वोटर लिस्ट के जरिए आरोपी तक पहुंची पुलिस, 24 वर्षों से दे रहा था चकमा

वोटर लिस्ट के जरिए आरोपी तक पहुंची पुलिस, 24 वर्षों से दे रहा था चकमा

Anita Peddulwar
Update: 2019-08-14 07:41 GMT
वोटर लिस्ट के जरिए आरोपी तक पहुंची पुलिस, 24 वर्षों से दे रहा था चकमा

डिजिटल डेस्क, नागपुर। बरसों से फरार आरोपी को पकड़ने में पुलिस को  मतदाता सूची के जरिए सफलता मिली। कार्रवाई मंगलवार को सोनेगांव पुलिस ने की है। आरोपी प्रदीप मारेश्वर कुकड़े पहले नंदनवन में रहता था। वर्तमान में कलमेश्वर तहसील अंतर्गत सावली खुर्द निवासी है। वर्ष 1995 में जब प्रदीप नंदनवन परिसर में रहता था, तब उसके खिलाफ सोनेगांव थाने में धोखाधड़ी का मामला दर्ज हुआ था। इस मामले में जमानत मिलने के बाद प्रदीप अदालत में पेशी पर गया ही नहीं और फरार हो गया।

बरसों से फरार होने के कारण संबंधित अदालत ने उसके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया था। जिसके चलते पुलिस को निर्देश दिया गया था कि उसे पकड़कर अदालत के सामने पेश किया जाए। आरोपी का कुछ भी सुराग नहीं मिलने से गूगल ऍप के जरिए पुलिस ने मतदाता सूची खंगाली। इससे उसके छोटे भाई दिलीप मोरेश्वर कुकड़े, शेष नगर निवासी का पुलिस को पता मिला। उसके जरिए से पुलिस को यह जानकारी प्राप्त हुई कि लगभग 24 वर्ष पहले ही प्रदीप नागपुर छोड़कर अपने गांव सावली खुर्द में रहने चला गया है। चार दिन से पुलिस उस पर नजर बनाए हुई थी। आखिरकार मंगलवार को प्रदीप को उसके गांव में ही दबोचने में पुलिस सफल रही। इस बीच उसे अदालत में पेश कर जेल भेजा गया। निरीक्षक एम.एन.कोटनाके के मार्गदर्शन में उपनिरीक्षक पी.ए.उल्लेवार, सुधीर पौनिकर, अरुण वरठी, राजेश धाकड़े, शंकर कोपरकर, पप्पूसिंह उईके और मंगेश डवरे ने कार्रवाई को अंजाम दिया। 

पुलिसकर्मी की मौत

सीने में अचानक दर्द उठने पर पुलिस कर्मी रमेश भोरकर को अस्पताल ले जाने पर प्राथमिक जांच के दौरान ही डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। पुलिस सूत्रों के अनुसार काले ले-आउट, गोधनी रोड निवासी रमेश कृष्णराव भोरकर (52) मंगलवार को डयूटी जाने के लिए तैयारी कर रहे थे। वे अंबाझरी थाने में कार्यरत थे। मंगलवार की सुबह करीब 10 बजे अचानक सीने में दर्द होने पर परिजन उन्हें निजी अस्पताल में ले गए, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। मानकापुर पुलिस ने आकस्मिक मृत्यु का मामला दर्ज कर लिया है। 
 

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