भारत में कोरोना की चौथी लहर के आसार, सीधे एक्सपर्ट से जानिए आम आदमी पर इस लहर का पड़गा कितना असर?

कोरोना ने बढ़ाया टेंशन भारत में कोरोना की चौथी लहर के आसार, सीधे एक्सपर्ट से जानिए आम आदमी पर इस लहर का पड़गा कितना असर?

Anupam Tiwari
Update: 2022-12-29 10:15 GMT
भारत में कोरोना की चौथी लहर के आसार, सीधे एक्सपर्ट से जानिए आम आदमी पर इस लहर का पड़गा कितना असर?
हाईलाइट
  • कोरोना को लेकर आईआईटी प्रोफेसर ने किया खुलासा

डिजिटल डेस्क, लखनऊ। दुनियाभर में एक बार फिर से कोरोना का तांडव जारी है। चीन में कोरोना वायरस के लगातार मामले बढ़ने की वजह से भारत में भी अलर्ट जारी कर दिया गया है, साथ ही कोरोना से बचाव के लिए आवश्यक सावधानी बरतने के निर्देश दिए गए हैं। चीन के बाद अमेरिका, जापान, ब्रिटेन व दक्षिण कोरिया में भी कोरोना ने तेजी से पैर पसारना शुरू कर दिया है। ऐसे में भारत में भी कोरोना की चौथी लहर आने की संभावना जताई जाने लगी है। तो आइए जानते हैं इस बारे में क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स?

कोरोना की चौथी लहर दे सकती है दस्तक

चीन में कोरोना का BF.7 वैरिएंट कोहराम मचा रखा है, इस वैरिएंट के केस भारत में सामने आने के बाद अब कोरोना की चौथी लहर आने की चर्चा और तेज हो गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय से जुड़े सूत्रों का भी कहना है कि भारत में जनवरी महीने में कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़ सकते हैं। इस लिहाज से अगले 40-45 दिन काफी अहम माने जा रहे हैं। एक्सपर्ट्स की माने तो जब-जब चीन में कोरोना ने कहर बरपाया है, उसके करीब 40 दिन बाद भारत में भी कोविड के केसों में वृर्द्धि देखने को मिली है। 

आईआईटी प्रोफेसर ने कही ये बात

भारत में कोरोना लहर को लेकर आईआईटी कोरोना मॉडल देने वाले प्रोफेसर मणिंद्र अग्रवाल ने बड़ी बात कही है। उन्होंने कहा है कि अगले कुछ दिन भारत के लिए कठिन हो सकते हैं लेकिन भारत में कोरोना की वजह से तबाही के कारण मुझे नजर नहीं आ रहा है। आईआईटी कोविड सूत्र बनाने में प्रोफेसर अग्रवाल ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उन्होंने ये भी कहा है कि चीन में जब तक 90 फीसदी आबादी कोरोना पॉजिटिव नहीं हो जाएगी, तब तक चीन में कोरोना के केस बढ़ते रहेंगे। 

इस वजह से चीन में बढ़े कोरोना के मामले

प्रोफेसर मणिंद्र अग्रवाल ने बताया कि बीते अक्टूबर महीने के अंत तक चीन की कुल पांच फीसदी लोगों में भी नेचुरल प्रतिरोधक क्षमता नहीं बनी थी। जबकि नवंबर अंत तक भी ये आंकड़ा 20 फीसदी के नीचे रहा, जिसके कारण कोरोना का यह वैरिएंट चीन में बहुत तेजी से फैल रहा है। उन्होंने आगे कहा कि अभी भी चीन के 60 फीसदी लोगों में इम्यूनिटी नहीं बन पाई है। प्रोफेसर अग्रवाल ने कहा कि चीन के लोगों में जैसे ही नेचुरल इम्यूनिटी आ जाएगी, धीरे-धीरे वहां की स्थिति में सुधार आ जाएगा।

भारत व अन्य देशों में ओमिक्रॉन लहर के बारे में समीक्षा करने से ही पता चलता है कि नेचुरल इम्युनिटी कोविड-19 से बचाव का सबसे अच्छा हथियार है। भारत में चौथी लहर के बारे में पूछे जाने पर प्रोफेसर अग्रवाल ने साफ कहा कि भारत में 98 फीसदी लोगों के पास नेचुरल इम्युनिटी बन चुकी है। ऐसे में भारतीयों को ज्यादा चिंता नहीं करनी चाहिए। 

 

 

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