मध्यप्रदेश: प्रदेश में खाली हैं 17 ड्रग इंस्पेक्टर पद, कुल 96 में से 67 डीआई ही फील्ड पर

प्रदेश में खाली हैं 17 ड्रग इंस्पेक्टर पद, कुल 96 में से 67 डीआई ही फील्ड पर
3 डीआई हाल ही में निलंबित हुए, 9 ट्रेनी डीआई नोटिफिकेशन के बाद जायेंगे फील्ड

डिजिटल डेस्क, भोपाल। छिंदवाड़ा में जहरीली कफ सिरप से कई बच्चों की मौत हुई। इसमें मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के आदेश के बाद सख्त कार्रवाई की गई। 2 ड्रग इंस्पेक्टर को मामले निलंबित किया गया। ड्रग इंस्पेक्टर की जिम्मेदारी होती है गुणवत्तापूर्ण दवाएं उपभोक्ता तक पहुंचे। ड्रग इंस्पेक्टर फील्ड पर काम करते हैं। लेकिन प्रदेश में फील्ड पर काम करने वाले डीआई की कमी देखी गई है। लेकिन प्रशासन का इसपर उदासीन रवैया देखने को मिला । जहां प्रदेश में 17 ड्रग इंस्पेक्टर की पोस्ट खाली है। मप्र में कुल 96 ड्रग इंस्पेक्टर की पोस्ट पर अभी 79 डीआई ही नियुक्त है। इसमें भी जबलपुर , छिंदवाड़ा और ग्वालियर के ड्रग इंस्पेक्टर सस्पेंड चल रहे हैं और 9 भोपाल लैब में ट्रेनिंग पर हैं। जिसके चलते एक डीआई को दूसरे जिलों की भी जिम्मेदारी दी गई है। जिससे काम प्रभावित हो रहा।

जिलों में आवश्यकता अनुरूप ड्रग इंस्पेक्टर नियुक्त होते हैं। लेकिन फील्ड पर ड्रग इंस्पेक्टर की कमी देखी जा रही। छिंदवाड़ा कफ सिरप कांड के बाद डीआई गौरव शर्मा को हटा दिया गया। वहीं जबलपुर में डीआई शरद जैन सस्पेंड हुए। बताया जा रहा है कि यहां पर डीआई देवेंद्र जैन पदस्थ थे और किन्हीं कारणों से ये छुट्टी पर चल रहे थे। जिनका कार्यभार शरद जैन के पास था। कुछ दिन पहले ही ग्वालियर में ड्रग इंस्पेक्टर रहीं अनुभूति शर्मा को नियंत्रक खाद्य एवं औषधि विभाग दिनेश श्रीवास्तव ने निलंबित कर दिया। जिलों में ड्रग इंस्पेक्टर की स्थिति की बात की जाए तो जबलपुर में 4 डीआई की पोस्ट है । यहां पर 3 डीआई ही हैं। भोपाल में 11 डीआई की पोस्ट है । जिसमें 9 मुख्यालय और 2 जिले में है। अभी 10 डीआई फील्ड पर हैं। रीवा में 3 में से 2 डीआई है। यहां भी एक कम। सतना में 3 में से 1 डीआई है। वहीं छिंदवाड़ा में 2 डीआई सिवनी और बालाघाट के काम कर रहे । ग्वालियर में फिलहाल दतिया के डीआई को जिम्मेदारी दी गई है। ऐसे ही और भी जगह एक ड्रग इंस्पेक्टर दो जिलों के कार्यभार पर है। बताया जा रहा रीवा सीधी, ग्वालियर, नरसिंहपुर, बैतूल, बड़वानी और भोपाल में डीआई की आवश्यकता बनी हुई है। खाद्य एवं औषधि विभाग के अधिकारियों ने बताया कि ड्रग इंस्पेक्टर की कमी को पूरा किया जा रहा है। 9 ट्रेनी ड्रग इंस्पेक्टर नोटिफिकेशन के बाद फील्ड पर जाएंगे। इसके साथ ही ड्रग इंस्पेक्टर के अन्य पदों के लिए भी प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेजा जाएगा।

उधर 9 नवनियुक्त ड्रग इंस्पेक्टर भोपाल में प्रशिक्षण में चल रहे हैं। इनका अभी तक नोटिफिकेशन जारी नहीं हुआ है। जिससे ये फील्ड पर अपना दायित्व नहीं निभा सकते। हालांकि खाद्य एवं औषधि विभाग के अधिकारियों का कहना है कि ट्रेनिंग पूरी होने के बाद इन्हें फील्ड पर भेजा जायेगा। नोटिफिकेशन के लिए फाइल सम्बंधित अधिकारियों को भेजी गई थी । कुछ प्रश्नों और जांच के संबंध में फाइल वापस आई है। एक बार फिर क्वेरी को पूरा करने के बाद इसे अधिकारियों को भेजा जाएगा। इसमें थोड़ा वक्त लग सकता है लेकिन प्रक्रिया प्रोसेस में है। जल्द ही ट्रेनिंग पूरी होने के बाद इन्हें फील्ड पर भेजा जाएगा। लेकिन सवाल यह कि क्या ड्रग इंस्पेटर की कमी से काम प्रभावित नहीं हो रहा ।

डीआई का क्या है काम

ड्रग इंस्पेक्टर, ड्रग एंड कॉस्मेटिक एक्ट के अनुसार कानून का परिपालन कराता है। फार्मेसी या मेडिकल स्टोर पर जाकर उपभोक्ताओं के लिए दावा की गुणवत्ता की जांच करना ,जिससे सुरक्षा सुनिश्चित हो। दवाओं का शरीर में दुष्प्रभावों की जांच। दवाओं की स्वच्छता , पारदर्शिता और ग्रेडिंग के कानूनों का अनुपालन कराना डीआई का दायित्व है। प्रयोगशाला के लिए नमूने एकत्रित करता है और नकली अमानक दवाओं की बिक्री रोकते हैं। डीआई दवा लेबल का मूल्यांकन करता है। दवा में आवश्यक सुरक्षा मानकों की जांच करता है।

इनका कहना है

"ड्रग इंस्पेक्टर के रिक्त पदों को जल्द भरा जाएगा। ट्रेनिंग में जो ड्रग इंस्पेक्टर हैं उनको प्रोविजन पीरियड समाप्ति के बाद पोस्टिंग वाली जगहों पर भेजा जाएगा। इनके नोटिफिकेशन की प्रक्रिया चल रही है। प्रक्रिया पूरी होने के बाद ट्रेनी ड्रग इंस्पेक्टर फील्ड पर दायित्व निभाएंगे"

- दिनेश श्रीवास्तव, नियंत्रक खाद्य एवं औषधि प्रशासन

Created On :   15 Nov 2025 11:52 PM IST

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