राष्ट्रपति पद से हटते ही महबूबा मुफ्ती के निशाने पर आए रामनाथ कोविंद, हर घर तिरंगा पर भी बिगड़े बोल

निशाने पर कोविंद राष्ट्रपति पद से हटते ही महबूबा मुफ्ती के निशाने पर आए रामनाथ कोविंद, हर घर तिरंगा पर भी बिगड़े बोल

Manuj Bhardwaj
Update: 2022-07-25 06:37 GMT
राष्ट्रपति पद से हटते ही महबूबा मुफ्ती के निशाने पर आए रामनाथ कोविंद, हर घर तिरंगा पर भी बिगड़े बोल

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देश के 15वें राष्ट्रपति के रूप में द्रौपदी मुर्मू ने आज शपथ ले ली है। वह इस पद तक पहुंचने वाली पहली आदिवासी महिला बनी। इसी के साथ रामनाथ कोविंद अब पूर्व राष्ट्रपति की लिस्ट में प्रवेश कर गए है। मुर्मू ने ऑफिस संभाल लिया है, जबकि कोविंद राष्ट्रपति पद से सेवानिवृत्त हो गए हैं।

इसी बीच कोविंद की सेवाएं खत्म होते ही घाटी से उनके खिलाफ आलोचनात्मक बयान आने लगे हैं। जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने रामनाथ कोविंद पर निशाना साधते हुए कहा कि निवर्तमान राष्ट्रपति (रामनाथ कोविंद) अपने पीछे एक ऐसी विरासत छोड़ गए हैं जहां भारतीय संविधान को अनेक बार कुचला गया। 

जम्मू-कश्मीर पीडीपी अध्यक्ष ने ट्वीट कर लिखा, "निवर्तमान राष्ट्रपति अपने पीछे एक ऐसी विरासत छोड़ गए हैं, जहां भारतीय संविधान को पंद्रहवीं बार कुचला गया था। चाहे वह अनुच्छेद 370, सीएए को खत्म करना हो या अल्पसंख्यकों और दलितों को बेधड़क निशाना बनाना हो, उन्होंने भारतीय संविधान की कीमत पर भाजपा के राजनीतिक एजेंडे को पूरा किया।"

हालांकि, ये पहली बार नहीं है जब महबूबा मुफ्ती केंद्र सरकार की नीतियों पर विरोध जता रही हैं। हाल ही में उन्होंने "हर घर तिरंगा अभियान" को लेकर भी मोदी सरकार पर निशाना साधा था। इस पर मुफ्ती ने ट्वीट कर लिखा, "जम्मू कश्मीर में जिस तरह प्रशासन छात्रों, दुकानदारों और कर्मचारियों को राष्ट्रीय ध्वज फहराने के लिए भुगतान करने के लिए मजबूर कर रहा है, ऐसा लगता है कि कश्मीर एक दुश्मन क्षेत्र है जिसे कब्जा करने की जरूरत है।"

दरअसल, भारत आजादी का 75वां वर्ष मना रहा है। इसके लिए पीएम मोदी ने देशवासियों से अपील की है कि अमृत महोत्सव के तहत सभी लोग 13-15 अगस्त तक अपने घरों में तिरंगा फहराएं। इस अभियान को "हर घर तिरंगा" नाम दिया गया है। 

इस अभियान पर पीडीपी अध्यक्ष ने कहा, "हम 15 अगस्त मनाते हैं, 26 जनवरी मनाते हैं क्योंकि हम आजाद हुए थे, एक देश बने। मुफ्ती ने कहा, जम्मू कश्मीर, हम मुस्लिम राज्य होने के बावजूद पाकिस्तान के साथ नहीं गए। हमने सेक्युलरिज्म के लिए भारत का झंडा कबूल किया। लेकिन आज ये लोग घर में घुस घुस कर झंडा लगा रहे हैं। जबकि ये लोग भगवा झंडे को मानने वाले लोग हैं। ये लोग तिरंगे की इज्जत न करने वाले लोग हमारे घरों में घुस घुसकर झंडे लगा रहे हैं।"

बता दें, "हर घर तिरंगा" अभियान के तहत 20 करोड़ लोग घरों पर तिरंगा फहराएंगे। 

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