लावणी नृत्यांगना गौतमी पाटील के पिता मिले बदहवास हालत में,स्वराज्य फाउंडेशन के दुर्गेश चव्हाण के कारण मिला जीवनदान!

लावणी नृत्यांगना गौतमी पाटील के पिता मिले बदहवास हालत में,स्वराज्य फाउंडेशन के दुर्गेश चव्हाण के कारण मिला जीवनदान!
  • गौतमी अपने मामा के पास धुलिया जिले के शिंदखेड़ा शहर में पली बढ़ीं
  • आठवीं कक्षा तक की पढ़ाई के बाद वह पुणे पहुंचीं
  • स्वराज्य फाउंडेशन के दुर्गेश चव्हाण अपने एनजीओ के जरिए बेसहारा लोगों की मदद करते हैं।

डिजिटल डेस्क, धुलिया। अपने लावणी नृत्य के जरिए पूरे राज्य में पहचान बनाने वाली और युवावर्ग में अपनी जबरदस्त क्रेज रखने वाली नृत्यांगना गौतमी पाटील के पिता को धुलिया में बेसहारा और बुरी हालत में मिलने से खलबली मच गई है। एक गैर सरकारी संगठन स्वराज्य फाउंडेशन के प्रमुख दुर्गेश चव्हाण ने उन्हें इलाज के लिए यहां के सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया। हालांकि दुर्गेश चव्हाण को यह नहीं पता था कि उन्होंने अस्पताल में जिस व्यक्ति को दाखिल किया था,वो कौन है? क्योंकि उन्होंने सोशल मीडिया के माध्यम से इस अज्ञात बेसहारा व्यक्ति के बारे में जानकारी मिलने हेतु संदेश फैलाया और उस व्यक्ति के पास मिले आधार कार्ड के आधार पर उसकी पहचान हुई।

उल्लेखनीय है कि,धुलिया स्थित स्वराज्य फाउंडेशन के दुर्गेश चव्हाण अपने एनजीओ के जरिए बेसहारा लोगों की मदद करते हैं। कल शहर के चित्तौड़ शिवार में सूरत बाईपास के पास एक व्यक्ति बदहवास हालत में पड़ा है ऐसी सूचना मिलने पर वह तत्काल मौके पर पहुंचे और उस अधेड़ व्यक्ति को अपने वाहन से शासकीय हिरे मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया। उसकी जेब में मिले आधार कार्ड के आधार पर उस व्यक्ति का नाम रवींद्र बाबूराव पाटील, निवासी ग्राम वेलोदे तहसील चोपड़ा जिला जलगांव है ऐसा मालूम हुआ।चव्हाण ने परिजनों को उस व्यक्ति से संपर्क करने के लिए सोशल मीडिया पर मैसेज वायरल कर दिया। इसके बाद रवींद्र पाटील के बारे में चौंकाने वाली और सनसनीखेज जानकारी पता चली। रवींद्र पाटील की भाभी शोभा आनंद नेरपगार (पाटील) अपनी बेटी के साथ हिरे मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचे। वह विधवा हैं और तीन बेटियों के साथ नासिक में रहती हैं।

पिछले कुछ सालों से वेलोदे गांव में केवल रवींद्र पाटील और उनके पिता यानी शोभाबाई के ससुर ही रहते थे। शोभाबाई उन दोनों को जीवनयापन हेतु खर्चा एवं अन्य सामान दे रही थी। शोभाबाई के ससुर का भी पिछले साल निधन हो गया था। उसके बाद भी गौतमी के पिताजी रवीन्द्र पाटील का खर्चा शोभाबाई उठा रही थी। इस रिपोर्ट की पुष्टि हुई है कि रविंद्र पाटील यह मशहूर लावणी नृत्यांगना गौतमी पाटील के पिता हैं।यह भी जानकारी मिली है कि रवींद्र पाटील की पत्नी और बेटी गौतमी पाटील पिछले पंद्रह साल से पुणे में रह रही हैं। शोभाबाई ने यह भी कहा कि मुझे इस बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है। यहां तक ​​कि खुद दुर्गेश चव्हाण को भी नहीं पता था कि रवींद्र पाटील की बेटी गौतमी पाटील ही है।लेकिन सोशल मीडिया पर मैसेज वायरल होने के बाद उनके पास रवींद्र पाटील के स्वास्थ्य के बारे में पूछने के लिए सौ से ज्यादा फोन कॉल आए। दुर्गेश चव्हाण को गौतमी पाटील की मौसी, मौसी के बेटे और कई अन्य लोगों के फोन आए। दुर्गेश चव्हाण ने मीडिया को बताया कि गौतमी की चाची धुलिया में रविंद्र पाटील से मिलने आयेगी। गौतमी ने अपने पिता के प्रति ऐसा बेफिक्र रवैया क्यों अपनाया?

इस संबंध में प्राप्त जानकारी के अनुसार, मशहूर नृत्यांगना गौतमी पाटील का पैतृक गांव जलगांव जिले में वेलोदे (चोपड़ा) है। उनके पिता रवींद्र बाबूराव पाटील वहां अकेले रहते हैं। करीब 20 साल पहले गौतमी की मां,गौतमी को साथ लेकर उनसे अलग हो गई थी। इसके बाद गौतमी अपने मामा के पास धुलिया जिले के शिंदखेड़ा शहर में पली बढ़ीं। आठवीं कक्षा तक की पढ़ाई के बाद वह पुणे पहुंचीं। तभी से उनका लावणी नृत्य का सफर शुरू हुआ। आज वह एक मशहूर डांसर बन गई हैं। उसके कार्यक्रम हेतु समझा जाता है कि गौतमी एक इवेंट के लिए 1.5 से 2 लाख रुपये चार्ज करती हैं। उसके नृत्य कार्यक्रम में युवाओं की बेहद भीड होती है। लेकिन आज उसके अपने पिता के लिए गरीबी की जिंदगी जीने की नौबत आ गई है। बताया जाता है कि, उसके पिता पूरी तरह से शराब के आदि हैं। गौतमी पाटील के पिता की दुर्दशा उनके अपने कार्यों के कारण हुई; इसलिए गौतमी को दोषी ठहराना भी तर्कसंगत (ठीक) नहीं होगा.।लेकिन फिर भी गौतमी पाटील को अपने जन्मदाता पिता को इस तरह छोड़ना नहीं चाहिए, क्योंकि वह अपने कर्मों की सजा तो भुगत ही रहे हैं, लेकिन अब संपूर्ण जिले में इसी बात पर पर चर्चा हो रही है।

Created On :   1 Sept 2023 10:44 PM IST

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