सुशांत आत्महत्या मामले को लेकर कांग्रेस दोराहे पर!
पटना, 7 अगस्त (आईएएनएस)। पटना के रहने वाले बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले की जांच भले ही अब केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने शुरू कर दी हो, लेकिन इस मामले को लेकर बिहार व महाराष्ट्र से लेकर देश की राजधानी दिल्ली तक में खूब सियासी बयानबाजी चली।
इस बयानबाजी के बीच जहां कई दल स्पष्ट रूप से सीबीआई जांच के पक्ष में थे और कई दलों ने मुंबई पुलिस पर भरोसा जताया था, लेकिन इस मामले को लेकर कांग्रेस दोराहे पर खड़ी दिखी।
बिहार के कांग्रेस नेता सुशांत को न्याय देने की बात करते हुए मामले की निष्पक्ष जांच की मांग करते रहे, जबकि महाराष्ट्र और दिल्ली के नेता तो सीबीआई जांच की आलोचना करते हुए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को संविधान पढ़ने की नसीहत तक दे डाली। इधर, विरोधी अब कांग्रेस के दोहरे चरित्र को लेकर अब निशाना साध रही है।
महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ शिवसेना, कांग्रेस और राकांपा की साझा सरकार के गृहमंत्री ने शुरुआत में ही यह कहकर सरकार की नीयत स्पष्ट कर दी थी कि सुशांत मामले में सीबीआई जांच की जरूरत नहीं है, महाराष्ट्र पुलिस की जांच पर सबको भरोसा रखना चाहिए।
इसके इतर, जब सुशांत के पिता क़े क़े सिंह द्वारा पटना में दर्ज मामले की जांच करने बिहार पुलिस मुंबई पहुंची तो उसके साथ सहयोग नहीं करने का आरोप बिहार पुलिस द्वारा लगातार लगाया गया।
इस बीच, कांग्रेस के नेता और विधान पार्षद प्रेमचंद्र मिश्रा और युवक कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ललन कुमार ने इस मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की थी।
ललन कुमार कहते भी हैं कि कांग्रेस शुरू से ही सुशांत सिंह राजपूत के परिवार के साथ खड़ी है। कांग्रेस के दोहरे चरित्र के सवाल पर उन्होंने कहा कि इस मामले में राजनीति नहीं होनी चाहिए। सुशांत बिहार का कलाकार था और उसे न्याय मिलना चाहिए।
कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने हालांकि बिहार सरकार द्वारा इस मामले की सीबीआई जांच की अनुशंसा करने पर कहा था कि संविधान के मुताबिक, प्रदेश की कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी प्रदेश सरकार की है। महाराष्ट्र की कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी प्रदेश की गठबंधन सरकार की है, जिसके मुखिया उद्धव ठाकरे हैं। उन्होंने कहा था, नीतीश कुमार को संविधान दोबारा पढ़ना चाहिए। बिहार सरकार पुलिस भेजकर परिधि के अंदर दखलअंदाजी नहीं कर सकती।
इधर, भाजपा ने इस मामले को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस का दोहरा चरित्र सबके सामने आ गया है। बिहार भाजपा प्रवक्ता निखिल आनंद ने कहा, कांग्रेस की आज जो स्थिति है, वह उसके दोहरे चरित्र के कारण ही है। उन्होंने दावा करते हुए कहा कि गुरुवार को कांग्रेस की वर्चुअल बैठक में भी राहुल गांधी ने सुशांत मामले में सीबीआई जांच का विरोध किया।
आनंद ने कहा, राहुल गांधी ने महाराष्ट्र सरकार, मुंबई पुलिस का समर्थन किया तथा सुरजेवाला और बिहार प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल ने इस मामले में सीबीआई जांच नहीं कराने के बयान का समर्थन किया तथा बिहार सरकार के फैसले का विरोध किया।
उन्होंने कहा, बैठक में कांग्रेसियों ने सुशांत मामले में बिहार सरकार और बिहार पुलिस की निंदा की है।
एमएनपी
Created On :   7 Aug 2020 5:01 PM IST