हाईकोर्ट गई थी। हाईकोर्ट से जल्द फैसला न होने पर उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका लगाई है। सुप्रीम कोर्ट ने जबलपुर हाईकोर्ट को जल्द फैसला सुनाने को कहा है। कयास लगाए जा रहे है कि नामांकन की अवधि खत्म होने से पहले इस पर फैसला सुनाया जा सकता है।

निशा बांगरे में है खूबियां

निशा बांगरे को एक तेज तर्रार अधिकारी के तौर पर देखा जाता है। वहीं मीडिया के सामने भी निशा अपनी बात को बखूबी रखना जानती है। सूत्रों की मानें तो निशा की आमला में जनता के बीच मजबूत पकड़ है। निशा बांगरे इस्तीफा मंजूर न होने पर सीधे तौर पर शिवराज सरकार पर निशाना साध रही है। इन सभी कारणों से कांग्रेस का झुकाव निशा बांगरे की तरफ दिखाई दे रहा है।

Created On :   20 Oct 2023 3:18 PM GMT

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