जानिए अशोकनगर में किस समुदाय का मतदाता सबसे अधिक, कौन करता है जीत का फैसला?

जानिए अशोकनगर में किस समुदाय का मतदाता सबसे अधिक, कौन करता है जीत का फैसला?
  • यादव समुदाय का प्रभान
  • एससी एसटी वोट सबसे अधिक
  • त्रिकोणीय मुकाबला के आसार

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अशोकनगर जिले में तीन विधानसभा सीट अशोकनगर, चंदेरी और मुंगावली सीट आती है। मध्य प्रदेश में साल के आखिरी में विधानसभा चुनाव होने है। प्रदेश में दल बदल की राजनीति का सबसे ज्यादा असर चंबल- ग्वालियर इलाके में देखने को मिलेगा, क्योंकि कांग्रेस के हाथ का साथ छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए सिंधिया इस क्षेत्र के कद्दावर नेता है। हालांकि सिंधिया के बीजेपी में आने से पुराने बीजेपी वर्कर पार्टी में घुटन महसूस कर रहे है, बीच बीच में कई मौकों पर ऐसे आरोप बीजेपी में काफी सुनाई दिए। इक्का दुक्का मौके को छोड़ दिया जाए तो अशोकनगर की तीनों सीटों पर अधिकतर मुकाबला कांग्रेस बीजेपी में होते हुए देखा गया है। एससी और एसटी वोट अधिक होने के बाद भी यहां कि राजनीतिक गुणा भाग में बहुजन समाज पार्टी ज्यादा दमखम दिखाते हुए नजर नहीं आई है। लेकिन बीएसपी प्रदेशाध्यक्ष के नेतृत्व में बीएसपी की नई रणनीति का असर यहां की सीटों पर देखने को मिल सकता है। चुनावी मैदान में बीएसपी प्रत्याशी के मजबूती से उतरने से मुकाबला त्रिकोणीय देखने को मिल सकता है।

अशोकनगर विधानसभा सीट

अशोकनगर सीट अनुसूचित जाति के आरक्षित है। अशोक नगर बीजेपी का मजबूत किला है, 1985 के बाद से 2018 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने अशोकनगर सीट पर दर्ज हासिल की थी, लेकिन बाद में कांग्रेस के विधायक जजपाल सिंह जज्जी ने सिंधिया के साथ कांग्रेस का हाथ छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया था। उसके बाद सीट पर उपचुनाव हुआ और एक बार फिर बीजेपी अशोकनगर सीट पर अपनी जीत बरकरार रखने में कामयाब हो पाई। अशोकनगर सीट से एक मिथक जुड़ा हुआ है कि जो भी मुख्यमंत्री यहां जाता है , उसे अपनी सत्ता की कुर्सी गंवानी पड़ती है।

अशोकनगर एससी आरक्षित

2020 उपचुनाव बीजेपी से जजपाल सिंह जज्जी

2018 में कांग्रेस से जजपाल सिंह जज्जी

2013 में बीजेपी से गोपीलाल

2008 में बीजेपी से लड्डूराम कोरी

2003 में बीजेपी से गोपीलाल

1998 में बीजेपी से गोपीलाल

1993 में बीजेपी से नीलम सिंह यादव

1990 में बीजेपी से गोपीलाल

1985 में कांग्रेस से रामसुमन

1977 में जेएनपी से हरिलाल

चंदेरी

अशोकनगर जिले की चंदेरी विधानसभा सीट 2008 में अस्तित्व में आई थी। वर्तमान में सीट पर कांग्रेस के गोपाल सिंह चौहान का कब्जा है। 2008 में चंदेरी विधानसभा सीट पर हुए पहले चुनाव में बीजेपी जीत हासिल करने में कामयाब रही थी।

2018 में कांग्रेस से गोपाल सिंह चौहान

2013 में कांग्रेस से गोपाल सिंह चौहान

2008 में बीजेपी से राव राजकुमार माहौन

मुंगावली

मुंगावली सीट पर विभिन्न जाति और सम्प्रदायों के मतदाता रहते है। मुंगावली सीट के जातीय समीकरण की बात करें तो यहां अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति का वोट परसेंट सबसे अधिक है। यादव और लोधी ओबीसी मतदाता यहां निर्णायक भूमिका में रहता है।

2020 उपचुनाव में बीजेपी के पौनम ब्रजेन सिंह

2018 में कांग्रेस के ब्रजेंद्र सिंह यादव

2013 में कांग्रेस के महेंद्र सिंह कालूखेड़ा

2008 में बीजेपी से राव देशराज सिंह यादव

2003 में कांग्रेस से गोपाल सिंह चौहान

1998 में बीजेपी से राव देशराज सिंह यादव

1993 में कांग्रेस से आनंद कुमार पालीवाल

1990 में बीजेपी से देशराज सिंह

1985 में कांग्रेस से गजराम सिंह

1980 में कांग्रेस के गजराम सिंह

1977 में चंद्रमोहन रावत

Created On :   30 Jun 2023 9:29 AM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story