भारत नहीं, इस देश में मनेगा 'नेशनल समोसा वीक'
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। हमारे देश में पश्चिमी देशों को देख कर कई तरह के कई तरह के "डे" और "वीक" सेलिब्रेट किए जाने लगे है, लेकिन विदेशियों ने भी भारत के एक चीज को अपनाते हुए मोसा-वीक मनाने का फैसला लिया है। अब आप सोच रहे होंगे ये "मोसा" क्या है? तो जनाब जान लें कि ये "समोसा" भारत का पसंदीदा स्नैक है, जिसके चाहने वाले अब विदेशों में भी मिलने लगे है। शायद यही वजह है कि सामोसे की चाहत में ब्रिटेन के लीसेस्टर शहर में "नेशनल समोसा वीक" मनाने का फैसला किया है, इसे कुछ लोगों ने मोसा-वीक भी नाम दिया है। नेशनल समोसा वीक के नाम से मनाए जाने वाले इस उत्सव का उद्देश्य दरअसल दक्षिण एशियाई व्यंजनों और संस्कृति का प्रचार-प्रसार करना है। इसे लीसेस्टर करी अवॉर्ड द्वारा आयोजित किया जा रहा है। समोसा वीक का आयोजन 9 से 13 अप्रैल के बीच होगा। यहां लोगों को समोसे का स्वाद चखने का मौका मिलेगा।
लीसेस्टर करी अवॉर्ड के फाउंडर रोमिला गुलजार ने समोसा वीक के आयोजन पर कहा कि बर्गर से लेकर बीयर तक के लिए राष्ट्रीय फूड इवेंट मनाया जाता है, तो समोसा वीक क्यों नहीं, दक्षिण एशाई कम्यूनिटी में यह काफी लोकप्रिय है और जिस तरह लोग चाय और केक खाते हैं ठीक उसी तरह रोज समोसा भी खाते हैं। उन्होंने बताया कि अप्रैल में इसे समोसा वीक को कराया जाएगा। शहर में दुकानें शुरू की जाएंगी जहां से समोसे को खरीदकर खाया जा सकेगा। यहां लोगों को समोसा खाने और बेचने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।
समोसा वीक मनाने के लिए लीसेस्टर में जगह-जगह समोसे की दुकाने लगाई जाएंगी, जहां लोगों को समोसा खरीदने, खाने और बेचने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। भारत में समोसे की लोकप्रियता किसी भी दूसरे नाश्ते से ज्यादा है। जहां कुछ लोग आलू वाला समोसा पसंद करते हैं, वहीं कुछ चीज समोसा, पनीर समोसा, चाइनीज समोसा और मटन, चिकल समोसा भी पसंद करते हैं।
बता दें कि पिछले साल लंदन में मुस्लिम समाज की सामुदायिक सेवा से जुड़े एक संगठन ने 153 किलो वजन का समोसा बनाकर खूब सुर्खियां बटोरी थीं। इसे बनाने में 15 घंटे का समय लगा था और एक बड़े टैंक में तला गया था। बाद में इसे बेघर लोगों के बीच बांट दिया गया था।
Created On :   23 March 2018 11:18 AM IST