क्या तस्वीर में दिख रही विदेशी मुस्लिम महिला नूपुर शर्मा के समर्थन में प्रदर्शन कर रही है? जाने सच

फैक्ट चैक क्या तस्वीर में दिख रही विदेशी मुस्लिम महिला नूपुर शर्मा के समर्थन में प्रदर्शन कर रही है? जाने सच

Anchal Shridhar
Update: 2022-07-20 12:19 GMT
क्या तस्वीर में दिख रही विदेशी मुस्लिम महिला नूपुर शर्मा के समर्थन में प्रदर्शन कर रही है? जाने सच

डिजिटल डेस्क, भोपाल।  नूपुर शर्मा विवाद में देश के उच्चतम न्यायालय ने बड़ा फैसला सुनाते हुए नूपुर को बड़ी राहत प्रदान करते हुए उनकी गिरफ्तारी पर 10 अगस्त तक रोक लगा दी है। इसी बीज सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हो रही है। इस तस्वीर में हिजाब पहने हुए एक मुस्लिम लड़की नजर आ रही है। इसके साथ ही उसके हाथ में एक प्लेकार्ड भी नजर आ रहा है। प्लेकार्ड पर लिखा है, "कोर्ट/मदरसा/मौलवी बताएं आखिर "आयशा" की शादी किस उम्र में हुई? मुझे नूपुर शर्मा को गलत साबित करना है।" वायरल तस्वीर में लड़की पीछे और साइड में कुछ लोग भी नजर आ रहे हैं। 

वायरल तस्वीर को अलग-अलग दावे के साथ सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है। एक यूजर ने तस्वीर को शेयर करते हुए लिखा कि, "ये लड़की उन विदेशी मुस्लिम महिलाओं में से एक है जो नूपुर के समर्थन में प्रदर्शन कर रही हैं।"

एक फेसबुक यूजर ने इसे पोस्ट करते हुए लिखा, "विदेशों में मुस्लिम माताएं, बहनें आईं नूपुर शर्मा के समर्थन में।"

पड़ताल - हमारी फैक्ट चैक टीम ने वायरल तस्वीर के बारे में जानकारी एकत्रित की।  हमने वायरल फोटो को रिवर्स सर्च किया। सर्च करने पर हमें यह तस्वीर अलजजीरा की एक रिपोर्ट में मिली। इस रिपोर्ट के मुताबिक, यह तस्वीर दिल्ली के शाहीनबाग में प्लेकार्ड लेकर कर्नाटक के कॉलेजों में हिजाब पर पाबंदी का विरोध करती मुस्लिम महिला की है। 

अलजजीरा के साथ ही यह तस्वीर हमें डॉन और द ट्रिब्यून की रिपोर्ट्स में भी मिली। यहां भी इसे दिल्ली के शाहीन बाग में हिजाब के समर्थन में हुए प्रदर्शन की ही बताया गया है। 

न्यूज रिपोर्ट्स की तस्वीर में लड़की के हाथ में दिख रहे प्लेकॉर्ड में लिखा है, "हिजाब हमारा अधिकार है।"  

हमारी पड़ताल में यह सामने आया कि, विदेशी मुस्लिम महिलाओं का नुपुर शर्मा के समर्थन में प्रदर्शन बता कर पेश की जाने वाली यह तस्वीर फर्जी है। असली फोटो फरवरी-मार्च 2022 की है, जो कि दिल्ली के शाहीनबाग में हिजाब के समर्थन को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रही महिलाओं की है। 

Tags:    

Similar News