VIDEO : 500 से ज्यादा मैच, 24 हजार रन, ऐसे ही दीवार नहीं थे राहुल द्रविड़
VIDEO : 500 से ज्यादा मैच, 24 हजार रन, ऐसे ही दीवार नहीं थे राहुल द्रविड़
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। एक वक्त था, जब क्रिकेट के ग्राउंड पर सचिन तेंदुलकर, वीरेंद्र सहवाग और सौरव गांगुली जैसे महान खिलाड़ी खेला करते थे। उस समय इंडियन क्रिकेट में गिने-चुने 5-6 बैट्समैन हुआ करते थे और इन्हीं के भरोसे टीम इंडिया ग्राउंड पर उतरती थी। ये आउट हो जाएं, तो मानों तो टीम इंडिया की हार तय थी। तभी क्रीज पर एक ऐसा बल्लेबाज आता था, जिसे आउट करना अच्छे-अच्छे बॉलरों के लिए किसी सपने से कम नहीं था। उस खिलाड़ी को टीम इंडिया की "दीवार" भी कहा जाता था और नाम था- राहुल द्रविड़। इंटरनेशनल क्रिकेट से सन्यास ले चुके राहुल द्रविड़ की खाली जगह भरने के लिए टीम इंडिया को कोई भी क्रिकेटर अभी तक तो नहीं मिल पाया है। जो टीम इंडिया की "दीवार" बनकर खड़ा रह सके। आज टीम इंडिया की "दीवार" कहे जाने वाले राहुल द्रविड़ का बर्थडे और उनके बर्थडे पर हम आपको कुछ ऐसी बातें बताने जा रहे हैं, जिनके बारे में आप शायद ही जानते हों।
500 से ज्यादा मैच, 24000 रन
राहुल द्रविड़ के आंकड़ों को निकालें तो 164 टेस्ट मैच में 13,288 रन। 344 वनडे में 10,889 रन। कुल मिलाकर 508 इंटरनेशनल मैच और रन 24,177 और इनमें 48 शतक। वनडे में 196 कैच और टेस्ट में 210 कैच और न जाने कितने वनडे मैचों में विकेट कीपिंग। ये सब आंकड़े तो हर जगह मिल जाएंगे, लेकिन उनकी पारियों के बारे में ज्यादा किसी को नहीं पता। राहुल द्रविड़ जब क्रीज पर उतरते थे, तो वो या तो मैच बचाके आते थे या फिर मैच बनाके। ज्यादातर मुकाबलों में द्रविड़ मैच बनाकर ही आए हैं और यही कारण था कि द्रविड़ सबसे "भरोसेमंद" खिलाड़ी थे।
जब ऑस्ट्रेलिया को चटाई थी धूल
2003 में टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया टूर पर गई। यहां दोनों टीमों को 4 मैचों की टेस्ट सीरीज खेलनी थी। सीरीज का पहला टेस्ट ड्रॉ हो गया था और दूसरा टेस्ट एडिलेड में खेला जा रहा था। दूसरे टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया ने पहले बैटिंग की और पहली इनिंग में 556 रन बनाए। इसके जवाब में टीम इंडिया 523 रनों पर ऑलआउट हो गई। द्रविड़ ने उस मैच की पहली इनिंग में 233 रन बनाए थे और वीवीएस लक्ष्मण ने 148 रनों की पारी खेली थी। इसके बाद दूसरी इनिंग में ऑस्ट्रेलियाई टीम 196 रनों पर ऑलआउट हो गई और टीम इंडिया ने 6 विकेट खोकर 233 रन बनाए और 4 विकट से ये मैच जीत लिया। दूसरी इनिंग में भी द्रविड़ ने 72 रन बनाए थे। द्रविड़ की इस इनिंग को आज भी याद किया जाता है। इसके अलावा अपने करियर के आखिरी दिनों में टीम इंडिया जब 2011 में इंग्लैंड दौरे पर गई, तो भारतीय बल्लेबाज रनों के लिए तरस रहे थे, लेकिन तब भी सीरीज में राहुल द्रविड़ ने 3 शतक जड़ दिए थे।
बहुत कम बोलते थे राहुल द्रविड़
राहुल द्रविड़ की पहचान हमेशा कम बोलने वाले क्रिकेटर की तरह रही है। राहुल की पत्नी विजेता ने एक वेबसाइट में लिखा था कि "शादी से पहले राहुल एक-दो बार नागपुर हमारे यहां खाना खाने आए थे। उस वक्त वो अपने बारे में कुछ बोल ही नहीं रहे थे और उन्हें देखकर लग ही नहीं रहा था कि ये टीम इंडिया के स्टार क्रिकेटर हैं। राहुल मुझसे मेरी मेडिकल की पढ़ाई के बारे में ही पूछे जा रहे थे और अपने बारे में कुछ बोल ही नहीं रहे थे।" इसी के आगे विजेता ने ये भी लिखा "कई बार फोन करते वक्त मुझे उनसे बोलना पड़ता है कि मैं तुम्हारी वाइफ बोल रही हूं, तुम प्रेस कॉन्फ्रेंस में नहीं हो।"
कभी-कभी विवादों में भी रहे हैं द्रविड़
राहुल द्रविड़ यूं तो बेहद ही शांत और विवादों से दूर रहने वाले क्रिकेटर थे, लेकिन कभी-कभी वो भी विवादों में फंस चुके हैं। राहुल द्रविड़ 2003 से 2007 तक टीम इंडिया के कप्तान रहे, लेकिन कोच ग्रेग चैपल के कारण उनकी कप्तानी विवादों में रही। राहुल की कप्तानी पर कई बार सवाल उठे। इसके साथ ही टीम के अंदर गुटबाजी भी बनकर उभरी। इसके अलावा एक मैच में राहुल द्रविड़, सौरव गांगुली और ग्रेग चैपल की लड़ाई कैमरे में कैद हुई और पूरे देश ने इसको देखा। हालांकि उसके बाद भी राहुल पर इसका ज्यादा असर नहीं पड़ा और वो अपने खेल पर ध्यान देते रहे।
हार के साथ ही हुई क्रिकेट से विदाई
राहुल द्रविड़ का करियर 16 सालों तक चला और अपने करियर में उन्होंने ज्यादातर मैचों में मैच जिताऊ पारी ही खेली। हालांकि इंटरनेशनल क्रिकेट से उन्हें विदाई हार के साथ ही मिली। राहुल द्रविड़ ने अपना आखिरी वनडे 16 सितंबर 2011 को इंग्लैंड के खिलाफ खेला। इस मैच में टीम इंडिया ने पहले बैटिंग की और 304 रन बनाए। द्रविड़ ने अपने आखिरी वनडे में 69 रनों की पारी खेली। बारिश के कारण इंग्लैंड को 241 रनों का टारगेट मिला, जिसे उसने 4 विकेट खोकर ही हासिल कर लिया। इसी हार के साथ राहुल वनडे क्रिकेट से सन्यास ले लिया।
इसके बाद राह अपना आखिरी टेस्ट जनवरी 2012 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एडिलेड में खेला। इस मैच में ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 7 विकेट खोकर 604 रन बनाकर पारी डिक्लेयर कर दी। इसके जवाब में टीम इंडिया सिर्फ 272 रनों पर सिमट गई। राहुल भी सिर्फ 1 रन ही बना सके। दूसरी पारी में भी राहुल सिर्फ 25 रनों पर ही आउट हो गए और टीम इंडिया ये मैच हार गई। वनडे के साथ-साथ टेस्ट क्रिकेट में भी राहुल को हार के साथ ही विदाई लेनी पड़ी।