- दिल्ली: संजय गांधी ट्रांसपोर्ट नगर में किसानों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस का इस्तेमाल किया। सिंघू बॉर्डर से किसानों की ट्रैक्टर रैली यहां पहुंची थी।
- बैरीकेड हटा कर, युवा किसानों ने किया दिल्ली में प्रवेश, देश में पहली बार गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर परेड
- पेट्रोल, डीजल के दाम में बड़ी वृद्धि, दिल्ली में 86 रुपए लीटर हुआ पेट्रोल, मध्यप्रदेश में 94 रुपए लीटर
- 7 महीनों में भारत में कोविड के सबसे कम 9 हजार मामले दर्ज
- यूपी: नई आबकारी नीति 1 अप्रैल से होगी लागू, घर में रख सकेंगे शराब की 12 बोतल
Covid-19 Fight: इस कंपनी ने तैयार किया कनेक्टेड 'स्मार्ट मास्क', जानें कितना है खास

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कोरोनावायरस (Coronavirus) महामारी का प्रकोप पूरी दुनिया में देखने को मिल रहा है। इसके संक्रमण से बचाव के लिए अब तक कई चीजें सामने आई हैं, इनमें मास्क को बेहद महत्वपूर्ण बताया गया है। वहीं कई ऐसे डिवाइस भी सामने आए हैं, जो आपको संक्रमण से अवगत कराते हैं। बीते दिनों एक ऐसा ही स्मार्ट बैंड सामने आया था। वहीं अब एक जापानी स्टार्टअप डोनट रोबोटिक्स (Donut Robotics) ने स्मार्ट मास्क पेश किया है, जो इंटरनेट से कनेक्ट रहता है।
खास बात यह कि ये स्मार्ट मास्क आपके फोन पर आए मैसेज पढ़कर सुना सकता है। साथ ही यह मास्क जापानी भाषा का आठ अन्य भाषाओं में अनुवाद करने में भी सक्षम है। बात करें कीमत की तो एक मास्क की कीमत 40 डॉलर (करीब 3,000 रुपए) है। आइए जानते हैं इस स्मार्ट मास्क के बारे में...
WhatsApp ला रहा है ये शानदार फीचर्स, बदल जाएगा चैटिंग का अनुभव
ऐसा है स्मार्ट मास्क
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी ने इस खास मास्क का नाम c-mask रखा है। ये वाइट प्लास्टिक 'सी-मास्क' स्टैंडर्ड फेस मास्क के ऊपर फिट होगा। मास्क स्मार्टफोन के ब्लूटूथ से कनेक्ट रहेगा और इसे एक मोबाइल एप के जरिए ऑपरेट किया जाएगा। वॉयस कमांड मिलने पर यह मास्क फोन कॉल भी कर सकता है।
Donut Robotics के चीफ एग्जीक्यूटिव Taisuke Ono ने कहा, 'हमने सालों की मेहनत के बाद एक रोबोट तैयार किया और अब हमने इस टेक्नोलॉजी का उपयोग संक्रमण से लड़ने वाले प्रोडक्ट में कर रहे हैं। जिससे यह कोरोना की वजह से बदली हुई नई सोसायटी के काम आ सके।
Google ने यूजर्स का कम डेटा रखने के लिए प्राइवेसी सेटिंग में किया बदलाव
कंपनी के पहले 5,000 सी-मास्क को सितंबर की शुरुआत से जापानी ग्राहकों को उपलब्ध कराया जाएगा। साथ ही कंपनी इसे चीन, यूएस और यूरोप में भी सेल करने के बारे में सोच रही है।
कमेंट करें
Real Estate: खरीदना चाहते हैं अपने सपनों का घर तो रखे इन बातों का ध्यान, भास्कर प्रॉपर्टी करेगा मदद

डिजिटल डेस्क, जबलपुर। किसी के लिए भी प्रॉपर्टी खरीदना जीवन के महत्वपूर्ण कामों में से एक होता है। आप सारी जमा पूंजी और कर्ज लेकर अपने सपनों के घर को खरीदते हैं। इसलिए यह जरूरी है कि इसमें इतनी ही सावधानी बरती जाय जिससे कि आपकी मेहनत की कमाई को कोई चट ना कर सके। प्रॉपर्टी की कोई भी डील करने से पहले पूरा रिसर्च वर्क होना चाहिए। हर कागजात को सावधानी से चेक करने के बाद ही डील पर आगे बढ़ना चाहिए। हालांकि कई बार हमें मालूम नहीं होता कि सही और सटीक जानकारी कहा से मिलेगी। इसमें bhaskarproperty.com आपकी मदद कर सकता है।
जानिए भास्कर प्रॉपर्टी के बारे में:
भास्कर प्रॉपर्टी ऑनलाइन रियल एस्टेट स्पेस में तेजी से आगे बढ़ने वाली कंपनी हैं, जो आपके सपनों के घर की तलाश को आसान बनाती है। एक बेहतर अनुभव देने और आपको फर्जी लिस्टिंग और अंतहीन साइट विजिट से मुक्त कराने के मकसद से ही इस प्लेटफॉर्म को डेवलप किया गया है। हमारी बेहतरीन टीम की रिसर्च और मेहनत से हमने कई सारे प्रॉपर्टी से जुड़े रिकॉर्ड को इकट्ठा किया है। आपकी सुविधाओं को ध्यान में रखकर बनाए गए इस प्लेटफॉर्म से आपके समय की भी बचत होगी। यहां आपको सभी रेंज की प्रॉपर्टी लिस्टिंग मिलेगी, खास तौर पर जबलपुर की प्रॉपर्टीज से जुड़ी लिस्टिंग्स। ऐसे में अगर आप जबलपुर में प्रॉपर्टी खरीदने का प्लान बना रहे हैं और सही और सटीक जानकारी चाहते हैं तो भास्कर प्रॉपर्टी की वेबसाइट पर विजिट कर सकते हैं।
ध्यान रखें की प्रॉपर्टी RERA अप्रूव्ड हो
कोई भी प्रॉपर्टी खरीदने से पहले इस बात का ध्यान रखे कि वो भारतीय रियल एस्टेट इंडस्ट्री के रेगुलेटर RERA से अप्रूव्ड हो। रियल एस्टेट रेगुलेशन एंड डेवेलपमेंट एक्ट, 2016 (RERA) को भारतीय संसद ने पास किया था। RERA का मकसद प्रॉपर्टी खरीदारों के हितों की रक्षा करना और रियल एस्टेट सेक्टर में निवेश को बढ़ावा देना है। राज्य सभा ने RERA को 10 मार्च और लोकसभा ने 15 मार्च, 2016 को किया था। 1 मई, 2016 को यह लागू हो गया। 92 में से 59 सेक्शंस 1 मई, 2016 और बाकी 1 मई, 2017 को अस्तित्व में आए। 6 महीने के भीतर केंद्र व राज्य सरकारों को अपने नियमों को केंद्रीय कानून के तहत नोटिफाई करना था।